अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा राहत पैकेज देने के बाद ट्रंप ने झूठ क्यों बोला?

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या 6 लाख को पार कर गई है. इनमें अकेले अमेरिका के एक लाख से अधिक संक्रमित लोग शामिल हैं और संक्रमण के मामले में अमेरिका अब पहले नंबर पर है.

कोरोना वायरस से अमेरिका की हालत ख़राब

कोरोना वायरस से हो रही मौतों की बात करें तो पूरी दुनिया में इस वायरस की चपेट में आकर अब तक 28 हज़ार से ज़्यादा लोग दम तोड़ चुके हैं. पूरे यूरोप की हालत दयनीय है, और अमेरिका भी कोरोना वायरस के प्रकोप से कांप उठा है. अमेरिका में कोरोना से लड़ाई कितनी बड़ी हो चुकी है इसका अंदाज़ा आप इस बात से लगाइए कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने 2.2 ट्रिलियन डॉलर के राहत पैकेज पर हस्ताक्षर किया है.

ये अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा राहत पैकेज है और वेंटिलेटर्स की कमी पर भी अमेरिका ने अपने करीबी देशों को राहत पहुंचाने वाला बड़ा बयान दिया है.

कोरोना के कहर से कांप उठा सुपरपावर

अमेरिका ने कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए अपना खजाना खोल दिया है. अपने देश में आर्थिक पैकज के ऐलान के साथ ही अमेरिका ने अपने करीबी देशों को भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की है, अमेरिका के स्टेड डिपार्टमेंट ने कहा है कि वो भारत को 2.9 मिलियन डॉलर की मदद राशि दे रहा है.

अमेरिका के बुलेट रफ्तार से टेस्ट का सच क्या है?

इस मदद का इस्तेमाल भारत में लैब बनाने, नए मामलों का पता लगाने में, कोरोना मरीजों की निगरानी करने में और टेक्निकल एक्सपर्ट की सेवाएं लेने में किया जा सकेगा. लेकिन यहां हम अब ट्रंप के एक और दावे पर भी आपका ध्यान खींचने की कोशिश करेंगे, ट्रंप ने हाल ही में दावा किया कि अमेरिका में पूरी दुनिया के मुकाबले सबसे ज्यादा टेस्टिंग की जा रही है.

साउथ कोरिया से भी ज्यादा, तो क्या वाकई ये सच है?

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अमेरिका कोरोना का सबसे ज़्यादा टेस्ट करने वाला देश बन चुका है. 8 दिनों में अमेरिका में इतने टेस्ट हुए, जितने दक्षिण कोरिया ने 8 हफ्तों में किये. जबकि, सच ये है कि हाल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 3 लाख, 59 हज़ार 161 लोगों के टेस्ट हुए. जबकि दक्षिण कोरिया में बुधवार तक 3 लाख 57 हज़ार 896 टेस्ट हुए. यानी कुल टेस्ट के मामले में अमेरिका दक्षिण कोरिया से अभी आगे है.

 

लेकिन, यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि जनसंख्या के लिहाज़ से अमेरिका दक्षिण कोरिया से बड़ा देश है. दक्षिण कोरिया की कुल आबादी 5.1 करोड़ है. जबकि अमेरिका की कुल आबादी 37 करोड़ है, इस हिसाब से अमेरिका ने एक हज़ार लोगों में सिर्फ एक का टेस्ट कराया है. जबकि दक्षिण कोरिया में हर 150 लोगों में से एक का टेस्ट हुआ है. ऐसे में फिलहाल दक्षिण कोरिया बाकी देशों के मुकाबले टेस्टिंग में सबसे आगे है.

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