AAP के हारते ही LG ने क्यों सील किया दिल्ली सचिवालय ?
8 फरवरी को एक तरफ दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के हारने की खबर आ रही थी, दूसरी तरफ उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली सचिवालय सील करने का नोटिस दे दिया। नोटिस में कहा गया है कि अनुमति के बिना दिल्ली सचिवालय परिसर से कोई भी फाइल, दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डाटा या कंप्यूटर हार्डवेयर बाहर नहीं जाएगा।
AAP के हारते ही LG ने क्यों सील किया दिल्ली सचिवालय; केजरीवाल की मुसीबत और कितनी बढ़ सकती है;
सवाल-1: सचिवालय में ऐसा क्या है, जिसे दिल्ली चुनाव नतीजे आते ही उपराज्यपाल ने बंद करवाया?
जवाब: कोई भी सरकार सचिवालय से ही चलाई जाती है। यहां तमाम मंत्रालयों के ऑफिस होते हैं। यहीं से नीतियां बनती हैं और आदेश जारी होते हैं। दिल्ली सरकार की तमाम नीतियां भी यहीं से बनीं। चाहे स्कूलों से जुड़ी स्कीम हो, प्रचार का फंड, मोहल्ला क्लिनिक हो या मुफ्त बिजली-पानी की स्कीम।
इलेक्शन एनालिस्ट अमिताभ तिवारी का कहना है, ‘शराब नीति मामले में तो केजरीवाल को बेल मिली हुई है, लेकिन आने वाले समय में उन पर केस बढ़ सकते हैं। जिस तरह दिल्ली के LG वी के सक्सेना ने सचिवालय को बंद करवा दिया, उससे यही जाहिर हो रहा है कि आप की कुछ विवादित फाइलें अंदर मौजूद हैं। इनके खुलने से केजरीवाल और आप पर मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
सवाल-2: कौन-सी फाइलें और मामले केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं?
जवाब: 4 अहम फाइलें या मामलों की जांच से केजरीवाल की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं…
1. पार्टी फंड और चंदा में भ्रष्टाचार के आरोप
- द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 मई 2024 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आप सरकार को लेकर दो दस्तावेज जारी किए। आरोप लगाया कि 2014 से 2022 के दौरान 8 सालों में AAP को कई विदेशी सोर्सेज से मिले दान में गड़बड़ हुई है।
- ED ने 27 अक्टूबर 2022 और 4 अगस्त 2023 को केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ शेयर की गई डीटेल्स भी जारी की। ED का आरोप है कि AAP ने विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (FCRA), जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और भारतीय दंड संहिता का उल्लंघन करते हए विदेशी फंड हासिल किया।
- दस्तावेजों के अनुसार AAP को अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, यूनाइटेड किंगडम, हांगकांग, UAE, सऊदी अरब, कतर, ओमान, कुवैत और ब्रुनेई, दारुस्सलाम के लोगों से दान मिला। दस्तावेजों में आरोप लगाया गया है कि कई दानदाताओं की असली पहचान छिपाई गई और पार्टी के IDBI बैंक खाते में कुल 1 लाख 19 हजार डॉलर यानी करीब 1 करोड़ रुपए जमा किए।
- आतिशी ने इन आरोपों पर बयान देते हुए कहा कि स्थापना के बाद से आप ने पूरी तरह पारदर्शी तरीके से काम किया है और दान के माध्यम से मिली राशि का विवरण चुनाव आयोग, इनकम टैक्स विभाग और अन्य संस्थाओं को दिया।

2. CM आवास के रेनोवेशन में फिजूलखर्ची और भ्रष्टाचार के आरोप
- मई 2023 में पहली बार ‘शीशमहल’ का मामला सामने आया। जब दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने CBI डायरेक्टर प्रवीण सूद को चिट्ठी लिखकर CM हाउस रेनोवेशन मामले की जांच का काम सौंपा।
- 9 दिसंबर 2024 को BJP ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें दिल्ली के CM हाउस का आलीशान इंटीरियर दिखाया गया। BJP ने दिल्ली में 6, फ्लैग रोड पर बने CM हाउस को शीशमहल कहा है। ये दिल्ली के मुख्यमंत्री का सरकारी आवास है, जहां 2015 से 2024 तक दिल्ली के पूर्व CM अरविंद केजरीवाल रहते थे।
- BJP ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने CM रहते हुए मुख्यमंत्री आवास में रेनोवेशन के लिए 45 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। शीशमहल में 4 करोड़ रुपए के सिर्फ पर्दे लगे। 64 लाख रुपए की स्मार्ट टीवी और 10 लाख रुपए का सोफा समेत कई लग्जूरियस आइटम थे। इस मामले की जांच CBI कर रही है। मुख्यमंत्री निवास से जुड़ी फाइल भी सचिवालय में मिल सकती है।

