‘4 सालों में 42 फीसदी घटे रेप के केस…’, हाथरस पर किरकिरी के बीच यूपी सरकार का दावा
हाथरस केस (Hathras Case) में हो रही किरकिरी के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने हाई कोर्ट में कुछ आंकड़े पेश किए हैं. इसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में रेप (Rape in Uttar pradesh) के मामलों में 2016 की तुलना में 2020 में 42.24 फीसदी की कमी आई है. साथ ही साथ योगी सरकार ने हाई कोर्ट से अनुरोध किया है कि सभी न्यायालयों में पोक्सो एक्ट से संबंधित मामलों का निपटारा प्राथमिकता के आधार पर किया जाए. इसके लिए सभी जिला एवं सत्र न्यायाधीशों को निर्देश जारी करने की गुजारिश की गई है.
बता दें कि यूपी में 20,000 से ज्यादा रेप के मामले कई अदालतों में लंबित पड़े हैं. कोर्ट में बताया गया है कि कोविड काल में न्यायिक प्रक्रिया में बाधा होने के बाद भी प्रदेश में 1835 महिला अपराधों में वादों का निपटारा, 612 मामलों में अभियुक्तों को सजा भी हुई.
महिलाओं के खिलाफ अपराध में सजा दिलवाने में आगे यूपी
यह भी कहा गया है कि क्राइम इन इंडिया के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं के विरुद्ध अपराध में सजा के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है. कोर्ट को बताया गया है कि बलात्कार के मामलों में पांच अपराधियों को फांसी की सजा भी सुनाई जा चुकी है. वहीं, 193 मामलों में आजीवन कारावास की सजा मिली है.
महिलाओं से जुड़े अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए कहा गया कि प्रदेश में 2016 के मुकाबले 2020 में बलात्कार के मामलों में 42 फ़ीसदी की कमी आई है. साथ ही साथ महिला अपहरण के मामलों में 39 फीसदी कमी आई है. बताया गया है कि 17 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक महिला सुरक्षा पर विशेष अभियान चलेगा.