दल-बदल के बाद चुनौतियां समान, वोटरों के साथ अपनो की भी चिंता

ग्वालियर। भाजपा के सबसे अधिक मजबूत किले के रूप में मानी जाने वाली ग्वालियर पूर्व (लश्कर पूर्व) विधानसभा सीट को फतह करना दल बदल के बाद कांग्रेस सहित अन्य दलों को आसान नहीं होगा। क्योंकि भाजपा-कांग्रेस को इसके लिए जनता व अपनों के दिल जीतने होंगे। पार्टियों को जितनी चिंता विरोधियों की करनी है, उतनी ही चिंता अपनों से मिलने वाली चुनौती और नाराज व परंपरागत वोटर की करनी होगी।
1977 के बाद से अब तक हो चुके 10 विधानसभा चुनावों में यहां केवल 2 बार ही कांग्रेस अपने पांव जमा सकी है। 8 बार (एक बार जनता पार्टी के बैनर तले) भाजपाई परचम ही लहराया है। ग्वालियर पूर्व एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र है, जहां जातिगत समीकरण ज्यादा मायने नहीं रखते। नौकरी पेशा और भाजपा के परंपरागत वोट बैंक क्षत्रिय, ब्राह्मण, वैश्य व ओबीसी वर्ग की जनसंख्या यहां सबसे अधिक है। दल बदल के बाद कांग्रेस भाजपा में पहुंचे नेताओं की व्यक्तिगत रूप से वोटरों से कोई नाराजगी नहीं है। लेकिन इसके बावजूद दोनों दलों के परंपरागत वोटर (सवर्ण समाज) को अपने फेबर में लाना बड़ी चुनौती है।

क्षेत्र की बड़ी समस्याएं :
संभागीय मुख्यालय और स्मार्ट सिटी क्षेत्र में शामिल होने के बाद भी इस विधानसभा के नए विकसित क्षेत्रों में सड़क, सीवर की समस्याएं हैं। तिघरा बांध का पानी यहां नहीं पहुंचता। पूरा फोकस केवल मुख्य मार्गों पर ही रहता है। कॉलोनियों, छोटी बस्तियों की सड़कें बदहाल हैं। अवैध कॉलोनी भी यहीं ज्यादा विकसित हुईं हैं।

क्षेत्र क्र. 16 ग्वालियर पूर्व
कुल मतदाता : 304084
मतदान केंद्र : 336
पुरुष मतदाता : 164349
महिला मतदाता : 139722

मतदान प्रतिशत (वर्ष 2018 में)
56.20 प्रतिशत

यह है जातिगत समीकरण
दलित        – 90 हजार
क्षत्रिय        – 30 हजार
ब्राह्मण        – 35 हजार
वैश्य         – 28 हजार
अल्पसंख्यक    -15 हजार
यादव        – 20 हजार
गुर्जर         – 15 हजार
कुशवाह    – 15 हजार
बघेल        – 12 हजार
किरार         – 06 हजार

पिछले 5 साल के चुनाव परिणाम 
वर्ष         विजयी            पार्टी
1998        रमेश अग्रवाल         कांग्रेस
2003        अनूप मिश्रा        भाजपा
2008         अनूप मिश्रा         भाजपा
2013        माया सिंह         भाजपा
2018        मुन्नालाल गोयल     कांग्रेस

जनता यह चाहती है
– विधानसभा के वार्डोँ में जलसंकट की योजना बनाकर मुक्ति
– मंहगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी भी इस चुनाव में मुद्दा
-स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में सुधार को लेकर सरकार की योजनाओं

भाजपा प्रत्याशी के मुद्दे
– ग्वालियर पूर्व विस को सबसे विकसित क्षेत्र बनाने का संकल्प
– क्षेत्र के लोगों को सड़क, पानी, बिजली की समस्याओं से पूर्णत: मुक्ति दिलाना
– शासन की योजनाओं से अति गरीब व सामान्य परिवारों को जोड़ना व स्वास्थ्य का स्तर का सुधार।
– 600 लोगों को पट्टे दिलाने के बाद क्षेत्र में बसी अवैध कॉलोनियों को वैध कर जनजीवन का सुधार
– शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए जनजाग्रृता बढ़ाने के लिए प्रयास करना।

कांग्रेस प्रत्याशी के मुद्दे 
– करोड़ों में बिकने के आरोप पर मुन्नालाल या टिकाऊ का मुद्दा
– शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर विकास कार्य पहुंचाने  के लिए हर प्रयास  होंगे।
– क्षेत्र को विकास की मुख्य धारा से जोड़कर लोगों के जीवन स्तर में सुधार करेंगे।
– शिक्षा-स्वास्थ्य व पानी की उपलब्धता करवाई जाएगी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *