गैंगवार की राह पर ग्वालियर ?

 गैंगवार की राह पर ग्वालियर, शहर से लेकर जेल के अंदर तक बेखौफ गुंडों का राज

शहर के अंदर अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जो अपराधी जेल में बंद हैं- वह जेल से ही पूरा नेटवर्क आपरेट कर रहे हैं। पुलिस अपराधियों के इस जाल को तोड़ने में नाकाम है। गुंडे जेल के अंदर से ही वीडियो कॉल तक कर रहे हैं।

Gang war in Gwalior: गैंगवार की राह पर ग्वालियर, शहर से लेकर जेल के अंदर तक बेखौफ गुंडों का राजगैंगस्‍टर विक्रम राणा जो जेल के अंदर से करता है वीडियो कॉल
  1. जेल से चल रहा है गुंडों का नेटवर्क
  2. गुंडों के नेटवर्क को तोड़ने में पुलिस नाकाम
  3. जेल के अंदर से करते हैं वीडियो काल

ग्वालियर। ग्वालियर लंबे समय बाद गैंगवार की राह पर है। इसकी वजह है- शहर की गलियां हो या फिर जेल की सलाखें, हर जगह गुंडों का ही राज नजर आ रहा है। शहर के अंदर अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जो अपराधी जेल में बंद हैं- वह जेल से ही पूरा नेटवर्क आपरेट कर रहे हैं। पुलिस अपराधियों के इस जाल को तोड़ने में नाकाम है। एक नहीं हाल ही में हुई ऐसी कई घटनाएं प्रत्यक्ष प्रमाण हैं, जो बताती हैं- ग्वालियर में अपराधी पुलिस से बेखौफ है।

जेल के अंदर से गैंगस्टर विक्रम राणा ने अपने गुर्गों को किया वीडियो काल

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मुरार के लाल टिपारा के पास गोलीबारी की घटना का सरगना गैंगस्टर विक्रम राणा फरार हो गया था। ग्वालियर पुलिस उसे पकड़ तक नहीं सकी थी। वह सुनियोजित ढंग से भरतपुर में गिरफ्तार हो गया था। पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई, इसके बाद मुरार में जुलूस निकालकर अपनी पीठ थपथपा ली। विक्रम राणा का बुधवार को एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह जेल के अंदर से अपने गुर्गों को वीडियो काल करता हुआ दिख रहा है। यह वीडियो भरतपुर जेल का बताया जा रहा है। विक्रम राणा पूरा नेटवर्क जेल के अंदर से आपरेट कर रहा है। इसके बाद भी पुलिस सख्त कार्रवाई नहीं कर पाई।
जिलाबदर गुंडे कपिल यादव का एक और वीडियो आया सामनेमुरार के जिलाबदर गुंडे कपिल यादव का एक और वीडियो सामने आ गया है। यह वीडियो भी उसी घर के पास का है, जहां वह 4 नवंबर को गया था। 5 नवंबर को फिर वहीं पहुंचा, लेकिन यहां पहले से कुछ युवक खड़े हुए थे। इन्हें देखकर वह उल्टे पैर भागा। मुंह पर तौलिया डाला हुआ था। वह आता हुआ सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। यह 5 नवंबर का वीडियो है। इस मामले में उसे पकड़ना तो दूर एफआइआर तक नहीं हुई।

गुंडे गड़रा ने जिसकी सुपारी ली, उसने पकड़कर मालनपुर पुलिस को दिया

गैंगस्टर विक्रम राणा के गुर्गे गजेंद्र उर्फ गड़रा ने एक गुंडे की सुपारी ली थी। वह यहां आया और इसकी खबर उसी गुंडे को लग गई, जिसकी सुपारी ली थी। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पकड़ लिया। मालनपुर पुलिस को सौंप दिया। तब ग्वालियर पुलिस को खबर मिली। गजेंद्र उर्फ गड़रा के बारे में बताया गया है, वह लाल टिपारा के पास हुई गोलीबारी में ही नामजद था।

लंबे समय बाद फिर गोलियों से गूंजा हजीराहजीरा में सक्रिय बदमाश लंबे समय से शांत थे, लेकिन अब फिर से हजीरा गोलियाें से गूंज उठा। इसमें अजय उर्फ बंटी भदौरिया को हेमू, दीनू, भोला, अनुराग और देवा ने गोलियां मारी। यह दुश्मनी अब आगे बढ़ेगी। यह नेटवर्क भी जेल से ही चल रहा है।

मुखबिर तंत्र और क्राइम ब्रांच पर सवालपुलिस के मुखबिर तंत्र और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बनाई गई क्राइम ब्रांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हर थाने में आसूचना संकलन के लिए पुलिसकर्मी हैं। क्राइम ब्रांच पुलिसकर्मियों से भरी पड़ी है। इसके बाद भी अपराधियों की सक्रियता नहीं रुक रही। हर बड़े अपराध में अपराधी सुनियोजित ढंग से हाजिर हो रहे हैं।

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