नदी में अवैध खनन कर माफिया निकाल रहा काली रेत !
अवैध खनन का मामला:नदी में अवैध खनन कर माफिया निकाल रहा काली रेत

प्रदेश के मुखिया के निर्देश पर एक तरफ जिला प्रशासन जल स्रोतों के संरक्षण, पुनर्जीवन व सफाई के लिए जल गंगा संवर्धन अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी तरफ जिले की दूसरी सबसे बड़ी नदी वेदा में खनन माफिया खुलेआम अवैध खनन में जुटे हैं।
जिला मुख्यालय से खंडवा रोड पर स्थित ग्राम ललनी में मुख्य मार्ग से गुजरने के दौरान ही वेदा नदी में खुलेआम चल रहे अवैध खनन का नजारा देखा जा सकता है। यहां खनन माफिया रेत व मिट्टी का लगातार खनन कर रहे हैं और उनके हौसले इस बात से समझे जा सकते हैं कि जेसीबी से अवैध खनन के बाद नदी में ही काली रेत के ढेर बनाए जा रहे हैं।
जहां से डंपर, ट्रैक्टर-ट्रॉली आदि से रेत परिवहन की जा रही है और नियमानुसार ठेका ना होने के बाद भी बाकायदा रायल्टी के रुप में माफिया अपने टोकन चला रहा है। ग्राम पंचायत ललनी के सरपंच व सचिव ने बताया कि अवैध खनन दिन-रात चल रहा है और इसे लेकर अब तक की गई शिकायतें बेअसर ही रही है।
जबकि पुल से गुजरते हुए हर जिम्मेदार इस अवैध कारोबार को देखकर ही गुजरता है। दूसरी तरफ जिला मुख्यालय पर एक किसान ने लिखित शिकायत की है कि गिट्टी खदान के लिए शासकीय जमीन दी गई है, बावजूद हमारी निजी जमीन में बड़े पैमाने पर खुदाई की जा रही है। किसान का आरोप है कि स्थानीय स्तर से सीएम हेल्पलाइन तक शिकायत करने के बाद भी प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है।
नदी के साथ वन क्षेत्र में भी खुलेआम खनन
वेदा नदी में ग्राम ललनी के आसपास ही नहीं बल्कि करीब 40 किमी के क्षेत्र में काली रेत का अवैध खनन चल रहा है। ग्राम ललनी से गोगांवा के बीच कुछ हिस्सा वन क्षेत्र का भी लगता है, यहां भी अवैध खनन चल रहा है। इसे लेकर विभाग अनजान बने बैठे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि रेत माफिया बमनाला के पुला, हनुमान मंदिर के पास, मेल आश्रम क्षेत्र, सेल्दा, श्यामलीपुरा के पास, पिपरी, ललनी, टेमरनी, बेहरामपुर टेमा आदि जगहों से रेत निकाल रहे हैं।