ग्वालियर : गड्ढों से छलनी सड़कें !

गड्ढों से छलनी सड़कें:हर दिन होते हैं हादसे, फिर भी अफसर नहीं कराते पेंच रिपेयरिंग

लापरवाही –निगम एवं पीडब्ल्यूडी के अफसरों के सामने मंत्री, सांसद और कलेक्टर के निर्देश बेअसर

शहर की सड़कों में गड्ढे नासूर बने हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मप्र के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, नारायण सिंह कुशवाह और सांसद भारत सिंह कुशवाह की बैठक व निर्देश के बाद भी अफसर इन्हें नहीं सुधार रहे हैं। इतना ही नहीं, इन बैठक-निर्देशों के बाद खुद कलेक्टर रुचिका चौहान सड़क पर उतरकर गड्ढे देखने पहुंची और शिकायत मिलने के 24 घंटे में गड्ढे भरने की चेतावनी दे आईं।

फिर भी नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के न कान खुले और न गड्ढे दुरुस्त हुए हैं। इन सबका खामियाजा शहरवासिायों को गड्ढों भरी सड़कों पर सफर करके भुगतना पड़ रहा है। वहीं गड्ढों की पेंच रिपेयरिंग न होने के कारण गिट्टी व अन्य मटेरियल सड़कों पर फैला हुआ है। जिस कारण दो पहिया वाहन चालक अनियंत्रित हो रहे हैं।

मुख्य सड़कों पर कई महीने पुराने गड्ढों की सुध नहीं

हजीरा चौराहे से चार शहर का नाका रोड… इस मार्ग पर जगह-जगह सड़क खुद गई है। उनमें गड्ढे पड़ गए हैं। जब कोई वाहन वहां से गुजरता है तो हादसे होते हैं।

शिंदे की छावनी: रामदास घाटी से शिंदे की छावनी आने वाले रास्ते में खल्लासीपुरा के बाहर सड़क पर पिछले 2-3 महीने से एक गड्ढा लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है। इस रूट पर प्रति घंटे करीब 2500 वाहन गुजरते हैं। बीते दिनों मामला सुर्खियों में आने पर यहां काम कराया गया और सफेद गिट्टी भरकर इतिश्री कर ली गई। अब यहां इस गिट्टी पर 2 पहिया वाहन चालक अनियंत्रित हो रहे हैं। नियमानुसार इस गड्ढे को भरकर डामर से पेंच रिपेयरिंग होनी थी।
हुरावली चौराहा: उपनगर मुरार से सिटी सेंटर क्षेत्र को जोड़ने वाले हुरावली चौराहे पर सिरोल साइड में पिछले करीब 8 महीने से गड्ढे है। ​शराब दुकान के सामने स्थित इन गड्ढों की पेंच रिपेयरिंग इतने महीनों में भी नहीं हो सकी है। इस रोड पर प्रति घंटा करीब 1700-1800 वाहनों का ट्रैफिक लोड रहता है और लोगों को पानी भरे गड्ढों में ही रेड सिग्नल के दौरान खड़े भी रहना पड़ता है।

सचिन तेंदुलकर रोड: शहर के पॉश एरिया में शामिल सचिन तेंदुलकर रोड पर कई जगह गड्ढे हो रहे हैं और इस सड़क की ये स्थिति करीब एक साल से है। लेकिन सड़क पर पेंच रिपेयरिंग का काम नहीं किया जा रहा। यहां पेट्रोल पंप के सामने के गड्ढों से निकलकर गिट्टी भी सड़क पर फैली हुई है। जिस कारण अक्सर 2 पहिया वाहन चालक अनियंत्रित हो रहे हैं और आए दिन हादसे हो रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार अफसर पेंचवर्क नहीं करा रहे हैं और राहगीर व्यर्थ में परेशान हो रहे हैं।
सिंहपुर रोड: बारादरी चौराहे से निबुआपुरा तिराहे तक के बीच की सड़क की हालत पिछले 2 वर्ष से जर्जर है। इस सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं और उनमें पानी भर जाता है। जिससे यहां पर रोज हादसे होते हैं। इस संबंध में सांसद भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि एक-दो दिन में दिल्ली से लौटकर मैं खुद निरीक्षण करुंगा और पेंच रिपेयरिंग के साथ जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी।​​​​​​​

फूलबाग चौपाटी से एसकेवी तक… यह मार्ग शहर के व्यवस्ततम मार्गों में से एक है। यहां से बसंत विहार, माधव नगर, मुरार, जयेंद्रगंज आदि के लिए कनेक्टिविटी है। बावजूद इसके यह मार्ग पूरी तरह से खुदा पड़ा है। इससे यहां दुर्घटनाएं होने के साथ अक्सर जाम भी लगता है।

सिर्फ निर्देशों तक सिमट रहीं बैठक और निरीक्षण

  • 5 जुलाई: स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रुम में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने प्रशासन, नगर निगम, पुलिस व अन्य विभागों के अफसरों की बैठक ली। जिसमें निर्देश दिए कि अफसर खुद सड़कों का निरीक्षण करें।​​​​​​​
  • 13 जुलाई: कलेक्ट्रेट में हुई विकास कार्यों की बैठक में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व नारायण सिंह कुशवाह ने 7 दिनों में गड्ढे सही कराने के निर्देश दिए। बावजूद इसके कोई काम नहीं हुआ।
  • 16 जुलाई: सांसद भारत सिंह कुशवाह ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली, जिसमें अधिकारियों को हिदायत दी कि सड़क गड्ढे के कारण किसी प्रकार का हादसा हुआ तो अफसर पर कार्रवाई होगी।
  • 24 जुलाई: कलेक्टर रुचिका चौहान शहर में खुद सड़क पर उतरीं और गड्ढे देखे। उन्होंने साथ में मौजूद नगर निगम व अन्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि जहां से भी गड्ढों की शिकायत आए, उसकी रिपेयरिंग कराएं।

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