आगरा में एडीएम सिविल सप्लाई को हटाया….राशन माफिया से मिलीभगत का आरोप !
आगरा में एडीएम सिविल सप्लाई को हटाया:राशन माफिया से मिलीभगत का आरोप, राजस्व परिषद से किया अटैच
राशन माफिया से मिलीभगत के आरोप में शासन ने आगरा में बड़ी कार्रवाई की है। एडीएम सिविल सप्लाई सुशीला अग्रवाल को पद से हटा दिया है। उन्हें राजस्व परिषद से अटैच किया गया है। इस संबंध में विशेष सचिव विजय कुमार ने आदेश जारी कर दिया है। पीसीएस अधिकारी सुशीला अग्रवाल 2022 से आगरा में तैनात हैं।
राशन माफियाओं से एडीएम के संबंध में शासन में शिकायत दर्ज कराई गई थी। शासन ने तत्कालीन डीएम भानु चंद्र गोस्वामी से रिपोर्ट मांगी थी। जोकि एडीएम के विपरीत थी। इसके बाद शासन ने एडीएम को हटाने का आदेश जारी कर दिया है।
छापे में मिला था सरकारी चावल
10 सितंबर को तत्कालीन डीएम भानु चंद्र गोस्वामी के निर्देश पर डीएसओ संजीव सिंह ने पुलिस टीम के साथ अछनेरा स्थित रायभा में एक गोदाम पर छापा मारा था। जिसमें 280 क्विंटल राशन का रावल और एफसीआई गोदाम की सरकारी मुहर लगी 62 बोरियां जब्त की गई थीं। गोदाम का संचालक खेरागढ़ स्थित पीपलखेड़ा निवासी सुमित अग्रवाल था, जो राशन माफिया है।
अर्दली पर भी शिकंजा
एडीएम सिविल सप्लाई का अर्दली गौरव शर्मा कोटेदारों से लेकर राशन की कालाबाजारी करने वालों से वसूली करता था। 13 सितंबर को तत्कालीन डीएम ने गौरव शर्मा को निलंबित किया। जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने बताया- एडीएम सिविल सप्लाई के खिलाफ शासन स्तर से कार्रवाई की गई है। आगे शासन के निर्देशों के अनुसार ही इस पर कार्य किया जाएगा।
एक नजर
- 1250 सरकारी राशन की दुकानें हैं जिले में
- 600 दुकानें शहरी क्षेत्र में संचालित हैं
- 650 दुकानें ग्रामीण क्षेत्र में खुली हुई हैं