हरियाणा में भाजपा-कांग्रेस के घोषणा पत्र में क्या खास ?
हरियाणा में भाजपा-कांग्रेस के घोषणा पत्र में क्या खास, दोनों में कितने वादे एक से?
आइये जानते हैं भाजपा-कांग्रेस के घोषणा पत्र में क्या-क्या है? इनमें क्या समानताएं हैं? दोनों के घोषणा पत्रों में अलग क्या है?
हाल के विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनावों में महिला केंद्रित योजनाओं की खूब चर्चा रही है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल, कर्नाटक और तेलंगाना में महिलों को आर्थिक सहयता देने के लिए योजनाएं शुरू की गईं। ऐसा ही कुछ हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रहा है। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में महिलाओं को हर महीने ₹2,100 की वित्तीय सहायता प्रदान करने का वादा किया है। यह मदद हरियाणा की सभी महिलाओं को ‘लाडो लक्ष्मी योजना’ के तहत दी जाएगी। वहीं अंत्योदय और बीपीएल परिवारों को केवल ₹500 में एलपीजी सिलेंडर प्रदान करना जारी रखने की घोषणा की गई है। यह लाभ हर घर गृहणी योजना के तहत दिया जा रहा है। इसके अलावा अव्वल बालिका योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में कॉलेज जाने वाली प्रत्येक छात्रा को स्कूटी दी जाएगी।
उधर कांग्रेस के घोषणा पत्र को देखें तो इसमें भी महिलाओं के लिए कई घोषणाएं की गई हैं। पार्टी ने अपने पहले वादे के तहत कहा है कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कांग्रेस सभी महिलाओं को 2,000 रुपए प्रतिमाह देगी। वहीं भाजपा के शासन में सिलेंडर की बढ़ी कीमत का हवाला देते हुए कांग्रेस ने वादा किया कि वह महिलाओं के कष्टों को कम करने के लिए और महंगाई के बोझ से राहत देने के लिए सभी महिलाओं को 500 रुपए में गैस सिलेंडर देगी।
अपने संकल्प पत्र में किसानों से भी भाजपा ने कई वादे किए हैं। इसमें सबसे अहम वादा सभी 24 फसलों की घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद जारी रखने का है। वहीं कांग्रेस ने कहा है कि वह किसानों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी सुनिश्चित करेगी। इसके साथ ही अन्नदाताओं को तत्काल फसल मुआवजा प्रदान करने का भी एलान किया गया है
दोनों प्रमुख दलों के घोषणा पत्रों में युवा वर्ग को तरजीह दी गई है। भाजपा ने घोषणा पत्र में कहा कि उसकी सरकार दो लाख युवाओं को ‘बिना पर्ची बिना खर्ची’ पक्की सरकारी नौकरियां देगी। वहीं पांच लाख युवाओं के लिए अन्य रोजगार के अवसर भी पैदा किए जाएंगे और नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन योजना के माध्यम से मासिक स्टाइपेंड की सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। पार्टी ने यह भी घोषणा की है कि हर हरियाणवी अग्निवीर को सरकारी नौकरी की गारंटी देंगे। भाजपा ने कहा कि हरियाणा को वैश्विक शिक्षा का केंद्र बनाएंगे, जो एआई और आधुनिक स्किल्स का प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इसमें पूरे प्रदेश में 10 अति आधुनिक औद्योगिक शहर बनाने का भी एलान किया गया है। दावा है कि प्रत्येक ऐसे शहर में आसपास के गांव के 50,000 युवाओं को नौकरी देने के लिए उद्यमियों को विशेष प्रोत्साहन देंगे।
कांग्रेस ने भी युवाओं के लिए अपने पिटारे से तमाम वादे किए हैं। घोषणा पत्र में पार्टी ने दावा किया कि हरियाणा में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान दो लाख सरकारी पद जो मंजूर हैं, वह खाली रहे और इन पदों को नहीं भरा गया। पार्टी ने कहा कि युवाओं को बेहतर भविष्य प्रदान करने और बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए हम दो लाख खाली सरकारी पदों को जल्द से जल्द भरेंगे। कांग्रेस ने हरियाणा को ‘नशा मुक्त’ बनाने की भी घोषणा की है।
