देश में कोरोना वायरस मरीजों के ठीक होने की दर 50 फीसदी के करीब, सबसे कम मौत भारत में
भारत में कोरोना वायरस के मरीजों के ठीक होने की दर 48.07 फीसदी पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार बताया गया कि देश में कोरोना वायरस की चपेट में आए मरीजों में से 95527 ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यू दर 2.82 फीसदी है, जो कि दुनिया में सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,708 रोगी ठीक हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पहले की तुलना में देश में टेस्टिंग की सुविधा बढ़ाई गई है। देश में हर दिन 1 लाख 20 से ज्यादा टेस्टिंग हो रही है। हमारी कोशिश समय से कोरोना मामलों की पहचान और इलाज की है। इसके अलावा देश में कोरोना से मरने वालों में 73 फीसदी मरीज दूसरी बीमारी से भी पीड़ित थे। देश की 10 फीसदी आबादी में से ही कोरोना से जुड़ी आधी मौतें हुई हैं।
वहीं, आईसीएमआर ने कहा है कि हम अन्य स्वतंत्र प्लैटफॉर्म्स का इस्तेमाल भी कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कर रहे हैं। ट्रूनैट स्क्रीनिंग ऐंड कन्फर्मेट्री टेस्ट को मान्यता दे दी गई है। इससे टेस्टिंग का दायरा बढ़ा है। इंडियन आरएनए एक्सट्रैक्शन किट अच्छी संख्या में उपलब्ध हैं, 11-12 वेंडर्स से RT-PCR किट का इस्तेमाल किया जा रहा है। आईसीएमआर ने कहा है कि कोविड-19 की जांच के लिए प्रतिदिन औसतन 1.20 लाख नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है, वर्तमान में देश में इस जांच के लिए 476 सरकारी, 205 निजी प्रयोगशालाएं हैं।
भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर कोविड-19 मृत्यु दर वैश्विक मृत्यु दर 4.9 प्रतिशत के विपरीत 0.41 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ऐसे 14 देशों में कोरोना वायरस से 55.2 गुना अधिक मौत हुई हैं जिनकी आबादी कुल मिलाकर लगभग भारत के बराबर है