दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कंस्ट्रक्शन कंपनी पर 50 लाख का जुर्माना … ?
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कंस्ट्रक्शन कंपनी पर 50 लाख का जुर्माना …
कंसलटेंट बर्खास्त, भांडारेज इंटरचेंज के पास सड़क धंसने के मामले में एक्शन
भारतमाला परियोजना के तहत बनाए गए दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर भांडारेज इंटरचेंज के पास सड़क धंसने से मामले में नेशनल हाईवे प्राधिकरण (NHAI) ने एक्शन लिया है। एनएचएआई ने एक्सप्रेसवे से जुडे कंसलटेंट सुकुमार को टर्मिनेट कर दिया है। साथ ही निर्माण कंपनी पर 50 लाख का जुर्माना लगाया है।
इस बड़ी कार्रवाई से एनएचएआई इंजिनियरों व निर्माण कंपनियों में खलबली मची हुई है।
परियोजना निदेशक बलवीर सिंह यादव ने बताया- कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्रवाई करते हुए 50 लाख का जुर्माना लगाया है, कंपनी से ही जुड़े कंसलटेंट को भी टर्मिनेट किया गया है।
अनाधिकृत बयानबाजी से उच्चाधिकारी नाराज
एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंसने के बाद निर्माण कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी की बयानबाजी सामने आई थी। जबकि आधिकारिक तौर पर नेशनल हाईवे प्राधिकरण से जुड़े जिम्मेदार अधिकारी ही बयान दे सकते हैं। ऐसे में निर्माण कंपनी ने उस कर्मचारी को हटा दिया।
वहीं कंपनी पर एनएचएआई ने 50 लाख भारी भरकम जुर्माना लगाया है।
निर्माण की गुणवत्ता पर उठे थे सवाल
यहां सोमवार रात को भांडारेज इंटरचेंज के पास पिलर संख्या 182.300 पर एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंस गया था। सड़क के बीचो बीच कई फीट गहरा गड्ढा होने से निर्माण कंपनी की लापरवाही को उजागर हुई थी। हालांकि इससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई थी। जिसके बाद निर्माण कंपनी की टीम ने मेंटेनेंस कर गड्ढे को दुरुस्त कर दिया था।
बताया जा रहा है कि एक्सप्रेसवे पर जिस जगह गढ्ढा हुआ था, उसके पास पहले कुंआ था। जिसमें मिट्टी भराव के बाद पुख्ता पटाव करने की बजाय उस पर मिट्टी डालकर हाईवे का निर्माण कर दिया गया। ऐसे में बारिश के पानी से मिट्टी धंसने से यह गढ्ढा हो गया।
जिले में इस बार मानसून सीजन में भारी बारिश के चलते एक्सप्रेसवे पर भी कई जगह गहरे गड्ढे बन गए, जो हादसों को न्योता दे रहे हैं।
12 फरवरी को हुआ था उद्घाटन
करीब 90 हजार करोड की लागत से देश के सबसे लंबे दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इसके सोहना-दौसा खण्ड का उदघाटन 12 फरवरी को धनावड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। जिसके बाद दौसा से दिल्ली के बीच ट्रेफिक शुरू हुआ था।
ऐसे में एक्सप्रेसवे के संचालन के बाद की पहली तेज बारिश में कई जगह गढ्ढे होने से निर्माण कंपनी की कार्यप्रणाली कटघरे में हैं, साथ ही एनएचएआई के इंजीनियर भी सवालों के घेरे में हैं।