बीजेपी विधायक रेप केस में पीड़ित महिला के पूर्व पति की एंट्री, DGP को चिट्ठी लिख जानें क्या कहा…
देहरादून: उत्तराखंड सेक्स स्कैंडल में अब नया मोड़ आ गया है. पीड़ित महिला के पूर्व पति ने डीजीपी उत्तराखंड को चिट्ठी लिखकर उसे फर्जी केस में फंसाने की बात कही है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पीड़ित महिला के पूर्व पति ने भी बच्ची के डीएनए टेस्ट मिलान के आधार पर तलाक की बात कही है.
उत्तराखंड बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग ने बच्ची के डीएनए टेस्ट को लेकर उत्तराखंड पुलिस को जांच करने के लिए निर्देशित किया था. पुलिस ने जांच के बाद बाल आयोग को सौंपी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही थी कि पीड़ित महिला के बच्ची का उसके पूर्व पति से डीएनए टेस्ट का मिलान हुआ ही नहीं है.
अब महिला के पूर्व पति की चिट्ठी के बाद एक बार फिर डीएनए रिपोर्ट के बाद ही तलाक की बात सामने आई है. आपको बता दें कि महिला भाजपा विधायक महेश नेगी के डीएनए टेस्ट का मिलान अपनी बच्ची से कराने की मांग कर रही है. पूर्व पति की चिट्ठी के बाद डीएनए टेस्ट फिर से एक बड़ा विषय बन गया है.
महेश नेगी की पत्नी ने दर्ज कराई थी एफआईआर
आपको बता दें कि अल्मोड़ा जिले की द्वारहाट सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्नी रितु नेगी ने देहरादून के नेहरू कॉलनी पुलिस थाने में एक महिला पर अपने पति को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके जवाब में महिला ने भी भाजपा विधायक पर रेप का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करा दिया था.
अपनी तहरीर में महिला ने आरोप लगाए थे कि वर्ष 2016 से उसके साथ नैनीताल, दिल्ली, मसूरी तथा देहरादून आदि अलग—अलग स्थानों पर कथित तौर पर विधायक महेश नेगी ने उसके साथ दुष्कर्म किया. महिला ने दावा किया है कि विधायक से उसकी एक बच्ची भी है और वह उसका डीएनए टेस्ट करवाने की भी मांग कर रही है.
विधायक आरोपों को राजनीतिक षड़यंत्र बता रहे हैं
इस मामले में भाजपा विधायक महेश नेगी ने अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश होने की बात कही है. विधायक का कहना है कि महिला के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और वह किसी भी टेस्ट के लिए तैयार हैं. फिलहाल नैनीताल हाई कोर्ट ने आरोप लगाने वाली महिला की गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है. वहीं हाई कोर्ट के निर्देश पर भाजपा विधायक और उनकी पत्नी के खिलाफ देहरादून के नेहरू कॉलनी पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.