हाथरस केस: लड़की के चरित्र पर BJP नेता ने उठाया सवाल, कहा- ये धान या गेहूं के खेत में क्यों नहीं मरतीं
लखनऊ: हाथरस मामले को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने लड़की के चरित्र के बारे में बेहद ही विवादित बयान दिया है। बीजेपी नेता और बाराबंकी की नगर पालिका नवाबगंज के पूर्व अध्यक्ष रंजीत श्रीवास्तव ने बुधवार को मीडिया में दिए एक बयान में हाथरस कांड में मृत लड़की का जिक्र करते हुए कहा, ‘लड़की ने लड़के को बाजरे के खेत में बुलाया होगा क्योंकि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था। सारी बातें सोशल मीडिया पर हैं। वह लड़की पकड़ ली गई होगी।’
‘ये गन्ने या अरहर के खेत में ही क्यों पाई जाती हैं?’
रंजीत ने कहा, ‘अकसर यही होता है खेतों में, यह जितनी लड़कियां इस तरह की मरती हैं, वे कुछ ही जगहों पर पाई जाती हैं। ये गन्ने के खेत में, अरहर के खेत में, मक्का के खेत में, नाले में, झाड़ियों में और जंगल में पाई जाती हैं। ये धान या गेहूं के खेत में मरी क्यों नहीं मिलती हैं। इनके मरने की जगह ही वही है। आखिर ये घटनाएं इन्हीं जगहों पर क्यों होती हैं। यह पूरे देश स्तर पर जांच का विषय है। मैंने गलत नहीं कहा है।’ हालांकि श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि यह उनकी अपनी राय है और इसे भाजपा का बयान नहीं समझा जाना चाहिए।
बीजेपी ने रंजन के बयान से पल्ला झाड़ा
इस बीच, प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि श्रीवास्तव के इस बयान से भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेता टेलीविजन चैनलों पर अपना चेहरा चमकाने के लिए ऐसे बकवास बयान देते हैं।
पूरे देश में हो रहे हैं विरोध-प्रदर्शन
बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस में 4 पुरुषों ने युवती का कथित तौर पर रेप किया था और इलाज के दौरान 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल उसकी मौत हो गई। पीड़िता का 30 सितंबर को उसके घर के पास रात में अंतिम संस्कार कर दिया गया था। उसके परिवार ने आरोप लगाया कि उन्हें स्थानीय पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार जल्द करने के लिए मजबूर किया। इस घटना के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।