ग्वालियर में केस दर्ज करने के बदले मांगी रिश्वत ?
ग्वालियर में केस दर्ज करने के बदले मांगी रिश्वत…
महिला ने SP को सौंपा हेड काॅन्स्टेबल का VIDEO; जांच के आदेश
ग्वालियर में रिश्वत की मांग करती एक महिला हेड कॉन्स्टेबल का वीडियो सामने आया है। यह 42 सेकंड का वीडियो बहोड़ापुर थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल अंगूरी जोशी का बताया जा रहा है। वीडियो में वह थाने में एक महिला से बातचीत करती देखी जा रही है। जिसमें महिला कहतीं हैं कि मेम, आपने उनका नाम बताया था बृजलता उनसे मिलना है। आपको 5 हजार देना है, और उनको?
इसके जवाब में हेड कॉन्स्टेबल कहती हैं कि उनको कितना देना है, मैं बात कर लूंगी। एकाध हजार दे देना और कह देना गरीब आदमी हूं। नहीं तो वह ऐसे तो अपना नहीं करेंगी। इस पर महिला कहती हैं कि 5 हजार देने पर कितने दिन में काम हो जाएगा। इस पर हेड कॉन्स्टेबल कह रही हैं कि टाइम तो लगेगा। पहले उसको छुट्टी से आ तो जाने दे।
इसलिए शिकायत दर्ज कराने पहुंची थी महिला
महिला अपने पति पर पहले से ही शादीशुदा होने का आरोप लगाया है। जिसकी शिकायत दर्ज कराने को लेकर वह 3 महीने से थाने के चक्कर लगा रही है। महिला का कहना है कि पति ने पहले से शादी होने की बात छुपाकर उससे धोखाधड़ी से शादी की थी।
जब मुझे इसकी जानकारी लगी तो विरोध किया। इसके बदले पति और ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे थे। तंग आकर थाने में दहेज एक्ट का मामला दर्ज कराने के लिए चक्कर लगा रही हूं।
कुछ दिन पहले जब फिर से बहोड़ापुर थाने पहुंची तो वहां मौजूद महिला हेड कॉन्स्टेबल ने मामला दर्ज करने के बदले 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। काफी बातचीत के बाद महिला हेड कॉन्स्टेबल 5 हजार रुपए में मान गई।
इस दौरान हुई बातचीत का उसने वीडियो बनाया था। जिसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची, और एसपी को सबूत के तौर पर वह वीडियो सौंपा है।
हेड कॉन्स्टेबल ने बताया झूठा आरोप
रिश्वत मांगने के मामले में जब दैनिक भास्कर ने महिला हेड कॉन्स्टेबल अंगूरी जोशी से फोन पर बातचीत की। उनका कहना था कि फरियादी महिला से कोई भी रिश्वत नहीं मांगी है, महिला उन पर झूठा आरोप लगा रही है।
एसपी ने कहा- जांच के बाद कार्रवाई होगी
एसपी राकेश कुमार सागर का कहना है कि एक महिला ने महिला हेड कॉन्स्टेबल की शिकायत की है। जिसमें उन्होंने शिकायत दर्ज करने के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। डीएसपी महिला अपराध को जांच करने के निर्देश दिए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर हेड काॅन्स्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।