गुरुग्राम : साइबर सिटी में मुख्य सड़कों पर लगेंगे 10 हजार कैमरे !
साइबर सिटी में मुख्य सड़कों पर लगेंगे 10 हजार कैमरे
400 किलोमीटर सड़क होगी कवर
जीएमडीए 400 किलोमीटर मुख्य सड़क नेटवर्क को कवर करता है। ऐसे में प्रत्येक सड़क हर 200 मीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। वहीं, जंक्शन पर दोनों ओर कम से कम 4 से 12 कैमरे लगाने का अनुमान है। लगभग 400 किलोमीटर की पूरी सड़क को कवर करने के लिए करीब 10,000 सीसीटीवी कैमरे 2000 स्थानों पर लगाए जाएंगे। प्रस्तावित 2000 स्थानों को जोड़ने के लिए लगभग 100 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने की आवश्यकता होगी। सभी सीसीटीवी कैमरे इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ जोड़े जाएगे।
अपराध नियंत्रण में मिलेगी मदद
इस परियोजना का उद्देश्य गुरुग्राम शहर के लिए समग्र और एकीकृत वीडियो निगरानी प्रणाली को लागू करना है। यह प्रणाली इस शहर की सुरक्षा और संरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से स्मार्ट सिटी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) प्रणाली के साथ भी एकीकृत होगी। कैमरों से आपराधिक गतिविधियों को रोकने, पता लगाने और निपटने में मदद करेगी। अदालतों में आपराधिक और दीवानी कार्रवाई के लिए सबूत मुहैया उपलब्ध होगा। वहीं, कानून और व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी। बड़े पैमाने पर होने वाले आयोजनों के प्रबंधन और पुलिसिंग में सहायता करेगी। इसके साथ आपातकालीन सेवाओं में सहायता करेगी। अभी चौके के दायरे से बाहर होने वाले वारदातों की जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाती है।
सीसीटीवी सर्विलांस प्रोजेक्ट-
पहला चरण-:
पहले चरण में 218 जंक्शनों पर 1200 सीसीटीवी कैमरों लगाए गए हैं। पुलिस विभाग को यातायात प्रबंधन और क्राइम संबंधी कार्यों के लिए उपयोगी साबित हुआ है। 218 स्थानों को जोड़ने के लिए लगभग 300 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाई है। यातायात लाइट्स, जेब्रा क्रॉसिंग, गलत साइड ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, पार्किंग उल्लंघन, हेलमेट या सीट बेल्ट नहीं पहनने और हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के बिना वाहनों से संबंधित यातायात उल्लंघन के लिए नियमित ई-चालान जारी किए जाते हैं। 48 फेस रिकग्निशन कैमरे भी लगाए हैं।
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दूसरा चरण-
गुरुग्राम पुलिस विभाग की मांग पर जीएमडीए दूसरे चरण में 258 जंक्शन स्थानों पर 2722 सीसीटीवी कैमरों लगाने की योजना पर काम कर रहा है। 258 स्थानों को जोड़ने के लिए लगभग 300 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने की योजना बनाई है। करीब 100 करोड़ की परियोजना में सीसीटीवी कैमरे, स्पीड कैमरे, ऑटोमेटिक नंबर-प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे (एएनपीआर) और रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन कैमरे (आरएलवीडी) शामिल होंगे।
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वर्जन-
परियोजना का उद्देश्य शहर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाना है। सीसीटीवी कैमरों का व्यापक नेटवर्क शहर की बेहतर निगरानी को सक्षम करेगा और आपराधिक गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी। जीएमडीए ने चरण 3 के तहत मुख्य सड़क नेटवर्क, सार्वजनिक स्थानों और सामुदायिक स्थानों को कवर किया जाएगा। -पीके अग्रवाल, प्रभारी स्मार्ट सिटी जीएमडीए