ग्वालियर :फुटेज में चोर का चेहरा फिर भी रिपोर्ट नहीं लिख रही पुलिस ?
रोज 3-4 चोरी:फुटेज में चोर का चेहरा फिर भी रिपोर्ट नहीं लिख रही पुलिस, तर्क-चोरी की रकम कम
जिले में चोरी की वारदातें बढ़ रही है। रोज औसतन 3 से 4 मामले दर्ज हो रहे हैं। यह मामले और भी बढ़ सकते हैं, लेकिन पुलिस कई मामलों में रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही हैं। कई फरियादी शिकायत दर्ज कराने के लिए फुटेज लेकर थानों में चक्कर लगा रहे हैं लेकिन चोरी छोटी बताकर पुलिस इनकी रिपोर्ट तक नहीं लिखती है, क्योंकि 2 माह में चोरी 159 मामलो में 25% भी खुलासे नहीं हुए।
4 माह बाद भी माधवनगर में हुई चोरी बेसुराग
माधवनगर में व्यापारी मनीष गुप्ता के घर से मई में 3-4 चोर 22 लाख रुपए से अधिक का माल चोरी कर ले गए थे। व्यापारी के घर में सीसीटीवी कैमरे भी थे और स्पष्ट फुटेज भी पुलिस को दिए गए। यह चोर बस स्टैंड के रास्ते से माधवनगर तक आए थे। इन चोरों ने ई-रिक्शा का उपयोग भी किया था। चोरी की घटना के बाद थाना प्रभारी की बदली हुई और बड़ी चोरी का मामला भी ठंडे बस्ते में चला गया।
लोगों ने पकड़ा चोर, पुलिस ने बताई अपनी उपलब्धि
थाटीपुर क्षेत्र के इंद्रमणि नगर में अगस्त में घर में घुसे चोर को स्थानीलय लोगों ने पकड़ लिया। इसके बाद लोगों ने इसे पुलिस को सौंप दिया। थाटीपुर पुलिस ने अगले दिन इसे अपनी उपलब्धि बताई। साथ ही चोर पकड़कर माल बरामद का झूठा दावा किया।
2 माह से FIR नहीं लिखी, फुटेज में चोर की पहचान
कंपू थाने के टापू वाला मोहल्ला में लोकेंद्र भार्गव की दुकान में 24 अगस्त को चोरी हो गई। चोर के फुटेज भी सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुए। बीते दो माह से एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। फुटेज में चोर का चेहरा स्पष्ट है। कुछ लोगों ने इसकी पहचान भी की है, लेकिन इतने सब के बाद भी पुलिस ने अब तक न तो चोरी की रिपोर्ट दर्ज की है और न हीं चोर को पकड़ा है।
मोहना के चोर भी बेसुराग, फिर हो गई 5 चोरियां
मोहना में चार माह पहले हुई चोरी के मामले में चोर का अब तक सुराग नहीं लगा। यहां से नगदी सहित 5 लाख से अधिक की चोरी हुई थी। 4 माह तक चोर बेसुराग रहने के कारण विगत दिवस चोर एक साथ सहसारी गांव के 5 घरों से बड़ी चोरी कर ले गए।
डीआईजी ने निगरानी कर कार्रवाई के दिए निर्देश
डीआईजी अमित सांघी ने भी विगत सप्ताह पुलिस के सीसीटीवी कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान स्क्रीन पर निगरानी करने वाले कर्मचारियों को विशेष रूप से रात में निगरानी कर संदिग्ध लोगों को कैमरे में देखे जाने पर तत्काल संबंधित थाने पर गश्ती दल को बताकर कार्रवाई कराने के निर्देश दिए थे। डीआईजी ने भी बढ़ती चोरी की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए यह निर्देश दिए थे। इसके बाद भी चोरियां थम नहीं रही हैं।
लापरवाह पुलिस कर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाई
चोरी के लंबित मामलों की पड़ताल को सूचीबद्व कर समीक्षा की जाएगी। जिन मामलों में पड़ताल रुकी है उनमें विशेष टीम बनाकर टॉस्क देकर संदेहियों की धरपकड़ की जाएगी। चोरी के मामलों की यदि फुटेज के साथ शिकायतें मिलने के बाद भी रिपोर्ट नहीं ली जा रही है तो ऐसी शिकायतों पर लापरवाह कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। -….., एसपी
सेवानिवृत्त एसपी
टीआई क्षेत्र में घूमें, मुखबिर तंत्र मजबूत करें, रिपोर्ट न लिखने पर हो कार्रवाई
पुलिस को अपनी गश्त मजबूत कर चोरो को पकड़ना चाहिए। थाना प्रभारी को भी नियमित रूप से क्षेत्र में भ्रमण कर मुखबिरों से संपर्क करना चाहिए। फुटेज के बाद भी एफआईआर न कर संदेही को नहीं पकड़ा जा रहा है तो यह गंभीर लापरवाही है। इससे पुलिस की छवि खराब होती है। इसलिए ऐसे पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाना चाहिए।