दोनों दलों के घोषणा पत्र में दलित और पिछड़ा वर्गों के लिए भी कई घोषणाएं की गई हैं। भाजपा ने कहा कि अलग से ‘छोटी पिछड़े समाज की जातियों’ के कल्याण के लिए पर्याप्त बजट के साथ अलग-अलग कल्याण बोर्ड बनाएंगे। भारत के किसी भी सरकारी कॉलेज से मेडिकल और इंजीनियरिंग पढ़ने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति के हरियाणा के विद्यार्थियों को पूर्ण छात्रवृत्ति प्रदान करने का भी वादा किया गया है। पार्टी ने कहा कि सभी अन्य पिछड़ा वर्ग के उद्यमियों की (मुद्रा योजना के अतिरिक्त) 25 लाख रूपये के ऋण की गारंटी हरियाणा राज्य सरकार उठाएगी। भाजपा ने यह भी एलान किया है कि उसकी सरकार डीए और पेंशनों को जोड़ने वाले साइंटिफिक फार्मूला के आधार पर सभी सामाजिक मासिक पेंशनों की राशि में बढ़ोतरी करेगी। पार्टी ने कहा कि हरियाणा सरकार के कर्मचारियों के लिए नई एकीकृत पेंशन योजना अपनाएंगे, जो सुनिश्चित पेंशन, सुनिश्चित पारिवारिक पेंशन और सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन प्रदान करेगी।
कांग्रेस ने कहा कि ओबीसी की क्रीमी लेयर की सीमा को छह लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए किया जाएगा। पार्टी ने कहा कि संसाधनों का बेहतर वितरण सुनिश्चित करने और पिछड़ी जातियों को उनका उचित हिस्सा मिले, इसके लिए जाति सर्वे कराया जाएगा। पेंशन के मुद्दे पर कांग्रेस ने एलान किया है कि वह बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं को 6,000 रुपए पेंशन देगी। सरकारी कर्मचारियों के सेवा-निवृत होने के बाद की जिंदगी को आसान बनाने के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा।
भाजपा ने सेहत को अपने 20 संकल्पों में शामिल किया है। इसने कहा कि चिरायु-आयुष्मान योजना के तहत हर परिवार को 10 लाख रुपए की मुफ्त इलाज सुविधा प्रदान करेंगे। इसके अलावा, हर परिवार के 70 वर्ष से अधिक आयु के सदस्यों को पांच लाख की मुफ्त इलाज सुविधा प्रदान की जाएगी। जिला सरकारी अस्पतालों में सभी मरीजों के लिए डायलिसिस की सुविधा मुफ्त करेंगे और सरकारी व निजी अस्पतालों में डायग्रोसिस की मुफ्त सुविधा प्रदान करेंगे।
उधर कांग्रेस ने कहा है कि बीमारी के कारण स्वास्थ्य के खर्च का बोड़ा कम करने के लिए कांग्रेस उसी के अनुरूप कांग्रेस 25 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज प्रदान करेगी। यह सहायता अशोक गहलोत वाली राजस्थान सरकार की चिरंजीवी योजना के अनुसार दी जाएगी।
भाजपा ने अपने घोषणा-पत्र में कहा कि हम शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पांच लाख आवास उपलब्ध कराएंगे। वहीं पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के मााध्यम से 5 लााख घरोंं को मुफ्त बिजली दी जाएगी।
उधर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में घर और जमीन दोनों का एलान किया है। पार्टी ने कहा कि हरियाणा में 14 लाख परिवारों के पास पक्का घर नहीं है। दलित बस्तियों की दयनीय स्थिति के बावजूद भाजपा ने कांग्रेस की योजना को बंद कर दिया, जिसमें गरीब, एससी और बीसी परिवारों को 100-100 गज के प्लॉट दिए जाते थे। हुड्डा सरकार में सभी गरीबों को 100-100 गज के प्लॉट देने की योजना बनी थी और उसमें 3,92,000 प्लॉट दे दिए गए थे। 7 लाख प्लॉट देने थे, बाकी जो 100-100 गज के प्लॉट और उन पर 3,50,000 रुपए की लागत से दो कमरों का मकान गरीबों को बनाने का, देने का काम करने का वादा भी कांग्रेस ने किया है।
बिजली को लेकर कांग्रेस ने कहा कि महंगाई और बढ़ते बिजली के दामों से राहत देने के लिए हर घर को 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी।
वायदों का विश्लेषण : जानिए कांग्रेस के घोषणा पत्र से कितना अलग है भाजपा का संकल्प पत्र ? क्या जीत की हैट्रिक लगा पाएगी बीजेपी ?
हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है. रोहतक कार्यालय से जारी इस घोषणापत्र में 20 बड़े वायदें किए गए हैं. बीजेपी ने इस संकल्प पत्र के माध्यम से हर वर्ग को साधने की कोशिश की है. इस रिपोर्ट में जानिए कांग्रेस और भाजपा के संकल्प पत्र का विश्लेषण.
चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव सिर पर है. प्रत्याशी मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए दौड़-धूप करते नजर आ रहे हैं. गुरुवार को कांग्रेस के बाद भाजपा ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रोहतक में पार्टी कार्यालय से बीजेपी का संकल्प पत्र जारी किया. इस घोषणापत्र में महिलाओ, युवाओं और किसानों समेत हर वर्ग का ध्यान रखा गया है. बीजेपी ने वादा किया है कि वो सभी महिलाओं को 2100 रुपये प्रति महीना देगी. इसके अलावा रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपये में दिया जाएगा. अग्निवीरों के लिए सरकारी नौकरी की गारंटी भी पार्टी ने जारी की है.
इस संकल्प पत्र में पार्टी ने 20 वायदों को शामिल किया है, और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 7 वायदों को शामिल किया है. हालांकि 5 वायदें ऐसे भी हैं, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने घोषणा पत्र में शामिल किया है. इन वायदों में शामिल है हर घर गृहणी योजना तहत 500 रुपए में सिलेंडर, 2 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी, 18 से 59 साल की 78 लाख महिलाओं को हर महीने आर्थिक मदद, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों को आवास, और सामाजिक-आर्थिक आधार पर बुढ़ापा, दिव्यांग और विधवा पेंशन में वृद्धि.
पेंशन बढ़ोतरी पर कांग्रेस की नीति साफ, लेकिन भाजपा ने डाला संस्पेंस : वृद्धा, दिव्यांग और विधवा पेंशन एक बड़ा मुद्दा है. राज्य के 35 लाख लोग इन तीन वर्गों में पेंशन धारी है. फिलहाल इनकी पेंशन 3000 रुपए मासिक है. भाजपा के संकल्प पत्र में कहा गया है कि DA और पेंशनों को जोड़ने वाले साइंटिफिक फॉर्मूले के आधार पर सभी सामाजिक मासिक पेंशनों में सरकार वृद्धि का फैसला लेगी. ऐसे में साफ है कि पेंशन बढ़ोतरी के मुद्दे पर भाजपा ने संस्पेंस बरकरार रखा है. जबकि कांग्रेस ने वृद्धा, दिव्यांग और विधवा पेंशन 6000 रुपए मासिक किए जाने की घोषणा की है.
2 लाख बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का वायदा सेम : युवाओं को पक्की नौकरी का वायदा, इसके बिना किसी भी पार्टी का घोषणा पत्र पूरा ही नहीं हो सकता. क्योंकि यह मुद्दा वर्षों से प्रायोरिटी में रहता है. हर चुनाव में पार्टियां यह वायदा करती है. इस बार भी कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों ने ही घोषणा पत्र में इसे प्रमुख रूप से जगह दी है. दोनों ही पार्टियों ने 2 लाख बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है, लेकिन भाजपा ने साथ ही 5 लाख युवाओं को अन्य रोजगार के अवसर और नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन योजना से मासिक स्टाइपेंड देने का भी वायदा किया है. ये जगजाहिर है कि हरियाणा में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है. इस वायदे को पूरा करने के लिए राज्य के खजाने पर करीब 900 करोड़ रुपयों का भार चढ़ेगा.
