ग्वालियर : SP बोले-काम करना है तो थाने में रहना, वरना लाइन में करें आराम …
एसपी ने लिया चार्ज, थानों में दिखने लगे TI:SP बोले-काम करना है तो थाने में रहना, वरना लाइन में करें आराम
- क्राइम कन्ट्रोल ही चुनौती …
मंगलवार शाम को नवागत एसपी धर्मवीर सिंह ने चार्ज लेने के बाद रात को अफसरों को बैठक लेकर हिदायत दी कि काम करना है तो थानों में रहना वरना आराम के लिए लाइन सही जगह है। थानों में वही नजर आएंगे जो सिर्फ काम करेंगे और गुंडे बदमाशों पर नकेल कसकर वारदातों पर अंकुश लगाएंगे। रात में एसपी की क्लास का असर बुधवार सुबह से ही शहर के थानों के साथ ही सड़कों पर नजर आने लगा।
जिन थानों में थाना प्रभारी का इंतजार दोपहर 12 बजे तक जनता करती थी आज उन थानों में सुबह दस बजे के करीब ही थाना प्रभारी अपनी सीटों पर बैठकर मातहत अफसरों को ब्रीफ करते नजर आए। वहीं पुलिस जवान सुबह से ही सड़कों पर नजर आ रहे थे। बता दें कि बीते रोज शहर की कमान लेने के बाद रात दस बजे कप्तान ने पुलिस अफसरों की कंट्रोल रूम में बैठक ली। पुलिस कप्तान के तेवर देखते ही अफसरों के पसीने छूट गए हैं और सभी ने कड़क पुलिसिंग के साथ ही जनता के हित में काम करने का आश्वासन दिया।
कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था से किसी तरह का समझौता नहीं होगा, इसका पालन कराने की जिम्मेदारी आपकी है और आपको इसके लिए पूरे प्रयास करने होंगे। अपने मातहत को भी अपडेट करें और फील्ड में ज्यादा से ज्यादा समय गुजारने के निर्देश दें। जिससे अपराधियों में पुलिस का भय नजर आए। गश्त के साथ ही कामकाजी समय में जो भी पुलिस कर्मी ड्यूटी पर रहते हैं वह थानों में या किसी भी जगह बैठे नजर नहीं आएंगे, उन्हें फील्ड में निकलने के लिए गणना में ही ब्रीफ करें।
काम ही है आपकी पहचान
आराम नहीं चलेगा, अब आपका नाम नहीं बल्कि काम आपकी पहचान होगा। सुनवाई ऐसी हो कि फरियादी थाने से ही संतुष्ट हो और अफसरों तक ना पहुंचे। आमजन राहत में होगा तब ही आपकी पुलिसिंग सार्थक है। गश्त प्रभावी होना चाहिए। साथ ही घटना के बाद पुलिसकर्मियों और थाना प्रभारी के रिस्पांस टाइम की मॉनीटरिंग की जाएगी।
बाहरी बदमाशों पर लगाएं अंकुश
अक्सर देखा जाता है कि दूसरे जिलों और राज्यों से बदमाश आकर वारदातों को अंजाम दे जाते हैं, इसलिए जिले का अपराध रोकने के लिए सबसे पहले बाहरी बदमाशों पर नकेल लगाएं। साथ ही पुराने बदमाशों के साथ ही नए बदमाशों की भी जानकारी होना चाहिए, जिससे उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।
चुनाव से पहले अपने टारगेट पूरे करे
निष्पक्ष चुनाव कराना आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए, अब ज्यादा समय नहीं बचा है तो आप भी चुनावी मोड में आ जाएं। जिससे अपराधियों में भय हो और वह शहर छोड़कर भाग जाएं।