किस सीट पर किनके बीच मुकाबला, सभी 70 सीटों पर आप-भाजपा और कांग्रेस ने किसे उतारा?
दिल्ली में चुनावों की तारीखों का एलान मंगलवार को हो गया। 5 फरवरी को दिल्ली में वोट डाले जाएंगे साथ ही 8 फरवरी को चुनाव के नतीजे आएंगे। तारीखों के एलान से पहले ही सभी प्रमुख पार्टियों ने चुनाव प्रचार और जोर पकड़ेगा। सत्ताधारी आम आदमी पार्टी चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले ही राजधानी की सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। इसी तरह भाजपा अब तक 29 और कांग्रेस 47 उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है। इस बार कई ऐसी सीटें है जिसमें मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है
चलिए जानते है किस सीट पर किनके बीच मुकाबला है….
![](https://spiderimg.amarujala.com/assets/images/2025/01/07/whatsapp-image-2025-01-06-at-191856_677cceec2a9ae.jpeg)
आप के प्रचार का सबसे बड़ा चेहरा केजरीवाल
आप के लिए इस चुनाव में प्रचार का सबसे बड़ा चेहरा खुद पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ही हैं। 2013, 2015 और 2020 में आप की जीत के बाद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। इस चुनाव से पहले उन्हें शराब घोटाले में जेल जाना पड़ा। जेल से वापस आने के बाद केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद आप ने नए मुख्यमंत्री के तौर पर पार्टी की प्रमुख नेता आतिशी को शपथ दिलवाई। मुख्यमंत्री आतिशी भी इस चुनाव प्रचार में पार्टी के लिए बड़ा चेहरा बनेंगी। इसके साथ ही मनीष सिसोदिया, संजय सिंह जैसे चेहरे भी पार्टी के स्टार प्रचारक होंगे।
भाजपा के लिए प्रधानमंत्री मोदी ही होंगे प्रचार का सबसे बड़ा चेहरा
दिल्ली चुनाव में भाजपा के प्रचार का सबसे बड़ा चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे। पीएम मोदी दिल्ली में कई रैलियां करते भी नजर आएंगे। गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ स्थानीय नेताओँ में प्रवेश वर्मा, रमेश बिधुड़ी से लेकर बांसुरी स्वराज तक अपने-अपने इलाके में पार्टी की जीत के लिए जोर लगाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से मैदान में हैं। इसी तरह मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ पार्टी ने पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी को कालकाजी सीट से उतारा है। बिधूड़ी हाल ही में आतिशी को लेकर एक विवादास्पद टिप्पणी करके चर्चा में आए हैं।
राहुल-प्रियंका पर होगा कांग्रेस का दारोमदार
कभी दिल्ली की सत्ता पर अकेले राज करने वाली कांग्रेस आज दिल्ली में अपनी जमीन तलाशने के लिए काफी संघर्ष कर रही है। इस चुनाव में पार्टी के प्रचार का सबसे बड़ा चेहरा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ही होंगे। हालांकि, अब तक दोनों ही प्रचार से दूर रहे हैं। स्थानीय चेहरों में प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव, अलका लांबा, संदीप दीक्षित जैसे चेहरे अपने-अपने इलाके में पार्टी को जीत दिलाने के लिए जोर लगाएंगे।
विधानसभा | आप उम्मीदवार | भाजपा उम्मीदवार | कांग्रेस उम्मीदवार |
नरेला | दिनेश भारद्वाज | अरुणा कुमारी | |
बुराड़ी | संजीव झा | मंगेश त्यागी | |
तिमारपुर | सुरेंद्रपाल सिंह बिट्टू | ||
आदर्श नगर | मुकेश गोयल | राज कुमार भाटिया | शिवांक सिंघल |
बादली | अजेश यादव | दीपक चौधरी | देवेंद्र यादव |
रिठाला | मोहिंदर गोयल | कुलवंत राणा | सुशांत मिश्रा |
बवाना | जय भगवान | ||
मुंडका | जसबीर कराला | ||
किराड़ी | अनिल झा | ||
सुल्तानपुर माजरा | मुकेश अहलावत | जय किशन | |
नांगलोई जाट | रघुवेंद्र शौकीन | मनोज शौकीन | रोहित चौधरी |
मंगोलपुरी | राकेश जाटव धर्मरक्षक | राजकुमार चौहान | हनुमान चौहान |
रोहिणी | प्रदीप मित्तल | विजेन्द्र गुप्ता | |
शालीमार बाग | बंदना कुमारी | रेखा गुप्ता | प्रवीण जैन |
शकूर बस्ती | सत्येंद्र जैन | सतीश लूथरा | |
त्रिनगर | प्रीति तोमर | सतेन्द्र शर्मा | |
वजीरपुर | राजेश गुप्ता | ||
मॉडल टाउन | अखिलेश पति त्रिपाठी | अशोक गोयल | |
सदर बजार | सोम दत्त | अनिल भारद्वाज | |
चांदनी चौक | पुनर्दीप सिंह साहनी | मुदित अग्रवाल | |
मटिया महल | शोएब इकबाल | आसिम अहमद खान | |
बल्लीमारान | इमरान हुसैन | हारून यूसुफ | |
