उज्जैन… भक्तों से धोखा ….. अब पुरोहित प्रतिनिधि ने 100 रुपए की प्रोटोकॉल रसीद 250 रुपए में श्रद्धालुओं को बेची, निलंबित
चेकिंग में जबलपुर के श्रद्धालुओं ने की शिकायत, प्रशासक ने रुपए वापस दिलवाए, चेकिंग के बाद व्यवस्था बदलेंगे…..
महाकाल मंदिर में कर्मचारियों, पुजारी-पुरोहित प्रतिनिधियों द्वारा श्रद्धालुओं के साथ ठगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को फिर एक पुरोहित प्रतिनिधि ने 100 रुपए की प्रोटोकॉल टिकट के श्रद्धालुओं से 250 रुपए ले लिए। उसे निलंबित कर दिया है।
जबलपुर से दर्शन के लिए आए रजनी व पति सुरेंद्र राजोरिया प्रोटोकॉल द्वार से दर्शन के लिए पहुंचे। चेकिंग के दौरान उन्होंने बताया कि पुरोहित प्रतिनिधि तिलक व्यास उन्हें लेकर आए हैं। उनसे प्रति श्रद्धालु 250 रुपए लिए गए, इसकी रसीद भी नहीं दी। जब तिलक व्यास से पूछताछ की तो उन्होंने प्रोटोकॉल की 100 रुपए वाली रसीद बताई। जबकि यात्रियों से हर रसीद के 250 रुपए लिए गए थे।
प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने श्रद्धालुओं को व्यास से राशि वापस दिलवाई। व्यास द्वारा की गई स्वीकारोक्ति के बाद प्रशासक ने आगामी आदेश तक उन्हें निलंबित कर दिया है। व्यास केवल सामान्य दर्शनार्थी की तरह दर्शन के लिए ही मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे, पूजन आदि नहीं करा सकेंगे।
ये प्रोटोकॉल की चौथी घटना
इसके पहले प्रोटोकॉल रसीदों की कालाबाजारी की तीन घटनाएं सामने आ चुकी हैं। भस्मआरती प्रोटोकॉल रसीदों से होटल के यात्रियों को दर्शन कराने, नाबालिग फूल विक्रेता के माध्यम से प्रोटोकॉल रसीदों से सामान्य दर्शनार्थियों को प्रवेश कराने तथा प्रोटोकॉल रसीदों से त्रिवेणी स्थित होटल के यात्रियों को दर्शन कराने की घटनाएं पहले हो चुकी हैं। प्रोटोकॉल की एक रसीद 100 रुपए की होती है। जबकि इस रसीद को 250 से 1000 रुपए तक में कालाबाजारी कर अन्य श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं।
गर्भगृह में भी धोखाधड़ी : श्रद्धालु द्वारा दी दान राशि रख ली
मंदिर में दर्शन और दान राशि के घोटालों के क्रम में गर्भगृह में पुजारी प्रतिनिधि द्वारा श्रद्धालु द्वारा दानपेटी में डालने के लिए दी गई 11000 रुपए की राशि पुजारी प्रतिनिधि द्वारा अपने पास रख लेने तथा इस राशि में से मंदिर के दो निरीक्षकों को भी राशि देने का मामला भी श्रद्धालु की शिकायत पर सामने आया था। तीनों को निलंबित कर दिया था।
प्रशासक धाकड़ के अनुसार ठगी के मामलों को देखते लगातार चेकिंग की जा रही है। इस कड़ी में और सतर्कता बढ़ाई जाएगी। अब प्रोटोकॉल बुकिंग वाले श्रद्धालुओं को मंदिर समिति के कर्मचारियों के माध्यम से ही दर्शन के लिए प्रवेश कराया जाएगा।
10 तक गर्भगृह में प्रवेश नहीं
मंदिर समिति द्वारा नए साल की भीड़ को देखते 3 जनवरी तक गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। रोक को 10 जनवरी तक बढ़ा दिया है। श्रद्धालुओं को बेरिकेड्स से ही दर्शन कराए जाएंगे। दर्शन का समय सुबह 6 से रात 9 बजे तक रहेगा। गर्भगृह में केवल पूजन कराने वाले पुजारी, पुरोहित व व्यवस्था में लगे कर्मचारी ही प्रवेश करेंगे।