ग्वालियर : बिना परमिट दौड़ती मिलीं स्कूल वैन ?
बिना परमिट दौड़ती मिलीं स्कूल वैन, सीट पर बैठा रखे थे 15 से 17 बच्चे, पुलिस ने जब्त कीं
शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन कर दौड़ रहे स्कूली वाहनों पर कार्रवाई के लिए ट्रैफिक पुलिस का अमला शनिवार को सड़कों पर उतरा। इस दौरान स्कूल वैन बिना परमिट दौड़ती मिली। इतना ही नहीं स्कूल वैन के अंदर 15 से 17 तक बच्चे बैठाए हुए थे। बच्चे एक-दूसरे की गोद में बैठे मिले।
- एसडीएम व आरटीओ को दिए गाइडलाइन का पालन न होने पर कार्रवाई करने के निर्देश
- स्कूली वाहनों पर कार्रवाई के लिए ट्रैफिक पुलिस का अमला शनिवार को सड़कों पर उतरा
- स्कूल बसों की भी जांच की गई। इनमें भी खामियां मिली
ग्वालियर। शहर में यातायात नियमों का उल्लंघन कर दौड़ रहे स्कूली वाहनों पर कार्रवाई के लिए ट्रैफिक पुलिस का अमला शनिवार को सड़कों पर उतरा। इस दौरान स्कूल वैन बिना परमिट दौड़ती मिली। इतना ही नहीं स्कूल वैन के अंदर 15 से 17 तक बच्चे बैठाए हुए थे।
बच्चे एक-दूसरे की गोद में बैठे मिले। इतना ही नहीं ड्राइवर के बगल वाली सीट पर ही तीन से चार बच्चे बैठे मिले। इन स्कूल वैन को जब्त किया गया। बच्चों को दूसरे वाहनों से घर तक छुड़वाया गया। स्कूल बसों की भी जांच की गई। इनमें भी खामियां मिली।
स्कूल शुरू होने के पांच दिन बाद ट्रैफिक पुलिस स्कूली वाहनों की जांच के लिए सड़कों पर उतरी। एसपी धर्मवीर सिंह ने शहर के सात चौराहों पर चेकिंग प्वाइंट लगवाए। दो घंटे चेकिंग की गई। इस दौरान सबसे ज्यादा खामियां स्कूली वैन में मिली। यह बिना परमिट तो दौड़ ही नहीं थीं, एक स्कूल वैन के टायर घिसे हुए थे। इसमें 12 से ज्यादा बच्चे बैठे हुए थे। वैन में सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं थे।
ड्राइवर वर्दी, बैज नहीं लगाए थे। 11 वैन को जब्त किया गया। स्कूली बसों की जांच की गई। इसमें अग्निशमन यंत्र, फर्स्ट एड बाक्स, स्पीड गवर्नर, कैमरों की जांच की गई। बसों में खामियां मिलने पर चालान काटा गया। स्कूल बसों के चालकों को समझाइश दी गई कि निर्धारित गति में ही बस चलाएं। पुलिसकर्मियों ने बच्चों से भी बस की गति के बारे में पूछा।
कलेक्टर ने कहा. स्कूली वाहनों में बच्चों की सुरक्षा के साथ न हो कोई समझौता
जिले की भितरवार तहसील के ग्राम गोहिंदा में स्कूली बच्चों को लेकर जा रही वैन में आग लगने की घटना को कलेक्टर रुचिका सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने जिले के सभी एसडीएम व क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को स्कूली वाहनों के निरीक्षण को लेकर पहले जारी किए गए दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया है कि स्कूली वाहनों के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी गाइडलाइन का हर हाल में पालन कराया जाए। कलेक्टर ने कहा कि गाइडलाइन का उल्लंघन मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने जिलेवासियों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों को असुरक्षित वाहन में स्कूल न भेजें।