पढ़िए लोकायुक्त पुलिस की एफआईआर… सौरभ का दुबई में 150 करोड़ का बंगला; लेन-देन हवाला ?
पहली बार सिर्फ agrit patrika में पढ़िए लोकायुक्त पुलिस की एफआईआर…
सौरभ का दुबई में 150 करोड़ का बंगला; लेन-देन हवाला से
भोपाल
नौकरी के 7 साल में करीब 550 करोड़ की संपत्ति बनाई
परिवहन विभाग की काली कमाई से धनकुबेर बने पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के लोकायुक्त पुलिस की पकड़ में आने के बाद काले कारनामों के खुलासे हो रहे हैं। सौरभ ने अपने सहयोगियों चेतन सिंह और शरद जायसवाल के साथ अकूत संपत्ति बनाई।
लोकायुक्त पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, सौरभने परिवहन विभाग में आरक्षक पद पर तैनाती और इसके बाद दिसंबर 2023 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद भी भ्रष्टाचार की काली कमाई से करीब 550 करोड़ की संपत्ति बनाई है। उसने इसी काली कमाई से दुबई में एमआर बिल्डर ग्रुप से 150 करोड़ का आलीशान बंगला खरीदा था।
एफआईआर में यह भी बताया गया है कि सौरभ आए दिन हवाला के जरिये करोड़ों रुपए का लेन-देन करता था। इसमें लोकेश सदासिवन नाम का व्यक्ति साथ देता था। सौरभ ने परिवहन विभाग से आने वाले करोड़ों रुपए को ऐसे ही अपने भागीदारों तक पहुंचाया। सौरभ ने लोकेश के नाम से भी कई कंपनियां बनाई हैं।
इस बीच, लोकायुक्त पुलिस की टीम गुरुवार दोपहर करीब 3:30 बजे सौरभऔर शरद को उनके घर लेकर पहुंची। यहां से प्रॉपर्टी और लेन-देन से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
सौरभ का दुबई में…
सोने के मालिक की तलाश में आयकर की जांच भी तेज : सौरभ की गिरफ्तारी के बाद अब आयकर विभाग ने भी मेंडोरी-बेरखेड़ी बाज्याफ्त गांव की सीम पर खाली प्लॉट से मिली कार से जब्त 52 किलो सोने और 11 करोड़ नकदी के असल मालिक की तलाश तेज कर दी है। सोने पर दुबई, आस्ट्रेलिया और स्विटरलैंड की मुहर होने से आयकर विभाग अब इसको भारत लाने वाले ज्वेलर या कंपनी की तलाश कर रही है।
स्कूल, पेट्रोल पम्प, मकान, प्लॉट, जमीन… हर धंधे में हाथ आजमाया
- 2021 में सौरभ ने अविरल कंस्ट्रक्शन प्रा. लि. कंपनी बनाई, ताकि परिवहन विभाग की काली कमाई को सफेद कर सके।
- शरद व चेतन को डायरेक्टर व साले रोहित तिवारी को अति. डायरेक्टर बनाया। कंपनी का पता सौरभ का अरेरा कॉलोनी स्थित आवास ई-7/78 था। लोकायुक्त के पास शिकायत थी कि ई-7/78 स्थित आवास और ई-7/657 स्थित कार्यालय में परिवहन विभाग की काली कमाई से इकट्ठा किए गए करोड़ों रुपए और संपत्ति रखी है। 19 दिसंबर को इन ठिकानों पर छापेमारी की गई। चेतन के नाम पर कई कंपनियां सौरभ ने बनाई हैं।
- वेयर हाउस : सूखी सेवनिया भोपाल में सौरभ की मां उमा शमां व चेतन के नाम पर।
- 3 पेट्रोल पम्प : होशंगाबाद रोड, औबेदुल्लागंज में खरीदे। इनके नामांतरण की प्रक्रिया की जा रही है।
- स्कूल : शाहपुरा में जयपुरिया स्कूल की फ्रेंचाइजी के रूप में स्कूल बन रहा। मां और पत्नी दिव्या डायरेक्टर हैं।
- मछली पालन झांसी के ललितपुर में गोविंद सागर व राजघाट डैम में मछली पालन का ठेका लिया। ये ठेका पत्नी दिव्या और सहयोगी चेतन के नाम पर है।
- प्लॉट: 07/7/2022 को पत्नी दिव्या के नाम पर जियाउद्दीन निवासी भोपाल से 59 लाख में प्लॉट खरीदा। इसी दिन चेतन के नाम पर जियाउद्दीन के पुत्र अख्तर जिया से एक प्लॉट 5.28 लाख में खरीदा।
- मकान इंदौर में पत्नी दिव्या के नाम से 3 मकान। इंदौर के ही देवास नाका क्षेत्र में हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए जमीन खरीदी। ग्वालियर में नगर निगम सीमा क्षेत्र में 18 एकड़ जमीन पत्नी व चेतन सिंह के नाम पर।
- 4 बंगले भोपाल के मयूर विहार, अरेरा कॉलोनी, 11 नंबर बस स्टॉप और प्रधान मंडपम में 4 बंगले खरीदे।
- बेटे के नाम पर लाखों की एफडी की हैं।
फरारी में ग्वालियर में भी रुका था, भोपाल भी आया लोकायुक्त पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि सौरभ फरारी के दौरान दिल्ली, उत्तराखंड और हरियाणा के अलावा ग्वालियर में भी रुका था। भोपाल आने से पहले सौरभ ने करीब दो दिन ग्वालियर में गुजारे। यहां से वह सड़क मार्ग से भोपाल आया। वह अशोकनगर, गंजबासौदा, विदिशा होते हुए भोपाल पहुंचा, ताकि टोल नाकों में लगे कमरों की जद में कम से कम आ सके। बता दे इस मार्ग पर टोल नाके कम हैं।