गैंगवार की राह पर ग्वालियर ?
गैंगवार की राह पर ग्वालियर, शहर से लेकर जेल के अंदर तक बेखौफ गुंडों का राज
शहर के अंदर अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जो अपराधी जेल में बंद हैं- वह जेल से ही पूरा नेटवर्क आपरेट कर रहे हैं। पुलिस अपराधियों के इस जाल को तोड़ने में नाकाम है। गुंडे जेल के अंदर से ही वीडियो कॉल तक कर रहे हैं।
- जेल से चल रहा है गुंडों का नेटवर्क
- गुंडों के नेटवर्क को तोड़ने में पुलिस नाकाम
- जेल के अंदर से करते हैं वीडियो काल
ग्वालियर। ग्वालियर लंबे समय बाद गैंगवार की राह पर है। इसकी वजह है- शहर की गलियां हो या फिर जेल की सलाखें, हर जगह गुंडों का ही राज नजर आ रहा है। शहर के अंदर अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जो अपराधी जेल में बंद हैं- वह जेल से ही पूरा नेटवर्क आपरेट कर रहे हैं। पुलिस अपराधियों के इस जाल को तोड़ने में नाकाम है। एक नहीं हाल ही में हुई ऐसी कई घटनाएं प्रत्यक्ष प्रमाण हैं, जो बताती हैं- ग्वालियर में अपराधी पुलिस से बेखौफ है।
जेल के अंदर से गैंगस्टर विक्रम राणा ने अपने गुर्गों को किया वीडियो काल
गुंडे गड़रा ने जिसकी सुपारी ली, उसने पकड़कर मालनपुर पुलिस को दिया
गैंगस्टर विक्रम राणा के गुर्गे गजेंद्र उर्फ गड़रा ने एक गुंडे की सुपारी ली थी। वह यहां आया और इसकी खबर उसी गुंडे को लग गई, जिसकी सुपारी ली थी। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पकड़ लिया। मालनपुर पुलिस को सौंप दिया। तब ग्वालियर पुलिस को खबर मिली। गजेंद्र उर्फ गड़रा के बारे में बताया गया है, वह लाल टिपारा के पास हुई गोलीबारी में ही नामजद था।
लंबे समय बाद फिर गोलियों से गूंजा हजीराहजीरा में सक्रिय बदमाश लंबे समय से शांत थे, लेकिन अब फिर से हजीरा गोलियाें से गूंज उठा। इसमें अजय उर्फ बंटी भदौरिया को हेमू, दीनू, भोला, अनुराग और देवा ने गोलियां मारी। यह दुश्मनी अब आगे बढ़ेगी। यह नेटवर्क भी जेल से ही चल रहा है।