OPS पर भाजपा चुप : ओल्ड पेंशन स्कीम( OPS) पर भाजपा का घोषणा पत्र चुप रहा, जबकि कांग्रेस ने OPS को सूबे में बहाल करने का वायदा किया है. बता दें केंद्र की भाजपा सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए UPS सिस्टम लागू किया है, माना जा रहा है कि देश में बीजेपी शासित सभी राज्य UPS को लागू कर सकते हैं.
यहां केंद्र की मदद की पड़ेगी जरूरत : 2 केंद्र पोषित योजनाओं को भी भाजपा ने इस संकल्प पत्र में जगह दी है. अगर राज्य में भाजपा की सरकार बनी तो इन योजनाओं को लागू करने के लिए केंद्र की मदद की आवश्यकता पड़ेगी. खास बात यह रहेगी कि इस वायदे से बीजेपी ने बहादुरगढ़, झज्जर, खरखौंदा, पलवल और पानीपत को साधने की कोशिश की है. इनमें शामिल है – केएमपी के ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण और नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत. दूसरा वायदा है – विभिन्न रैपिड रेल सेवाओं और फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा की शुरुआत. जाहिर है इस घोषणा से बीजेपी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ पर निशाना साधा है.
महिलाओं को प्रतिमाह एक निश्चित राशि : महिलाओं को प्रतिमाह एक निश्चित राशि देने की घोषणा दोनों ही पार्टियों ने की है, लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस के मुकाबले 100 रुपए अधिक देने की घोषणा की है. कांग्रेस ने हरियाणा की 78 लाख महिलाओं को साधने के लिए 2000 रुपए प्रति महीना देने का वायदा किया. जिस पर बीजेपी ने लाडो लक्ष्मी योजना के तहत 2100 रुपए देने की घोषणा की.
दोनों ही पार्टियों ने गरीबों को भी साधा : कांग्रेस ने अपने सात वायदों में गरीबों को 100 वर्ग का प्लॉट और दो कमरों का घर देने का वायदा किया है. बीजेपी ने घोषणा की है कि सरकार बनने पर 5 लाख गरीबों को आवास देगी. इस तरह बीजेपी ने 1.80 लाख आय वाले गरीबों को साधने की कोशिश की है.
मुफ्त इलाज की घोषणा : पिछले कुछ वर्षो से पार्टियां मुफ्त इलाज की घोषणा भी अपने संकल्प पत्र में शामिल करती आई है. हरियाणा में अब तक 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज आयुष्मान चिरायु कार्ड से मिलता आया है. बीजेपी ने इस बार यह राशि बढ़ाकर 10 लाख कर दी है. इस तरह आयुष्मान कार्ड वाले 1.09 करोड़ लोगों को बीजेपी ने साधने की कोशिश की है. जबकि कांग्रेस ने 25 लाख तक के फ्री इलाज की बड़ी घोषणा की है.
दलित वोटों पर भी नजर : हरियाणा में भाजपा ने ओबीसी और एससी वर्ग को साधने की कोशिश भी की है. अपने 21 प्रतिशत दलित वोट बैंक को अपनी ओर खींचने के लिए बीजेपी ने एक ओर कदम बढ़ाया है. भारत के किसी भी सरकारी कॉलेज से मेडिकल और इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थियों को हरियाणा राज्य सरकार पूर्ण छात्रवृत्ति देगी. वहीं सभी ओबीसी वर्ग के उद्यमियों को मुद्रा योजना का लाभ तो मिलेगा ही, साथ ही, 25 लाख रुपए तक के ऋण की गारंटी भी हरियाणा सरकार उठाएगी.
महिला वोटर्स को साधने की कोशिश : कांग्रेस की तरह ही भाजपा ने भी 49 लाख महिला वोटर्स को साधने की कोशिश की है. कांग्रेस ने अपने 7 वायदों में 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वायदा किया है. वहीं वायदा भाजपा ने भी कर दिया है. भाजपा ने हर घर गृहणी योजना के तहत महिला वोटर्स को 500 रुपए में सिलेंडर देगी, जिससे राज्य सरकार पर हर सिलेंडर पर 334 रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.