ED ने पूर्व जेल DIG की करोड़ों की संपत्ति अटैच की ?
ED ने पूर्व जेल DIG उमेश गांधी की करोड़ों की संपत्ति अटैच की, करीबियों ने भी बनाई अकूत दौलत
ईडी ने पूर्व डीआइजी (जेल) उमेश गांधी की 4.68 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली है। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में पीएमएलए के तहत की गई है। अटैच संपत्तियों में मप्र के विभिन्न जिलों में स्थित 20 अचल संपत्तियां और चल संपत्तियां, जैसे बैंक खातों में जमा राशि, आभूषण, बीमा पालिसियां और म्युचुअल फंड शामिल हैं।
गांधी और परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मामला…
- उमेश गांधी की 4.68 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच।
- मप्र के कई जिलों में स्थित हैं पूर्व DIG की संपत्तियां।
- लोकायुक्त एफआईआर के आधार पर जांच शुरू।
भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भोपाल ने पूर्व डीआईजी (जेल) स्वर्गीय उमेश गांधी की चार करोड़ 68 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति को बंधक (अटैच) कर लिया है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के अंतर्गत यह कार्रवाई की गई है।
मप्र के कई जिलों में संपत्तिइसमें उनकी और उनके परिवार के सदस्यों व सहयोगियों के नाम चल-अचल संपत्ति भी शामिल है। अटैच संपत्तियों में मप्र के विभिन्न जिलों जैसे सागर, कटनी, सीहोर, भोपाल और इंदौर में स्थित 20 अचल संपत्तियां, चल संपत्तियां जैसे बैंक खातों में जमा राशि, आभूषण, बीमा पालिसियां, म्युचुअल फंड, किसान विकास पत्र शामिल हैं।
ईडी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त, भोपाल द्वारा 2012 में दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में दो आरोप पत्र दायर किए थे।
करोड़ों की संपत्ति बनाईएक विशेष न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण) और दूसरा एडीजे प्रथम भोपाल के न्यायालय में तत्कालीन जेल डीआईजी उमेश कुमार गांधी, जिला जेल, सीहोर के तत्कालीन जेल प्रहरी अजय कुमार गांधी और अर्चना गांधी पत्नी उमेश कुमार गांधी के विरुद्ध 5.13 करोड़ रुपये की अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने के आरोप में।
पीएमएलए के अंतर्गत जांचईडी ने अपराध से अर्जित आय का पता लगाने के लिए पीएमएलए के अंतर्गत जांच की। जांच में पता चला कि स्वर्गीय उमेश कुमार गांधी ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के नाम पर 4.68 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति अपराध से अर्जित की थी, जिसे अटैच कर लिया गया है।