दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर चूहों की वजह से हुआ गड्ढा ?
Delhi-Mumbai Expressway एक ही बारिश में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की पोल खुलने लगी है। राजस्थान के दौसा जिले में एक्सप्रेसवे पर बड़ा गड्ढा हो गया है। निर्माण कंपनी ने आसपास के क्षेत्र को बैरिकेडिंग से घेर दिया है। इस बीच कंपनी ने एक कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। दरअसल कर्मचारी ने इस मामले में गलत दावा किया था।

- राजस्थान के दौसा में धंसा एक्सप्रेसवे।
- कंपनी ने एक कर्मचारी को निकाला।
- चूहे की वजह से गड्ढे का किया था दावा।
नई दिल्ली। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। इसकी वजह यह है कि राजस्थान के दौसा जिले में एक्सप्रेसवे के बीचोंबीच एक बड़ा गड्ढा हो गया है। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
गड्डे की जानकारी मिलने पर निर्माण कंपनी ने आनन-फानन इसे ठीक करने का काम शुरू किया और आसपास बैरिकेडिंग कर दी। मगर इस बीच कंपनी ने चूहों की वजह से गड्डे होने का दावा करने वाले जूनियर कर्मचारी बनवारी लाल पर गाज गिरा दी है।
केसीसी बिल्डकॉन ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिख जानकारी दी कि सड़क धंसने के पीछे चूहों का तर्क देने वाले कर्मचारी को निकाल दिया गया है। कर्मचारी कंपनी का जूनियर स्टाफ था। मगर उसने खुद को मेंटेनेंस मैनेजर बताया और तकनीकी समझ न होने के बावजूद ऐसा बयान दिया है। उसकी टिप्पणी तकनीकी समझ पर आधारित नहीं थी।
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि व्हाट्सएप के माध्यम से कर्मचारी के टिप्पणी की जानकारी मिली। हम सटीक और विश्वसनीय जानकारी के महत्व को पहचानते हैं। खासकर सार्वजनिक सुरक्षा के संबंध में। हमने कर्मचारी की सेवाओं को तुरंत प्रभाव से समाप्त करके उचित कार्रवाई की है।
इन राज्यों से गुजरता है एक्सप्रेसवे
बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। इसकी लंबई 1,386 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली समेत छह राज्यों से गुजरता है। इन राज्यों में हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं। एक्सप्रेसवे की वजह से दिल्ली और मुंबई की यात्रा 24 की जगह सिर्फ 12 घंटे में पूरी हो सकेगी।
……………………..
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कंस्ट्रक्शन कंपनी पर 50 लाख का जुर्माना …
कंसलटेंट बर्खास्त, भांडारेज इंटरचेंज के पास सड़क धंसने के मामले में एक्शन
भारतमाला परियोजना के तहत बनाए गए दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर भांडारेज इंटरचेंज के पास सड़क धंसने से मामले में नेशनल हाईवे प्राधिकरण (NHAI) ने एक्शन लिया है। एनएचएआई ने एक्सप्रेसवे से जुडे कंसलटेंट सुकुमार को टर्मिनेट कर दिया है। साथ ही निर्माण कंपनी पर 50 लाख का जुर्माना लगाया है।
इस बड़ी कार्रवाई से एनएचएआई इंजिनियरों व निर्माण कंपनियों में खलबली मची हुई है।
परियोजना निदेशक बलवीर सिंह यादव ने बताया- कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्रवाई करते हुए 50 लाख का जुर्माना लगाया है, कंपनी से ही जुड़े कंसलटेंट को भी टर्मिनेट किया गया है।

अनाधिकृत बयानबाजी से उच्चाधिकारी नाराज
एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंसने के बाद निर्माण कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी की बयानबाजी सामने आई थी। जबकि आधिकारिक तौर पर नेशनल हाईवे प्राधिकरण से जुड़े जिम्मेदार अधिकारी ही बयान दे सकते हैं। ऐसे में निर्माण कंपनी ने उस कर्मचारी को हटा दिया।
वहीं कंपनी पर एनएचएआई ने 50 लाख भारी भरकम जुर्माना लगाया है।

निर्माण की गुणवत्ता पर उठे थे सवाल
यहां सोमवार रात को भांडारेज इंटरचेंज के पास पिलर संख्या 182.300 पर एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंस गया था। सड़क के बीचो बीच कई फीट गहरा गड्ढा होने से निर्माण कंपनी की लापरवाही को उजागर हुई थी। हालांकि इससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई थी। जिसके बाद निर्माण कंपनी की टीम ने मेंटेनेंस कर गड्ढे को दुरुस्त कर दिया था।
बताया जा रहा है कि एक्सप्रेसवे पर जिस जगह गढ्ढा हुआ था, उसके पास पहले कुंआ था। जिसमें मिट्टी भराव के बाद पुख्ता पटाव करने की बजाय उस पर मिट्टी डालकर हाईवे का निर्माण कर दिया गया। ऐसे में बारिश के पानी से मिट्टी धंसने से यह गढ्ढा हो गया।
जिले में इस बार मानसून सीजन में भारी बारिश के चलते एक्सप्रेसवे पर भी कई जगह गहरे गड्ढे बन गए, जो हादसों को न्योता दे रहे हैं।

12 फरवरी को हुआ था उद्घाटन
करीब 90 हजार करोड की लागत से देश के सबसे लंबे दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इसके सोहना-दौसा खण्ड का उदघाटन 12 फरवरी को धनावड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। जिसके बाद दौसा से दिल्ली के बीच ट्रेफिक शुरू हुआ था।
ऐसे में एक्सप्रेसवे के संचालन के बाद की पहली तेज बारिश में कई जगह गढ्ढे होने से निर्माण कंपनी की कार्यप्रणाली कटघरे में हैं, साथ ही एनएचएआई के इंजीनियर भी सवालों के घेरे में हैं।