बिछड़ों को मिला रहीं लेडी आईपीएस..पढ़ें अनुकृति शर्मा का नासा की वैज्ञानिक से IPS तक का सफर ?
MahaKumbh: 580 किमी दूर रहकर भी बिछड़ों को मिला रहीं लेडी आईपीएस, पढ़ें नासा की वैज्ञानिक से IPS तक का सफर
लेडी आईपीएस महाकुंभ से 580 किमी दूर रहकर भी बिछड़ों को मिला रहीं। एडिशनल एसपी संभल अनुकृति शर्मा के प्रयासों से दर्जनों लोग घर पहुंच गए हैं। विभिन्न राज्यों के लोगों के साथ नेपाल के एक श्रद्धालु को भी उन्होंने मिलवाया।
पढ़ें अनुकृति शर्मा का नासा की वैज्ञानिक से IPS तक का सफर
‘सीख ले फूलों से गाफिल मुद्दआ-ए-जिंदगी, खुद महकना ही नहीं गुलशन को महकाना भी है।’ महाकुंभ क्षेत्र से 580 किमी दूर रहकर भी मेले में बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाने का काम कर रहीं आईपीएस अनुकृति शर्मा पर यह पंक्तियां सटीक बैठती हैं।
संभल में बतौर एडिशनल एसपी तैनात इस युवा अफसर के प्रयास ही हैं जो देश के विभिन्न राज्यों ही नहीं बल्कि नेपाल का भी एक श्रद्धालु सुरक्षित अपने घर पहुंच चुका

Lady IPS Anukriti Sharma
अनुकृति मौनी अमावस्या के बाद से लगातार महाकुंभ में अपनों से बिछड़े लोगों को उनके घरवालों से मिलाने के लिए प्रयासरत हैं। वह अपने निजी प्रयासों से अब तक एक दर्जन लोगों को उनके परिवारवालों तक पहुंचा चुकी हैं।

महाकुंभ में बिछड़े बच्चे को अपनों से मिलाने के लिए सोशल मीडिया पर प्रयास – फोटो : सोशल मीडिया
30 जनवरी से उन्होंने अपने निजी एक्स हैंडल से ऐसे लोगों की तस्वीरें साझा करनी शुरू कीं, जो मेले में अपनों से बिछड़ गए थे। इनमें से कई ऐसे लोग भी थे जो बिछड़ने के बाद महाकुंभ मेले के खोया पाया केंद्रों पर पहुंचे थे और उनके अपनों को इसकी जानकारी ही नहीं थी।

Lady IPS Anukriti Sharma – फोटो : instagram
एक्स पर अपने फॉलोअरों के साथ-साथ देशभर में फैले अपने बैचमेट के साथ भी उन्होंने इन जानकारियों को साझा किया। इसी का नतीजा रहा कि अपनों से न मिलने का दर्द लेकर भटकने वाले कई चेहरों की मुस्कान उनके प्रयासों से लौट आई।

Lady IPS Anukriti Sharma – फोटो : instagram
इसे लेकर आईपीएस अनुकृति कहती हैं कि कुंभ में करोड़ों लोग आ रहे हैं और मेला प्रशासन व पुलिस ने बहुत से बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाया है। ऐसे में उन्हें भी लगा कि अगर अपने प्रयास से वह ऐसे लोगों के लिए कुछ कर सकें तो इससे अच्छा क्या होगा।

Lady IPS Anukriti Sharma – फोटो : instagram
चेहरों की मुस्कान वापस लाने के प्रयास
इसी को देखते हुए वह अपने दोस्तों व सोशल मीडिया के हजारों फॉलोअरों की मदद से दूरदराज से आए चेहरों की मुस्कान वापस लाने के प्रयास में जुटी हैं।
इसी को देखते हुए वह अपने दोस्तों व सोशल मीडिया के हजारों फॉलोअरों की मदद से दूरदराज से आए चेहरों की मुस्कान वापस लाने के प्रयास में जुटी हैं।

Lady IPS Anukriti Sharma – फोटो : instagram
नासा की वैज्ञानिक से आईपीएस तक का सफर
अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर नासा की वैज्ञानिक से आईपीएस अफसर बनने तक का सफर तय करने वाली अनुकृति 2020 बैच की अफसर हैं। बेहतर पुलिसिंग के साथ सामाजिक सरोकारों के प्रति चलाए गए अभियानों के लिए वह पहले भी चर्चा में रही हैं।
अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर नासा की वैज्ञानिक से आईपीएस अफसर बनने तक का सफर तय करने वाली अनुकृति 2020 बैच की अफसर हैं। बेहतर पुलिसिंग के साथ सामाजिक सरोकारों के प्रति चलाए गए अभियानों के लिए वह पहले भी चर्चा में रही हैं।

