महाकुंभ में भगदड़ से 30 श्रद्धालुओं की हो गई मौत… नो-व्हीकल जोन, VVIP पास रद्द ?

 नो-व्हीकल जोन, VVIP पास रद्द, वन वे रूट… महाकुंभ में भगदड़ के बाद हुए ये 5 बड़े बदलाव

महाकुंभ में भगदड़ के बाद आगे के स्नानों को देखत हुए बड़े बदलाव किए गए हैं. पूरा मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. यानि कि अब संगम क्षेत्र में गाड़िया नहीं आ पाएंगी. वहीं VVIP पास रद्द किए गए हैं. किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा.

Mahakumbh Stampede: नो-व्हीकल जोन, VVIP पास रद्द, वन वे रूट... महाकुंभ में भगदड़ के बाद हुए ये 5 बड़े बदलाव

महाकुंभ में भगदड़ से 30 श्रद्धालुओं की हो गई मौत.

प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर हुई भगदड़ और दुखद मौतों के बाद मेला प्रशासन और प्रयागराज जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए पांच बड़े बदलाव तत्काल प्रभाव लागू किए हैं. अब पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिससे किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी.

बता दें कि मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 श्रद्धालु घायल हो गए. इनमें से 36 श्रद्धालु अभी अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं प्राथमिक उपचार के बाद 24 श्रद्धालुओं को उनके परिजन अपने साथ लेकर घर की ओर रवाना हो गए.

महाकुंभ में भगदड़ के बाद अब क्या-क्या बदलाव किए गए?

  • मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा.
  • VVIP पास हुए रद्द- किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा.
  • रास्ते किए गए वन-वे- श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू की गई.
  • वाहनों की एंट्री पर- रोक प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है.
  • 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध- शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी.

कुंभ क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित किया जा रहामेला प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों का उद्देश्य कुंभ क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने में सहयोग करें.

भावुक हो गए सीएम योगी

वहीं महाकुंभ भगदड़ को लेकर समाचार एजेंसी ANI से बात करते सीएम योगी भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि ये घटना हमारे लिए सबक है. उन्होंने महाकुंभ भगदड़ की न्यायिक जांच के आदेश दिए. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार इस आयोग की अध्यक्षता करेंगे और पूर्व डीजीपी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस डीके सिंह इस न्यायिक आयोग के सदस्य होंगे.

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महाकुंभ भगदड़ में 30 की मौत, 60 घायल, 17 घंटे बाद पुलिस ने कबूला

महाकुंभ में रात 1-2 बजे के बीच मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है. 60 लोग घायल हुए हैं. हादसे पर डीआईजी कुंभ ने बताया कि महाकुंभ में भारी भीड़ का दबाव बना. इस वजह से बैरिकेड्स टूट गए और भीड़ ने लोगों को कुचलना शुरू कर दिया.
महाकुंभ भगदड़ में 30 की मौत, 60 घायल, 17 घंटे बाद पुलिस ने कबूला

महाकुंभ में भगदड़ के बाद की तस्वीर.

महाकुंभ में संगम तट पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हुई है. 60 लोग घायल हुए हैं, जिनका कुंभ क्षेत्र के सेक्टर-2 में बने अस्पताल में इलाज चल रहा है. प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. साथ ही उन्होंने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए हैं. हादसे पर डीआईजी कुंभ ने बताया, आज महाकुंभ प्रयागराज में भारी भीड़ का दबाव बना. इस वजह से बैरिकेड्स टूट गए. इसके बाद भीड़ ने लोगों को कुचलना शुरू कर दिया.

डीआईजी मेला वैभव कृष्ण ने बताया, महाकुंभ में रात 1-2 बजे के बीच भगदड़ हुई थी. 30 मृतकों में से 25 की पहचान कर ली गई है. इसमें चार लोग कर्नाटक के और एक श्रद्धालु गुजरात का रहने वाला था. अन्य 5 की पहचान की जा रही है. डीआईजी ने साथ ही ये भी बताया कि वहां कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं था. हादसे में घायल हुए लोगों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर (1920) जारी किया गया है.

श्रद्धालुओं से सीएम और संतों की अपीलइससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संतों ने श्रद्धालुओं से अनुशासन बनाए रखने की अपील की. सीएम और संतों ने कहा कि श्रद्धालु अपने नजदीकी घाट पर स्नान करें. मुख्यमंत्री ने कहा, श्रद्धालु मां गंगा के जिस भी घाट के पास हैं, वहीं स्नान करें. संगम नोज की ओर जाने की कोशिश न करें. कई घाट बनाए गए हैं, जहां आसानी से स्नान किया जा सकता है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही संतों ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है. स्वामी रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वो जहां हैं वहीं पास के घाट पर स्नान करें. शिविर से बाहर न निकलें. अपनी और एक-दूसरे की सुरक्षा का ध्यान रखें. सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अपील है कि वो अफवाहों से बचें.

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी की अपीलअखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि इस समय 12 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु प्रयागराज में हैं. इतनी बड़ी भीड़ को कंट्रोंल करना मुश्किल होता है. हमारे साथ संतों का हुजूम है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है. वहीं, योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालुओं के हुजूम को देखते हुए हमने सांकेतिक स्नान किया है. पूरे देश और विश्व के कल्याण की कामना की है. लोगों से अपील है कि अनुशासन का पालन करें और सावधानी पूर्वक स्नान करें.

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