नई दिल्ली। राजस्थान के कोटा से एक बार फिर एक छात्र द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। जवाहर नगर इलाके में मंगलवार को एक 17 वर्षीय मेडिकल छात्र ने अपने हॉस्टल के कमरे में लोहे की रॉड से कथित तौर पर फांसी लगा ली।
कहां का था छात्र?
इस साल की शुरुआत से मतलब जनवरी से कोटा में अभी तक छात्र द्वारा आत्महत्या करने का ये नौवां मामला आया है। जवाहर नगर एसएचओ रामलक्ष्मण ने बताया कि बिहार के नालंदा जिले का निवासी हर्षराज शंकर पिछले साल अप्रैल से कोटा में एक कोचिंग संस्थान में मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
लोहे की रॉड का जुगाड़ कर की आत्महत्या
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हॉस्टल के केयरटेकर ने इस बारे में सूचना दी कि लड़के ने अंदर से कमरा बंद कर लिया है और कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है। जिसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और कमरे का दरवाजा तोड़ा तो पाया कि लड़का लोहे की रॉड से लटका हुआ है।
पुलिस ने बताया कि हॉस्टल के कमरे के पंखे में ‘आत्महत्या निरोधक उपकरण’ लगे हुए थे, इस वजह से NEET अभ्यर्थी ने खुद को फांसी लगाने के लिए लोहे की रॉड का इंतजाम किया था।
माता-पिता के आने के बाद होगा पोस्टमॉर्टम
एसएचओ ने बताया कि घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम हाउस में रखवा दिया गया है और उसके माता-पिता के आने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
कोचिंग हब के रूप में मशहूर कोटा शहर में इस साल ये नौवीं आत्महत्या का मामला है। सिर्फ जनवरी में छह कोचिंग छात्रों, जिसमें पांच JEE और एक NEET का छात्र था, आत्महत्या कर ली थी। 2024 में कोटा में 17 कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या की थी