करोल बाग | विशेष रवि | दुष्यन्त कुमार गौतम | |
पटेल नगर | प्रवेश रतन | राज कुमार आनंद | |
मोती नगर | शिव चरण गोयल | राजेंद्र नामधारी | |
मदिपुर | राखी बिड़लान | जेपी पंवार | |
राजौरी गार्डन | धनवंती चंदेला | मनजिंदर सिंह सिरसा | धर्मपाल चंदेला |
हरि नगर | राज कुमारी ढिल्लन | ||
तिलक नगर | जरनैल सिंह | पीएस बावा | |
जनकपुरी | प्रवीण कुमार | आशीष सूद | |
विकासपुरी | महेंद्र यादव | ||
उत्तम नगर | पोश बालियान | मुकेश शर्मा | |
द्वारका | विनय मिश्र | आदर्श शास्त्री | |
मटियाला | सोमेश शौकीन | रघुविंदर शौकीन | |
नजफगढ़ | तरुण यादव | ||
बिजवासन | सुरेंद्र भारद्वाज | कैलाश गहलोत | देवेन्द्र सहरावत |
पालम | जोगिंदर सोलंकी | ||
दिल्ली कैंट | वीरेंद्र सिंह कादियान | प्रदीप कुमार उपमन्यु | |
राजेंद्र नगर | दुर्गेश पाठक | विनीत यादव | |
नई दिल्ली | अरविंद केजरीवाल | प्रवेश साहिब सिंह वर्मा | संदीप दीक्षित |
जंगपुरा | मनीष सिसोदिया | तरविंदर सिंह मारवाह | फरहाद सूरी |
कस्तूरबा नगर | रमेश पहलवान | अभिषेक दत्त | |
मालवीय नगर | सोमनाथ भारतीय | सतीश उपाध्याय | जीतेन्द्र कुमार कोचर |
आरके पुरम | प्रमिला टोकस | अनिल शर्मा | |
महरौली | महेंद्र चौधरी | गजेन्द्र यादव | श्रीमती पुष्पा सिंह |
छतरपुर | ब्रह्म सिंह तंवर | करतार सिंह तंवर | राजिंदर तंवर |
देवली | प्रेम कुमार चौहान | राजेश चौहान | |
अंबेडकर नगर | अजय दत्त | खुशीराम चुनार | जय प्रकाश |
संगम विहार | दिनेश मोहनिया | हर्ष चौधरी | |
ग्रेटर कैलाश | सौरभ भारद्वाज | गरवित सिंघवी | |
कालकाजी | आतिशी | रमेश बिधूड़ी | अलका लांबा |
तुगलकाबाद | सही राम | ||
बदरपुर | राम सिंह | नारायण दत्त शर्मा | |
ओखला | अमानउल्ला खान | ||
त्रिलोकपुरी | अंजना पारसा | अमरदीप | |
कोंडली | कुलदीप कुमार | अक्षय कुमार | |
पटपड़गंज | अवध ओझा | रवीन्द्र सिंह नेगी | अनिल कुमार |
लक्ष्मी नगर | बीबी त्यागी | सुमित शर्मा | |
विश्वास नगर | दीपक सिंगला | ओम प्रकाश शर्मा | |
कृष्णा नगर | विकास बग्गा | डॉ. अनिल गोयल | गुरचरण सिंह राजू |
गांधी नगर | नवीन चौधरी (दीपू) | अरविंदर सिंह लवली | |
शाहदरा | जितेंद्र सिंह शंटी | ||
सीमापुरी | वीर सिंह धींगान | कुमारी रिंकू | राजेश लिलोठिया |
रोहतास नगर | सरिता सिंह | जितेन्द्र महाजन | |
सीलमपुर | जुबैर चौधरी | अब्दुल रहमान | |
घोंडा | गौरव शर्मा | अजय महावर | |
बाबरपुर | गोपाल राय | हाजी मोहम्मद इशराक खान | |
गोकलपुर | सुरेंद्र कुमार | प्रमोद कुमार जयन्त | |
मुस्तफाबाद | आदिल अहमद | अली महंदी | |
करावल नगर | मनोज त्यागी | डॉ. पीके मिश्रा |
दिल्ली राज्य विधानसभा 17 मार्च 1952 को पार्ट-सी राज्य सरकार अधिनियम, 1951 के तहत अस्तित्व में आई। 1952 की विधानसभा में 48 सदस्य थे। मुख्य आयुक्त को उनके कार्यों के निष्पादन में सहायता और सलाह देने के लिए एक मंत्रिपरिषद का प्रावधान था, जिसके संबंध में राज्य विधानसभा को कानून बनाने की शक्ति दी गई थी।
राज्य पुनर्गठन आयोग (1955) की सिफारिशों के बाद दिल्ली 1 नवंबर 1956 से भाग-सी राज्य नहीं रही। दिल्ली विधानसभा और मंत्रिपरिषद को समाप्त कर दिया गया और दिल्ली राष्ट्रपति के प्रत्यक्ष प्रशासन के तहत केंद्र शासित प्रदेश बन गया। दिल्ली में एक लोकतांत्रिक व्यवस्था और उत्तरदायी प्रशासन की मांग उठने लगी। इसके बाद दिल्ली प्रशासन अधिनियम, 1966 के तहत महानगर परिषद बनाई गई। यह एक सदनीय लोकतांत्रिक निकाय था जिसमें 56 निर्वाचित सदस्य और 5 राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य होते थे।
![दिल्ली विधानसभा चुनाव का पूरा इतिहास: BJP के हाथ से होते हुए कांग्रेस और फिर आप का गढ़ कैसे बनी राजधानी, जानें Delhi Assembly Election 2025 History of Capital Polls From BJP to Congress and AAP power Sheila Dixit Kejriwal](http://staticimg.amarujala.com/assets/images/2024/09/17/thall-ka-parava-saema-shal-thakashhata_7ea8f4e913b63ec1efb83dc58ccc9cb3.png?w=414&dpr=1.0&q=65)
नई नवेली आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन बहुमत से काफी दूर रही। 31 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। आप को 28 और कांग्रेस को महज 8 सीटें ही मिलीं। आप ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई। लेकिन ये सरकार सिर्फ 49 दिन तक ही चल सकी।