कर्ज पर सरकार से श्वेत-पत्र की मांग; खाद संकट, ड्रग्स तस्करी और कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरेगा विपक्ष ?
विधानसभा का शीत सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में विपक्ष राज्य सरकार को सदन के भीतर और सदन के बाहर दोनों जगह एक साथ घेरने जा रहा है। सदन के बाहर पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व में विधानसभा के घेराव करने की तैयारी है। इसके लिए सभी बड़े नेता अपने समर्थकों से 16 दिसंबर को भोपाल पहुंचने की अपील जारी कर चुके हैं।
वहीं सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक प्रदेश में खाद संकट, ड्रग्स तस्करी, कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरेंगे। विपक्ष मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की विदेश यात्रा के दौरान निवेश प्रस्तावों और प्रदेश पर कर्ज की स्थिति को लेकर श्वेत पत्र की मांग करेगा।
राज्य सरकार जनकल्याण पर्व और सुशासन पर्व मनाने जा रही है, विपक्ष सुशासन के मुद्दे पर लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू में दर्ज 274 भ्रष्टाचार के केसों में राज्य सरकार द्वारा अभियोजन की मंजूरी नहीं दिए जाने के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पिछले विस सत्र में कांग्रेस ने जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार की जांच की मांग की थी, जिस पर विधानसभा में जांच का आश्वासन दिया गया था, विपक्ष फिर से इस मुद्दे को उठाएगी और सरकार से जांच रिपोर्ट की मांग करेगा।
1766 सवाल, लगभग 200 ध्यानाकर्षण
विधानसभा के शीत सत्र के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों समेत कुल 1766 सवाल लगाए गए हैं। इसके अलावा लगभग 200 ध्यानाकर्षण सूचनाएं विधायकों की ओर से लगाई गई हैं। 14 अशासकीय संकल्प स्वीकार किए गए हैं। देरी से आए संकल्प को स्वीकार नहीं किया गया है, हालांकि विशेष परिस्थिति में विस अध्यक्ष इन्हें पेश करने की मंजूरी दे सकते हैं। शीत सत्र में 8 विधेयक पेश किए जाएंगे। शीत सत्र में सिर्फ 143 विधायकों ने ही सवाल लगाए हैं। जबकि मानसून सत्र में 163 विधायकों ने सवाल लगाए थे।
सालभर बाद भी चीफ व्हिप की नियुक्ति नहीं नई विधानसभा के गठन को पूरा एक साल बीत चुका है, नेता प्रतिपक्ष की ओर से अभी तक विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल का मुख्य सचेतक (चीफ व्हिप) और सचेतक ही नियुक्ति नहीं किया है। मुख्य सचेतक ही सदन में पार्टी लाइन को लेकर विधायकों को व्हिप जारी करता है, जिसका उल्लंघन करने पर उनकी सदस्यता तक चली जाती है।
कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ विधायकों समेत 15 विधायक ऐसे हैं, जिन्हें विधानसभा की किसी भी समिति में शामिल नहीं किया गया है। ये सभी विधायक नेता प्रतिपक्ष ने नाराज बताए जाते हैं। इनमें पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत 3 सवर्ण, 2 एससी, 3 ओबीसी और 7 आदिवासी वर्ग के विधायक हैं।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने रविवार शाम को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी 64 विधायकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने को कहा गया है। होटल पलाश में रखी गई इस बैठक में कांग्रेस की आक्रामक रणनीति और रूपरेखा के बारे में विधायकों को जानकारी दी जाएगी।