निगम प्रशासन ने उड़ाया कलेक्टर का आदेश हवा में, नहीं कराई एफआईआर
ग्वालियर। ईकोग्रीन पर कचरा कलेक्शन बंद करने की लापरवाही के चलते कलेक्टर द्वारा एफआईआर व सामान जब्ती के निर्देश नगर निगम ने हवा में उड़ा दिए है। हालात यह है कि निर्देश के 24 घंटे बाद भी निगम ने पहले की तरह कंपनी को बचाने के लिए टालमटोल जारी रखी है, तो कंपनी पर मेहरबान निगम अधिकारियों द्वारा सीधे कार्यवाही न करने के फेर में देर शाम संभागायुक्त के साथ बैठक की गई। जिसके बाद जिम्मेदार अधिकारी केवल नियमानुसार कार्यवाही की बात करते नजर आए।
नगर निगम द्वारा ईकोग्रीन पर सीधे कार्यवाही से बचने के फेर में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को भेजे प्रस्ताव पर निगम के गले में उल्टा फंदा पड़ा दिखाई दे रहा है। क्योंकि कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा लापरवाह ईकोग्रीन कंपनी पर अनुबंधकर्ता नगर निगम द्वारा अनदेखी पर तत्काल एफआईआर करवाने व सामान/वाहन जब्ती के निर्देश दिए थे। क्योंकि निगम ने 9 अक्टूबर को 24 घंटे का अल्टीमेंटम नोटिस देने पर कंपनी ने दो दिन की मोहलत मांगी थी, जो व्यवस्था सुधार के लिए मिली। लेकिन कंपनी ने फिर भी स्थिति नहीं सुधारी और दो दिन के बाद पुन: निगम अफसरों से कार्यवाही रोकने के लिए ईकोग्रीन पर 7 दिन की मोहलत बिना शहर में सफाई व्यवस्था की चिंता किए ले ली। इन सारे पहलुओं के पड़ताल के बाद कलेक्टर ने सीधे कार्यवाही के अधिकार होने पर भी बचते फिर रहे निगम अधिकारियों को तत्काल एफआईआर व कंपनी के सामान जब्ती के निर्देश दे दिए। लेकिन निगम के मेहरबान अधिकारियों ने आदेश की अनदेखी कर कंपनी पर न एफआईआर करवाई व सामान जब्ती शुरू की है।
प्रशासक के साथ बैठकर निकाल रहे है तोड़
स्वास्थ्य व अन्य आवश्यक सेवाओं की तरह ईकोग्रीन पर एस्मा कानून लगाने वाले प्रस्ताव पर कलेक्टर की मनाही के बाद निगम के जिम्मेमदार अफसर अब प्रशासक/संभागायुक्त आशीष सक्सैना की शरण में है। साथ ही गुरूवार देर शाम प्रशासक, निगमायुक्त संदीप माकिन, अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव व श्रीकांत काटे के बीच ईकोग्रीन को लेकर चर्चा भी हुई है। जिसके बाद कंपनी पर जल्द ठोस व कानूनी कार्यवाही का हवाला देकर मामले को रफादफा करने की कोशिशे जारी हो गई है।
ईकोग्रीन पर कार्यवाही के लिए बैठक हुई है, जिसमें कानूनी अड़चनों की समीक्षा कर जनता के हितों का ध्यान रखकर निर्णय लिया जा रहा है, जो जल्द ही सबके सामने होगा।
आशीष सक्सैना, प्रशासक/संभागायुक्त, ग्वालियर
निगम प्रशासक से चर्चा चल रही है, जो कानूनी सही होगा, वो करेंगे।
संदीप माकिन, निगमायुक्त, ग्वालियर