नेपाल फायरिंग की Inside story: भारतीय नागरिक और नेपाली बहू पर शुरू हुआ बवाल
नई दिल्ली: बिहार (Bihar) के सीतामढ़ी जिले से लगी नेपाल की सीमा पर शुक्रवार को नेपाल सीमा पुलिस के जवानों की कथित गोलीबारी में एक स्थानीय व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य लोग घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि 45 वर्षीय भारतीय नागरिक लगन यादव को नेपाल सीमा पुलिस ने हिरासत में लिया है. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक कुमार राजेश चंद्र ने बताया कि घटना सुबह करीब आठ बजकर 40 मिनट पर नेपाली सीमा के भीतर हुई.
चंद्रा ने बताया कि स्थिति अभी सामान्य है और हमारे स्थानीय कमांडर ने तत्काल नेपाली समकक्ष एपीएफ से संपर्क किया. एसएसबी के महानिरीक्षक (आईजी) पटना फ्रंटियर संजय कुमार ने बताया कि घटना स्थानीय लोगों और नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल (एपीएफ) के बीच हुई.
आईजी ने बताया कि इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि अन्य दो लोग घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि 22 वर्षीय विकेश यादव को पेट में गोली लगी थी जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई जबकि उदय ठाकुर (24) और उमेश राम (18) घायल हुए हैं और उन्हें बिहार की राजधानी पटना से 85 किलोमीटर दूर सीतामढ़ी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली प्राथमिक रिपोर्ट के मुताबिक एपीएफ के जवानों ने लगन यादव की पुत्रवधू की इलाके में उपस्थिति पर तब आपत्ति जताई जब उसे उन्होंने भारत में मौजूद कुछ लोगों से बातचीत करते हुए देख
उन्होंने बताया कि लगन यादव की पुत्रवधू नेपाल की है. अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों की सीमा के दोनों ओर रिश्तेदारी है और कोई बाड़ नहीं होने की वजह से लोग सीमा के दोनों ओर रिश्तेदारों से मिलने आते- जाते रहते हैं.
उन्होंने बताया कि एपीएफ कर्मियों ने इस मुलाकात पर आपत्ति जताई जिसके बाद नेपाल पुलिस के कर्मियों और स्थानीय लोगों के बीच बहस हुई और घटनास्थल पर भारत की ओर से 75 से 80 लोग जमा हो गए.
अधिकारियों ने बताया कि एपीएफ का दावा है कि उसने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले हवा में गोली चलाई, लेकिन बाद में हथियार छीने जाने के भय से उन्होंने लोगों पर निशाना साधकर गोली चलाई जो तीन लोगों को लगी.
उन्होंने बताया कि यह घटना सीतामढ़ी जिले के जानकीनगर और नेपाल के सरलाही के बीच हुई. अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, प्रशासन और एसएसबी के अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं.
उल्लेखनीय है कि इस इलाके की सुरक्षा एसएसबी की 51वीं बटालियन के जिम्मे है और यह इलाका खंभा संख्या 319 के अंतर्गत आता है. भारत-नेपाल के बीच 1,751 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी एसएसबी की है.