इंदौर : आश्रमों-होस्टलों को लेकर गाइड लाइन !
आश्रमों-होस्टलों को लेकर गाइड लाइन
कलेक्टर ने ली बैठक; साफ-सफाई, भोजन और सुरक्षा पर खास जोर
युग पुरुष की घटना के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने आश्रमों और होस्टलों संचालकों की बैठक ली। बैठक में साफ-सफाई, भोजन और सुरक्षा पर खास जोर दिया गया। इसके साथ ही कई बिंदुओं पर दिशा-निर्देश जारी किए गए। कलेक्टर निर्देश पर जिले के सभी सरकारी छात्रावासों और आश्रमों का नियमित रूप से निरीक्षण और बच्चों से संवाद होगा। छात्रावास और आश्रम के अधीक्षक संस्थाओं में साफ-सफाई, भोजन की गुणवत्ता और बच्चों के स्वास्थ्य, सुरक्षा पर विशेष ध्यान देंगे।
ऐसे ही गाइड लाइन
-सभी अधीक्षक छात्रावासों औप आश्रमों के सभी स्टूडेंट्स से प्रतिदिन संवाद करें। उनमें यदि किसी भी प्रकार असुरक्षा का भाव आए तो समझकर उसका समय पर समाधान किया जाए।
– अनुशासन का पालन करें और मुख्यालय पर ही रहे।
– अधीक्षक ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल न हो जो सिविल सेवा नियमों के उल्लंघन की श्रेणी में आती हैं।
– बच्चों के लिए अधीक्षक/अधीक्षिका माता-पिता और गुरु की भूमिका में होते हैं। वे खुद को बच्चों के समक्ष एक मिसाल के रूप में स्थापित करें। कन्या छात्रावास/आश्रमों में अनिवार्यतः महिला चौकीदार ही रहे।
– छात्रावास/आश्रमों में बिजली के खुले तार नहीं हो। पेयजल या अन्य समस्याएं हो तो तत्काल सूचित कर दुरुस्त करवाएं।
– सुरक्षा के लिए ‘सेफ्टी मस्ट सेफ्टी फर्स्ट’ भोजन बनाते समय अधीक्षक खुद उपस्थित रहे। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखे। छात्रावास/आश्रमों में निवासरत छात्र-छात्राओंं से चर्चा में स्वास्थ्य, व्यक्तिगत और शरीर आदि की सफाई की स्थिति पर भी ध्यान दें। छात्र-छात्राओं का हर माह स्वास्थ्य परीक्षण प्रतिमाह कराएं।
– छात्र-छात्राओं की सुरक्षा प्राथमिकता हैं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न की जाएं। छात्रावास/आश्रमों में प्रकाश की व्यवस्था हो।
– पानी की टंकियों की नियमित साफ-सफाई करें। आररओ ठीक अ होकर पूर्णतः कार्यशील रहे। पालक समिति की बैठकें अनिवार्य रूप से आयोजित करें।
– बच्चों द्वारा ध्यान भटकाने वाली गतिविधि की जाने, अपनी परेशानी बताए जाने पर या बीमारी की स्थिति में तत्काल परिवार को सूचित करें।
– छात्र-छात्राओं से सभ्य भाषा का ही उपयोग किया जाएं। मेस, स्टोर में खाद्य पदार्थ शुद्ध रह। एक्सपायरी डेट के मसाले और अन्य सामग्री न हो।
– टेबलेट में ऑनबोर्डिंग करें, रिचार्ज रखे और रोज उपस्थिति लगाएं। टेबलेट हमेशा ऑन रखें।
– रसोई के बर्तन, झूठे बर्तन अच्छे से साफ करें, ताकि फूड पायजनिंग जैसी समस्या न हो।
– पानी की टंकियों से अनावश्यक पानी न बहे व छत की सफाई नियमित रूप से कंरे।
– हर आने वाले की एंट्री करें। छात्र-छात्रा का आईडी कार्ड, उनके माता- पिता, भाई के आईडी कार्ड रखें।
– छात्र-छात्राओं के प्रति चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का व्यवहार संवेदनशील होकर सभ्यतापूर्ण हो।
– सीसीटीवी कैमरे चालू हालत में हो और इसरी लिंक अधीक्षक के मोबाइल से जुड़ी हो।