मुरैना में माफिया राज ?
मुरैना में माफिया राज VIDEO वायरल
दिन-रात हो रहा चंबल की अवैध रेत का खनन, फर्राटा भर रहे रेत से भरे ट्रेक्टर
बता दें, कि चंबल का अवैध रेत का खनन व परिवहन पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद मुरैना जिले की चंबल के घाटों से रेत का खनन व परिवहन लगातार किया जा रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण यहां माफिया राज का हावी होना है। हालत यह है कि पुलिस की आंखों के सामने से चंबल के अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर ट्राली फर्राटा भरते हुए निकल रहे हैं। माफिया के हौंसले इतने बुलंद है कि सप्ताह भर पहले अंबाह क्षेत्र के रूअर गांव में अंबाह थाने की पुलिस जब कुछ आरोपियों को पकड़ने गई तो आरोपी तो नहीं मिले लेकिन लौटते समय एक अवैध रेत से भरी ट्रेक्टर ट्राली व जेसीबी मिल गई। पुलिस ने जब ट्रेक्टर ट्राली को पकड़ लिया तो माफिया हावी हो गया और पुलिस को पहले तो लालच देने लगा, लेकिन जब पुलिस नहीं मानी तो उसके ऊपर पथराव तक करने से नहीं चूका। इस पर अंबाह थाना पुलिस को पोरसा व महुआ थाने से अतिरिक्त बल मंगाना पड़ा था। तब कहीं जाकर ट्रेक्टर ट्राली को कब्जे में लेकर जब्ती की कार्रवाई की जा सकी।
फिर होने लगा खनन
अंबाह से पिनाहट रूट पर लगभग 17 किलोमीटर दूर हुसैनपुरा नामक जगह पर चंबल की रेत का खनन किया जा रहा है। इसका VIDEO वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने बना लिया और उसे वायरल कर दिया। VIDEO में साफ देखा जा सकता है कि किस प्रकार जेसीबी के मदद से चंबल की अवैध रेत का खनन किया जा रहा है। जेसीबी की मदद से ट्रेक्टर ट्रालियों में रेत भरा जा रहा है और उसका परिवहन किया जा रहा है।
बरवाई गांव रोड से फर्राटा भरते ट्रेक्टर ट्राली
अंबाह क्षेत्र के बरवाई गांव रोड पर दिन में अवैध रेत से भरे ट्रेक्टर ट्रालियों को फर्राटा भरते देखा जा सकता है। यहां अवैध रेत का खनन दिन रात चल रहा है। हालत यह है कि यहां के कुछ गांवों के लोगों का मुख्य व्यवसाय ही अवैध रेत का खनन व उसे बेचना रह गया है। यह लोग किसी वर्ग विशेष से नहीं है बल्कि हर वर्ग के लोग इस काम को अंजाम दे रहे हैं।
चंबल के जलीय जीव खतरे में
चंबल के रेत के खनन व परिवहन को लेकर लगाई गई रोक का मुख्य कारण चंबल के जलीय जीवों का पतन रोकना है। लेकिन न्याय पालिका व सरकार के इस कदम पर मुरैना का रेत माफिया पूरी तरह से पानी फेर रहा है। जिसको देखने के लिए पुलिस व प्रशासन दोनों मजबूर है।
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रेत माफिया अवैध उत्खनन के वीडियो बहुप्रसारित कर दे रहे चुनौती
मुख्य सचिव वीरा राणा ने चंबल नदी से होने वाले अवैध उत्खनन पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन को अवैध रेत उत्खनन पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं।
मुरैना। मुख्य सचिव वीरा राणा ने चंबल नदी से होने वाले अवैध उत्खनन पर कड़ी नाराजगी जताते हुए जिला प्रशासन को अवैध रेत उत्खनन पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद मुरैना जिले को एसएएफ जवानों की एक कंपनी भी दी गई है और पुलिस थाने भी अपने-अपने क्षेत्रों में अवैध रेत के स्टाकों की छानबीन व उन्हें नष्ट करने में जुट गए हैं। इन सबके इतर हकीकत यह है, कि रेत माफिया को प्रशासन का रत्तीभर डर नहीं। चंबल नदी के घाटों से अभी भी अंधाधुंध तरीके से रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। रेत माफिया को किसी कार्रवाई डर तो छोड़िए, उल्टा यह अवैध रेत उत्खनन की वीडियो व रील बनाकर इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित कर रहे हैं। ऐसा की एक वीडियो दो से तीन दिन से सोशल मीडिया पर बहुप्रसारित हैं, जिसमें चंबल नदी किनारे अवैध रेत उत्खनन व अवैध रेत से भरे सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्राली नजर आ रहे हैं। वीडियो में जहां तक नजर जा रही है, वहां तक अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्राली नजर आ रहे हैं। यह तो किसी एक घाट का नजारा है, जिले में ऐसे 30 से 35 घाट हैं, जहां से अवैध रेत का अंधाधुंध उत्खनन हो रहा है
मुरैना पुलिस ने अवैध रेत के स्टाक और परिवहन पर कार्रवाई तेज कर दी है। इस क्रम में चिन्नौनी थाना पुलिस ने शुक्रवार की शाम बीहड़ में तीन जगह मिले अवैध रेत के स्टाक को नष्ट करवाया। पांच घंटे से ज्यादा चली कार्रवाई में पुलिस ने 300 ट्राली रेत को मिट्टी में मिलवाकर नष्ट करवाया है। दरअसल, कैलारस एसडीओपी रवि सोनेर को मुखबिर से सूचना मिली, कि चंबल नदी के होराबरा घाट से रेत का अवैध उत्खनन होता है, यहां से निकाले जा रहे रेत को होराबरा घाट से कुछ दूरी पर बीहड़ क्षेत्र में ही स्टाक करके रखा गया है। इस सूचना पर एसडीओपी सोनेर ने चिन्नौनी थाना प्रभारी शनि कुमार को कार्रवाई के लिए भेजा। चिन्नौनी थाना टीम ने होराबरा घाट के बास बीहड़ क्षेत्र में तीन जगहों पर रेत के स्टाक चिन्हित किए। इसके बाद जेसीबी मशीन से अवैध रेत के स्टाक को नष्ट करवाया।