आईपीएस अफसर अनुकृति शर्मा के प्रयासों से आई बिजली(फाइल फोटो
अनुकृति शर्मा के प्रयास से रोशन हुआ बुजुर्ग का घर
बुलंदशहर में तैनाती के दौरान वर्षों से अंधेरे में रहने वाली बुजुर्ग महिला के घर बिजली पहुंचाने के उनके प्रयास की देश भर में सराहना हुई थी। इस घटना से संबंधित वीडियो को दो लाख व्यू मिले थे। पहली ही पोस्टिंग में उनकी ओर से चलाए गए ‘पुलिस माई फ्रेंड’ अभियान को भी जमकर प्रशंसा मिली थी।
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Anukriti Sharma: कॉलेज में दोस्ती फिर प्यार, US में PhD से पहले की शादी; ससुराल से तय किया IPS बनने का सफर
अनुकति शर्मा 2020 बैच की आईपीएस अफसर हैं। साल 2018 में चौथे अटेंप्ट में अनुकृति की 355वीं रैंक आई और इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) में सिलेक्शन हो गया। लेकिन मकसद ग्राउंड लेवल पर सेवा करने का था। इसलिए सिलेक्शन होने के बाद भी नौकरी ज्वॉइन नहीं की। साल 2020 में यूपीएससी में 5वीं बार अटेम्प्ट किया और अनुकृति आईपीएस बनीं।
बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बीतों दिनों एक बुजुर्ग मुस्लिम के घर बिजली का कनेक्शन पहुंचाकर सुर्खियों में आईं आईपीएस अनुकृति शर्मा की जिंदगी ‘कॉलेज के प्यार’ की मदद से रोशन हुई। जागरण से बातचीत में आईपीएस अनुकृति शर्मा ने अपने परिवार, लव स्टोरी व यूपीएससी में पांच बार के प्रयास के बाद बुलंदियां छू लेने की पूरी कहानी शेयर की।
कौन है अनुकृति शर्मा ?
अनुकति शर्मा 2020 बैच की आईपीएस अफसर हैं। अनुकृति का जन्म राजस्थान के अजमेर में 14 अक्टूबर 1987 को हुआ। इनके पिता 20 सूत्रीय विभाग के डायरेक्टर और मां टीचर थीं। दोनों ही सरकारी नौकरी में रहे। अनुकृति ने जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से 12वीं पास की। इसके बाद उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता से बीएसएमएस किया। फिर यूजीसी नेट क्वालीफाई किया।
कॉलेज में हुई दोस्ती, अमेरिका जाने के लिए जल्दबाजी में की शादी
पढ़ाई के दौरान ही अनुकृति की मुलाकात बनारस के रहने वाले वैभव मिश्रा से हुई। दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। साल 2012 में अमेरिका के ह्यूस्टन शहर की राईस यूनिवर्सिटी में दोनों का पीएचडी के लिए सिलेक्शन हो गया। उन्होंने परिवार से साथ में अमेरिका जाने की बात कही। लेकिन, परिवार ने इनकार कर दिया। परिवार ने शादी के बाद साथ जाने की इजाजत दी। ऐसे में साल 2013 में जल्दबाजी में दोनों शादी के बंधन में बंध गए।
NASA में लगी जॉब, देशप्रेम ने वतन लौटने को किया मजबूर
अनुकृति बताती हैं, अमेरिका में पीएचडी के दौरान नौकरी भी लग गई। हमें नासा के साथ वोल्केनो पर रिसर्च करना था। दोनों पति-पत्नी की सैलरी 2 लाख रुपए प्रति माह से ज्यादा थी। लेकिन, मन देश की तरफ मुड़ गया। हमने वापस लौटने का फैसला किया। साल 2014 में नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) की परीक्षा में अनुकृति ने 23वीं तो पति वैभव मिश्रा ने पहली रैंक हासिल की। इसके बाद बनारस में अपनी ससुराल में रहकर अनुकृति ने अपने पति वैभव के साथ सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी।
पति-पत्नी एक दूसरे के बने टीचर, की IPS की तैयारी
पति अपनी पत्नी के टीचर बनकर तो कभी पत्नी अपने पति की टीचर बनीं। साल 2015 में अनुकृति और उनके पति वैभव ने पहली बार परीक्षा दी। लेकिन, प्रीलिम्स क्लियर हुआ, मेन्स रह गया। दूसरे अटेंप्ट में प्रीलिम्स भी नहीं निकला। अनुकृति ने बताया, पति वैभव ने मेरी टूटती हिम्मत बांधी। तीसरे अटेंप्ट में बात इंटरव्यू तक पहुंची। लेकिन, सिलेक्शन नहीं हुआ।
पांचवें अटेंप्ट में IPS बनीं अनुकृति शर्मा
साल 2018 में चौथे अटेंप्ट में अनुकृति की 355वीं रैंक आई और इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) में सिलेक्शन हो गया। लेकिन, मकसद ग्राउंड लेवल पर सेवा करने का था। इसलिए सिलेक्शन होने के बाद भी नौकरी ज्वॉइन नहीं की। साल 2020 में यूपीएससी में 5वीं बार अटेम्प्ट किया और अनुकृति आईपीएस बनीं। इसके बाद लखनऊ में प्रशिक्षु आईपीएस रहीं। आईपीएस अनुकृति शर्मा वर्तमान में बुलंदशहर में सहायक पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं।
हर कदम पर साथ खड़े रहे पति वैभव
खास बात यह है कि पति वैभव ने भी साथ ही साथ ट्राई किया। हालांकि, उनका सिलेक्शन नहीं हो सका, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी का साहस बांधे रखा। वहीं, अब आईपीएस के पति वैभव दिल्ली की एक कोचिंग में स्टूडेंट्स को गाइड कर रहे हैं।