मैं निराश और भयभीत हूं’ ?
‘अब बहुत हो गया, मैं निराश और भयभीत हूं’, Kolkata Doctor Murder Case पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बयां किया दर्द
President Draupadi on Kolkata Case कोलकाता के ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले पर आज पहली बार देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दर्द बयां किया है। उन्होंने अपनी पहली टिप्पणी में कहा कि वह निराश और भयभीत हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि कोई भी सभ्य समाज बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचार की अनुमति नहीं दे सकता।
- ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म मामले में राष्ट्रपति का बड़ा बयान।
- समाज को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरतः द्रौपदी मुर्मु
कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले पर आज पहली बार देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दर्द बयां किया है। उन्होंने अपनी पहली टिप्पणी में कहा कि वह ‘निराश और भयभीत’ हैं।
‘बस बहुत हो गया’
महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर दुखी राष्ट्रपति मुर्मु ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि एक ओर छात्र, डॉक्टर और नागरिक कोलकाता में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, दूसरी ओर अपराधी अन्य जगहों पर घूम रहे थे। ‘बस बहुत हो गया’, अब कुछ करना होगा।
समाज को आत्मनिरीक्षण की जरूरत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि कोई भी सभ्य समाज बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचार की अनुमति नहीं दे सकता। समाज को ‘ईमानदार, निष्पक्ष आत्मनिरीक्षण’ की जरूरत है, खुद से कुछ कठिन सवाल पूछने चाहिए।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुआ दुष्कर्म
बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 9 अगस्त को एक महिला ट्रेनी डॉक्टर की हत्या और कथित यौन उत्पीड़न की घटना से राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश फैल गया और देश के विभिन्न राज्यों में कई रैलियां आयोजित की गईं।
देश के कई हिस्सों में डॉक्टर स्ट्राइक पर चले गए और अस्पताल में ज्यादातर सेवाएं ठप हो गई थीं।
ममता ने कही ये बात
वहीं, कोलकाता के आरजी अस्पताल में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दरिंदगी की घटना के खिलाफ लगातार जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के स्थापना दिवस पर एक्स पर पोस्ट के माध्यम से पीड़िता चिकित्सक को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विशेष दिन को वह उस बहन को समर्पित कर रही हैं, जिसे कुछ दिन पहले अस्पताल में निर्मम तरीके से शारीरिक उत्पीड़न कर मौत के घाट उतार दिया गया था।मुख्यमंत्री ने न्याय की त्वरित मांग की।