ईओडब्ल्यू में शिकायत होने के बाद पटवारी को हटाया !
ईओडब्ल्यू में शिकायत होने के बाद पटवारी को हटाया, और भी शिकायतें मिलीं
रकारी जमीन पर निर्माण कराने के मामले में पटवारी की शिकायत ईओडब्ल्यू से शिकायत के बाद पटवारी सुनील तोमर को हटा दिया गया। शिकायतकर्ता आशीष राय ने पहले शिकायत की थी जिसमें बताया कि बहुमूल्य शहरी शासकीय भूमि पर अवैध रूप से प्लाटिंग हो रही है। पटवरी के हटने के बाद भी उसकी शिकायतें सामने आ रही है।
ओडब्ल्यू में शिकायत होने के बाद पटवारी को हटाया, और भी शिकायतें मिलीं …
- सरकारी जमीन पर निर्माण में पटवारी की शिकायत का मामला
- शिकायत के बाद हटा दिया गया है पटवारी को
- अभी और भी शिकायतें सामने आ रही है पटवारी की
ग्वालियर। थाटीपुर क्षेत्र में गौसपुरा हल्के में आने वाली शीतला गार्डन कालोनी में सरकारी जमीन पर निर्माण कराने के मामले में पटवारी की शिकायत ईओडब्ल्यू से शिकायत के बाद पटवारी सुनील तोमर को हटा दिया गया। सुनील को कार्यालय अधीक्षक भू-अभिलेख में अटैच किया गया है। इस मामले में राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव की ओर से ग्वालियर प्रशासन को जांच के लिए पत्र भेजा गया था जिसके बाद एसडीएम लश्कर नरेंद्रबाबू यादव ने यह जांच नायब तहसीलदार को सौंपी है।
इस मामले में जांच जारी है वहीं पटवारी तोमर की और भी शिकायतें मिलीं हैं। शिकायतकर्ता के अनुसार गौसपुरा में पटवारी ने सांठगांठ कर सरकारी जमीन पर आवास बनवा दिए। इसमें बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है। बता दें कि इस मामले में शिकायतकर्ता आशीष राय ने पहले शिकायत की थी जिसमें बताया कि बहुमूल्य शहरी शासकीय भूमि वार्ड क्रमांक 22 में ग्राम गौसपुरा के सर्वे क्रमांक नंबर 2196 (रकबा 0100 है.), 2198 (रकबा 0.1880 है.), 2226 (रकबा 0.2090 है.) आदि लगभग दो बीघा पर (शीतला गार्डन के पास) पर अवैध प्लाटिंग हो रही है।
इस शासकीय भूमि पर भूमाफिया के द्वारा अवैध कालोनी काटकर आवासीय, व्यवसायिक भवन आदि का निर्माण कराया जा रहा है और मध्य प्रदेश शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है। भूमाफिया यहां पास के शासकीय गंदे नाले, शीतला गार्डन आदि से लगी हुई निजी जमीन का सर्वे नंबर डालकर रजिस्ट्री कराई जा जाती हैं और इन शासकीय भूमि में कब्जा दिया गया है।
अलग-अलग सर्वे नंबरों पर मंगल, दिलीप, शीलाबाई, रीयल स्टेट से जुड़े दीपक जैन, राघवेंद्र गुर्जर, रनवीर गुर्जर द्वारा सरकारी जमीन की बिक्री के मामले आए हैं। पहले भी इस शासकीय भूमि पर राजस्व विभाग व नगर निगम द्वारा कार्रवाई की जा चुकी है, फिर भी इस भूमि पर आदतन अवैध प्लाटिंग का काम जारी है।
इन सर्वे नंबरों पर ले चुके सीवर लाइन का मुआवजा
1639, 1640, 2165, 2167, 2172, 2188, 2171, 2185, 2187, 2191, 2192, 2227, 2228 द्य2190 सर्वे नंबर सीलिंग की जमीन है, यहां मंगल व दिलीप सिंह, जानू, शुभम, शीला बाई ये नाम शासकीय रिकार्ड में बिना आदेश के वर्ष 2000 से दर्ज हैं।
2191 बिल्डर दीपक जैन ने एक बीघा की आड़ में सात से आठ बीघा में बिना डायवर्सन, प्लानिंग के अवैध कालोनी बनाई, इसी का नाम पीतांबरा स्टेट बताया गया है। द्य2198 दीपक जैन द्वारा शासकीय इस जमीन पर प्लाट काटे गए।
2225 इस सर्वे नंबर पर जीडीए का नाम है, यहां लाखन, मोहकम आदि के मकान बने हुए हैं।
जांच प्रचलन में है, नीरज शर्मा को चार्ज सौंपा है
पटवारी सुनील तोमर की जांच प्रचलन में है और भी शिकायतों के आधार पर भू-अभिलेख कार्यालय में अटैच किया गया है। पटवारी नीरज शर्मा को चार्ज सौंपा गया है।
-रविनंदन तिवारी, अधीक्षक, भू अभिलेख, ग्वालियर।