3. दिल्ली जलबोर्ड घोटाले का आरोप
- अप्रैल 2024 को ED ने आप के खिलाफ दिल्ली जल बोर्ड (DJB) घोटाले का आरोप लगाया था। ED का कहना था कि आप ने DJB घोटाले से मिले रिश्वत के पैसों को चुनावी चंदे के रूप में बांटा था। DJB के पूर्व चीफ इंजीनियर जगदीश कुमार रोड़ा ने रिश्वत की 2 करोड़ रुपए की राशि विभाग में अपने सहयोगियों और आप को चुनाव निधि के रूप में दी थी।
- ED के मुताबिक, जगदीश कुमार ने एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 38 करोड़ रुपए की बढ़ी हुई लागत पर फ्लो मीटर का ठेका दिया, जबकि कंपनी टेक्निकल एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा नहीं कर पाई थी।

4. शिक्षा और स्वास्थ्य योजनाओं पर खर्च में घोटाले का आरोप
- जनवरी 2024 को दिल्ली के LG वी के सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल सरकार के मोहल्ला क्लिनिक्स में होने वाली पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी टेस्ट को लेकर CBI को जांच का आदेश दिया था। LG कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक पर प्राइवेट लैब को फायदा पहुंचाने के आरोप लगे।
- LG कार्यालय की जानकारी के मुताबिक, मोहल्ला क्लिनिक में लोगों को गलत टेस्ट करवाने की सलाह दी जा रही थी। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नकली दवाओं की आपूर्ति पर भी सवाल उठे, जिसकी जांच CBI को सौंपी गई।
- BJP प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘कई संगठनों ने बताया कि मोहल्ला क्लिनिक में एक दिन में 500 पेशेंट देखे गए। सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक 500 पेशेंट कैसे आ सकते हैं। इन 4 घंटों में डॉक्टरों ने मरीज की जांच भी कर ली और उन्हें दवाई भी दे दी।’
- इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में केजरीवाल पर स्कूलों की मरम्मत और बजट से ज्यादा खर्च करने आरोप लगे। शिक्षकों की नियुक्तियों को लेकर भी आप सरकार को घेरा गया। केजरीवाल पर सबसे चर्चित और विवादित मुद्दा शराब घोटाले का भी रहा। दिल्ली सचिवालय में इनसे जुड़ी फाइलें भी मौजूद हो सकती हैं।

सवाल-3: केजरीवाल किस मामले में जेल गए थे और केस का क्या हुआ?
जवाब: 2021 में दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति लागू की थी, इसमें घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे। दिल्ली के LG वीके सक्सेना की सिफारिश पर CBI और ED ने मामले दर्ज किए। सितंबर 2022 में सरकार ने शराब नीति वापस ले ली। नवंबर 2023 से मार्च 2024 तक ED ने केजरीवाल को 9 समन जारी किए, केजरीवाल एक भी बार नहीं पहुंचे।
21 मार्च 2024 को ED ने उन्हें उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। 28 मार्च को केजरीवाल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। 10 मई को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें 21 दिन की जमानत मिली। 2 जून को उन्हें फिर दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया। 20 जून को केजरीवाल को ट्रायल कोर्ट से तो जमानत मिल गई, लेकिन हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी।

