ग्वालियर शहर का बदहाल ट्रैफिक ?
शहर का बदहाल ट्रैफिक:ट्रैफिक सिस्टम सुधारने पर होगा सर्वे, जानेंगे पब्लिक ट्रांसपोर्ट, पार्किंग व रोटरी की जरूरत
2018 के सर्वे की रिपोर्ट पर अमल नहीं, अब फिर तैयारी
शहर के बिगड़े ट्रैफिक सिस्टम को सुधारने के लिए एक बार फिर ट्रैफिक सर्वे होगा। इस ट्रैफिक सर्वे के जरिए ये जानकारी जुटाई जाएगी कि शहर में किन सड़क-किन प्वाइंट पर ट्रैफिक इंतजाम दम तोड़ रहे हैं और उन्हें सुधारने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जाने हैं। सर्वे में ज्यादातर फोकस इस बात पर रहेगा कि लोगों को ट्रैफिक जाम फ्री गाड़ी चलाने की व्यवस्था मिल सके। साथ ही शहर के अधिक से अधिक क्षेत्रों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जोड़ने पर फोकस किया जाएगा। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में 16 जुलाई को आए इसके प्रस्ताव के बाद कंसल्टेंट नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कंसल्टेंट कंपनी शहरभर में सर्वे कर ये रिपोर्ट तैयार करेगी।
सुझाव होंगे लागू,कंसल्टेंट कंपनी नियुक्ति जल्द
सांसद भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सदस्यों की तरफ से सुझाव आया था कि ट्रैफिक सर्वे कराकर सही व्यवस्था लागू हो। जिसके बाद सर्वे के लिए निर्देश दिए गए हैं और इस सर्वे के लिए कंसल्टेंट कंपनी नियुक्त किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद उसके अच्छे सुझावों को प्रभावी ढंग से लागू कराया जाएगा।
सर्वे में इन तीन मुद्दों पर ज्यादा रहेगा फोकस
1 सड़क: शहर के जिन क्षेत्रों में ट्रैफिक लोड ज्यादा है, उनमें सड़कों की चौड़ाई का अध्ययन कराया जाएगा कि प्रति घंटे गुजरने वाले ट्रैफिक लोड के अनुसार सड़क चौड़ीकरण की जरुरत है या नहीं। साथ ही हर सड़क पर लेफ्ट टर्न और उसकी चौड़ाई की व्यवस्था का भी सर्वे होगा। इससे व्यस्त सड़कों से एक साइड का ट्रैफिक सिग्नल फ्री छोड़ा जा सके। इससे चौराहा एवं तिराहे के सिग्नल पर ट्रैफिक लोड कम रहेगा।
2 पब्लिक ट्रांसपोर्ट: अगले कुछ महीने में शहर में ई-सिटी बस शुरू होनी है। केंद्र सरकार से 75 बसों की स्वीकृति पहले चरण में मिल गई है। ये बसें किन क्षेत्रों से और कहां तक चलानी हैं। इसके लिए सर्वे किया जाएगा, ताकि बसों के संचालन में कठिनाई न हो। इसके अलावा शहर और शहर से सटे क्षेत्रों का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी कि कहां टेंपो,ई-रिक्शा व अन्य साधन चलाए जाने की व्यवस्था बनानी है।
3 पार्किंग: शहर की मुख्य सड़क, मुख्य बाजारों के साथ ऐसे क्षेत्र…जिनमें आने वाले समय में व्यवसायिक गतिविधि बढ़ने की संभावना है। उन जगहों पर पार्किंग प्वाइंट के लिए सर्वे होगा। नगर निगम ने हाल ही में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में नगर निगम के अधिकारियों ने बताया था कि 31 पार्किंग शहर में तय की गई है जिनमें से 15 चालू हैं। सर्वे के दौरान सभी प्वाइंट देखे जाएंगे।
2018 का सर्वे… रोटरी-ट्रैफिक पुलिस के सुझाव अब तक अधूरे
- शहर के सबसे व्यस्त चौराहों में शुमार गोले का मंदिर चौराहे पर बीचों बीच एक छोटी रोटरी बनाए जाने का सुझाव दिया था। ताकि, चारों दिशा से गुजरने वाले वाहन इस रोटरी से घूमकर जाएं और एक्सीडेंट की संभावना कम हो। लेकिन यहां रोटरी नहीं बनाई गई।
- शिंदे की छावनी स्थित नौगजा रोड कॉर्नर पर पुरानी पुलिस चौकी के सामने सिग्नल सिस्टम लगाया जाए। साथ ही बेरीकेड्स लगाकर रॉन्ग साइड वाले वाहनों को रोका जाए। यहां से पुलिस चौकी हटा दी और सिग्नल लगाने की जगह डिवाइडर से चौराहे की क्रॉसिंग बंद कर दी गई। जिससे रॉन्ग साइड वाले वाहनों से एक्सीडेंट बढ़ गए हैं।
- भीड़ वाले बाजारों में पार्किंग की व्यवस्था करनी थी, लेकिन अब तक बाड़े और सदर बाजार जैसे व्यस्त बाजारों में ही पार्किंग की अच्छी व्यवस्था नहीं हो पाई है।
- सवारियां लेने के लिए टेंपो, ऑटो स्टॉपेज पर ही खड़े होने की व्यवस्था होनी थी, लेकिन यह भी लागू नहीं हो सका। इससे आए दिन ट्रैफिक व्यवस्था बिगाड़ती है।
- ये सुझाव स्मार्ट सिटी ने 2018 में कराए रोड सेफ्टी सर्वे में दिए थे, लेकिन अमल कुछ पर हुआ।)