सट्टेबाजी कैंसर से भी खतरनाक है ?
सट्टेबाजी कैंसर से भी खतरनाक है, इससे तत्काल निपटें
पिछले बुधवार से, जब से प्रसिद्ध जापानी खिलाड़ी शोहे ओहतानी और उसके करीबी व अंग्रेजी अनुवादक इपेयी मिजुआरा के इर्द-गिर्द मंडरा रहा घोटाला सामने आया है, बेसबॉल से जुड़ी पूरी दुनिया सांसें थामे हुए है। आप सोच रहे होंगे कि ये लोग कौन हैं? क्रिकेट में जो स्थान सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी का है या दौड़ में उसेन बोल्ट का है, वही ओहदा बेसबॉल में ओहतानी का है।
याद रखिएगा कि चुनिंदा देश ही क्रिकेट खेलते हैं और बाकी दुनिया बेसबॉल पसंद करती है। पता चला कि उच्च वेतन पाने वाले मिजुआरा पर अवैध सट्टेबाजी से 4.5 मिलियन डॉलर का कर्ज हो गया था और सरगना मैथ्यू बॉयर था। सट्टेबाजी का पूरा मामला एजेंसियों की निगरानी में है, और मिजुआरा और बेसबॉल खेल पर नजर रखी जा रही है।
कल्पना करिए मिजुआरा तीन लाख से लेकर पांच लाख डॉलर सालाना कमा रहा था और चूंकि वो ओहतानी का करीबी था, ऐसे में विलासिता पर खर्च कर रहा था। हालांकि इससे मिजुआरा के करिअर और उसकी माली हालत पर बुरा असर पड़ा है, पर आगे और गंभीर परिणाम सामने आएंगे क्योंकि बेसबॉल जैसी बड़ी लीग में किसी भी गैरकानूनी सट्टेबाजी की संलिप्तता के खिलाफ सख्त नियम हैं। 20 मार्च को ओहतानी की कानूनी टीम ने जाहिर सूचना जारी की, ‘ओहतानी बड़ी चोरी का शिकार हुए हैं और हम ये मामला अधिकारियों को सौंप रहे हैं’।
हालांकि पिछले एक हफ्ते से रोज इस घटनाक्रम पर नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये स्टोरी सामने आने के एक दिन पहले घरेलू क्रिकेट सट्टेबाजी से जुड़ी दिल दहलाने वाली खबर दिखी। युवा दंपती की कहानी देखकर लगता है कि ये सभी जगह हो रहा है।
बेंगलुरु के पास रहने वाले, कर्नाटक के लघु सिंचाई विभाग में कार्यरत असिस्टेंट इंजीनियर दर्शन बालू ने ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे में 1.5 करोड़ रु. गंवा दिए, जिसके बाद उसकी गृहिणी पत्नी ने आत्महत्या कर ली। दर्शन की पत्नी रंजीता वी (24) 19 मार्च को बेडरूम में मृत पाई गईं।
रंजीता ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने साहूकारों से मिल रही प्रताड़ना का जिक्र किया है। रंजीता के पिता वेंकटेश ने 13 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिन्होंने तथाकथित रूप से दर्शन को पैसे उधार दिए थे। साहूकार परिवार को बकाया के लिए धमका रहे थे।
शिकायत के आधार पर 13 संदिग्धों के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हुआ है, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य अभी भी फरार हैं।
दर्शन क्रिकेट सट्टेबाजी में 1.5 करोड़ रु. हार गया था, पर साहूकारों से लिया अधिकांश पैसा चुका दिया था। हालांकि सूत्रों के अनुसार उस पर 54 लाख अभी भी बकाया थे। जब रंजीता के पिता को प्रताड़ना के बारे में पता चला, तो उन्होंने साहूकारों से संपर्क करके कुछ मोहलत मांगी और वे तैयार भी हो गए थे। पर बाद में वे फिर से दर्शन व रंजीता को फोन करने लगे, सोसायटी में भला-बुरा कहने लगे, जिसके चलते उसने आत्महत्या कर ली।
मैं ऐसे किसी को भी को नहीं जानता, जो सट्टेबाजी से रईस हुआ हो। हर कोई कमाने से ज्यादा गंवाता है। सट्टेबाजी में फंसे लोग हमेशा अपनी चल-अचल संपत्ति से हाथ धो बैठते हैं। अगर आप मुझसे पूछें कि सट्टेबाजी कैसे छोड़ें, तो मैं कहूंगा सख्त रीबूट करें। इससे जुड़ी सारी चीजें-रिमाइंडर हटा दें। सट्टेबाजी वाले दोस्तों को अनफॉलो करें, ब्लॉक कर दें और एप डिलीट कर दें। शुरुआत का यही सबसे अच्छा समय है। इसे कर डालें।
……. दुर्भाग्य से अब खेल देखना मनोरंजन नहीं रहा, बल्कि आंकड़े जुटाने का आयोजन बन गया है। और अगर आप आंकड़ेबाजी में कमजोर हैं तो सट्टेबाजी एक बीमारी है।