वे 177 दिन जेल में रहे और सरकार चलाई। CBI के मामले में 13 सितंबर को जमानत मिलने के बाद ही वह जेल से बाहर आ सके। दिसंबर 2024 को दिल्ली के LG वी के सक्सेना ने ED को इस मामले में केस चलाने की मंजूरी दे दी थी। जिस पर कार्रवाई चल रही है।
सवाल-4: केजरीवाल पर किन मामलों की तलवार लटक रही है?
जवाब: दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान अरविंद केजरीवाल के एफिडेविट के मुताबिक केजरीवाल पर अब तक 15 क्रिमिनल केस दर्ज हैं। इनमें 10 मामलों में अभी तक कोई चार्जशीट दायर नहीं हुई है…
दिल्ली शराब घोटाला मामले में 2 केस दर्ज दिल्ली शराब घोटाला मामले में केजरीवाल अभी जमानत पर हैं। उनपर 2 जांच एजेंसी (ED और CBI) ने केस दर्ज किया। ED ने PMLA के तहत मुकदमा दर्ज किया। जांच एजेंसी ने केजरीवाल को शराब नीति घोटाले में मुख्य साजिशकर्ता माना। केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर नवंबर 2021 में शराब नीति में बदलाव करके कारोबारियों को अनुचित लाभ देने का आरोप है।
जनवरी 2025 में नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दिल्ली आबकारी नीति से सरकारी खजाने को 2,026 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
2023 में PM मोदी की डिग्री को फर्जी बताया था अरविंद केजरीवाल और AAP नेता संजय सिंह ने मार्च 2023 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर PM मोदी की डिग्री पर सवाल खड़ा किया था। ये डिग्रियां गुजरात यूनिवर्सिटी से जारी की गई थीं।
गुजरात यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने दोनों नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था, जिसके बाद अहमदाबाद की लोअर कोर्ट ने केजरीवाल को समन भेजकर कोर्ट में पेश होने के लिए कहा था। केजरीवाल समन के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट पहुंचे थे, जहां उनकी याचिका खारिज हो गई। इसके बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट गए और समन को चुनौती देते हुए कार्यवाही रोकने की अपील की।
21 अक्टूबर 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने कार्रवाई पर रोक से इनकार कर दिया और केजरीवाल की याचिका खारिज कर दी। फिलहाल इस मामले में जांच चल रही है।

2018 में सिग्नेचर ब्रिज उद्घाटन समारोह का मामला नवंबर 2018 में दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज उद्घाटन समारोह के दौरान BJP नेता मनोज तिवारी ने पुलिस में शिकायत दी। मनोज ने कहा कि CM केजरीवाल के उकसावे पर AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने उन्हें जान से मारने की नीयत से मंच से धक्का दिया था। इस मामले में पुलिस ने अमानतुल्लाह के खिलाफ 6 धाराओं में मामला दर्ज किया। इनमें केजरीवाल का भी नाम है।
केजरीवाल पर दर्ज अन्य केस
- 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान 2 केस दर्ज हुए।
- 5 अलग-अलग मामलों में मानहानि का मुकदमा दर्ज है।
- धारा 126 के तहत एक मामला दर्ज है।
- 2 अन्य मामलों में समन के उल्लंघन का आरोप है।
- दिल्ली संपत्ति विरूपण रोकथाम (DPDP) एक्ट से जुड़े मामले में केस दर्ज है।
सवाल-5: तो क्या केजरीवाल को फिर जेल जाना पड़ेगा?
जवाब: अमिताभ तिवारी ने कहा, ‘नई फाइलें खुलने से केजरीवाल पर नए केस दर्ज हो सकते हैं। उनके सारे संवैधानिक कवच भी छिन चुके हैं। अब वो न CM हैं, न सांसद और न विधायक। चुनाव हारने के बाद उनकी छवि को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंच चुका है, ऐसे में उन्हें बचा पाना बेहद मुश्किल हो सकता है। BJP केजरीवाल को घेरने की हर मुमकिन कोशिश करेगी। इससे हो सकता है कि केजरीवाल लम्बे समय के लिए जेल चले जाएं।’
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि BJP की अब यही कोशिश होगी कि कैसे आम आदमी पार्टी को कमजोर किया जाए। अरविंद केजरीवाल के लिए आगे का रास्ता और मुश्किल होगा। आम आदमी पार्टी के भविष्य पर भी सवाल है।
सवाल-6: अगर केजरीवाल जेल गए तो क्या AAP बिखर जाएगी?
जवाब: अमिताभ तिवारी मानते हैं कि अगर केजरीवाल जेल चले गए तो आप पार्टी में अंतरकलह बढ़ सकती है। BJP केजरीवाल की जगह आप को इंटरनल डैमेज करेगी, क्योंकि आप सदन में मजबूत विपक्ष के रूप में बैठेगी। इससे पार्टी की लीडरशिप पर भी सवाल खड़े हो जाएंगे। सभी 22 विधायक अपने आप को लीडर बनाने की जद्दोजहद में लग जाएंगे। पार्टी के अंदर बगावत के सुर भी तेज होंगे।
आप में आतिशी और गोपाल राय जैसे कुछ ही बड़े चेहरे हैं, जो अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। केजरीवाल आतिशी को विपक्ष का नेता बना सकते हैं, लेकिन अगर बाकी विधायकों ने समर्थन नहीं दिया तो पार्टी में टूट-फूट होना तय है।