ग्वालियर : पुलिस फिर फेल, क्योंकि…चेकिंग बंद, सीसीटीवी के भरोसे पुलिसिंग ?

पुलिस फिर फेल, हत्या कर भागे शूटर …
हर बड़ी वारदात के बाद आरोपी हो जाते हैं फरार, लकीर पीटती रहती है पुलिस

पुलिस बल के बिना सूना पड़ा बहोड़ापुर चेकिंग प्वाइंट। - Dainik Bhaskar

पुलिस बल के बिना सूना पड़ा बहोड़ापुर चेकिंग प्वाइंट।
  • क्योंकि…चेकिंग बंद, सीसीटीवी के भरोसे पुलिसिंग

शहर को लॉक कर बदमाशों को चेकिंग नाकों पर घेरकर पकड़ने की पुलिस की व्यवस्था एकबार फिर धराशायी हो गई। सोमवार को जब ट्रेवल्स कारोबारी की 55 वर्षीय पत्नी अनीता गुप्ता निवासी प्रीतमपुरा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और अपराधी बेखौफ फरार हो जाते हैं। शहर में घटना के बाद अपराधियों के फरार होने की घटना पहली बार नहीं है। इसके पहले भी कई बड़े मामलों में अपराधी फरार हो गए और पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही।

यही कारण है कि शहर में अपराधी हथियार के साथ घूमते है और गोली चलाकर फरार भी हो जाते हैं, लेकिन पुलिस के हाथ न तो वह गोली के पहले आते हैं और न बाद में। पुलिस की ऐसी लचर पुलिसिंग से लोग भयग्रस्त हैं। व्यापारियों और उनके संगठन के प्रतिनिधियों का कहना है कि पुलिस को अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना कना कहना है कि चेकिंग नाकों की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सर्वे कराकर नए चेकिंग पाइंट व व्यवस्था तय की जाएगी।

  • 3244 अफसर-जवान लगे हैं अपराध नियंत्रित करने
  • 59 चेकिंग प्वॉइंट की 15 साल पहले की गई व्यवस्था
  • 569 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं शहर की निगरानी में

15 साल पहले बना था सिस्टम

शहर में अपराध बढ़ने पर नियंत्रण के लिए 15 वर्ष पूर्व शहर का सर्वे कर घटना के बाद शहर के अंदर ही घेरकर पकड़ने के शहर को लॉक करने की सिस्टम बनाया था। इस सिस्टम में शहर के सभी थाना क्षेत्रों में 59 चेकिंग नाके बनाए गए थे। किसी भी घटना के बाद पुलिस तत्काल वायरलेस से शहर को लॉक करने के मैसेज पर शहर में चिन्हित सभी 59 चेकिंग नाकों पर पुलिस बेरीकेड्स लगाकर संदेहियों की चेकिंग शुरू करती थी।

आठ टीमें बनाईं: अनीता गुप्ता की हत्या के बाद भागे बाइक सवारों की तलाश के लिए आईजी अरविंद सक्सेना व एसपी धर्मवीर सिंह ने घटनास्थल की पड़ताल के बाद आठ टीमें बनाईं हैं। एक टीम सीसीटीवी कैमरे खंगालेगी, दूसरी रूट पर चिन्हित होने वाले संदिग्धों की धरपकड़ कर रही है।

जानिए…घटना दर घटना कैसे चरमराई पुलि​स की अपराधियों को पकड़ने की व्यवस्था

  • किशोर के हत्यारे बेसुराग: मुरार में किशोर इमरान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इन किशोरों का झगड़ा मेला ग्राउंड पर हुआ था, उसके बाद सब मुरार पहुंचे और इमरान को गोली मार दी।
  • एक सप्ताह पहले फेंक गए बच्चे का शव : एक सप्ताह पूर्व बहोड़ापुर इलाके में पुलिस ने एक बच्चे के शव को बैग में बरामद किया था। बच्चे की अन्यत्र हत्या कर शव को यहां फेंका गया था।
  • गोलीबारी कर भागे थे आरोपी:आचार संहिता के दौरान भी सूर्य बिहार कालोनी में दो पक्षों के बीच ताबड़तोड़ गोलीबारी हुई थी और गोलीबारी के बाद बदमाश भाग गए थे। जो बाद में पकड़े गए थे।
  • अक्षया के हत्यारे भी भाग गए थे: माधौगंज इलाके में सिं‌धी कालोनी के पास छात्रा अक्षया को गोली मारने के बाद भी हत्यारे शहर से भाग गए थे, जिन्हें बाद में काफी मशक्कत के बाद पकड़ा गया।

व्यापारी बोले-

  • बाराघाटा औद्योगिक क्षेत्र के अध्यक्ष सोबरन सिंह तोमर का कहना है कि आए दिन दिन दहाड़े वारदात हो रही हैं। ऐसे में इंडस्ट्रीज एरिया में उद्यमियों को कैसे सुरक्षा मिले।
  • व्यापार समिति दाल बाजार के अध्यक्ष दिलीप पंजवानी ने कहा कि शहर में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहुत खराब है, सिर्फ शरीफ आदमी डर रहा है, अपराधी बेखौफ हैं।
  • चेंबर के मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध होंगे तो आम आदमी कैसे सुरक्षित महसूस कर सकता है।
  • चेंबर अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि यह घटना भय फैलाने वाली है। अपराधियों को जल्द पकड़ना चाहिए।
  • टोपी बाजार व्यापारी संगठन के अध्यक्ष संदीप वैश्य ने कहा कि ऐसे हालात में दुकान पर बैठने में भी डर लगता है।
  • सराफा संघ ग्वालियर के अध्यक्ष जवाहर जैन ने कहा कि व्यापारियों के मन में भय व्याप्त है, क्योंकि पुलिस व प्रशासन की अपराधियों पर पकड़ कमजोर है।

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