लोगों से किराए पर उठाते थे ATM कार्ड, बैंकों को लगाया करोड़ों का चूना, जानिए कैसे हुए गिरफ्तार
बस्तर: बस्तर पुलिस ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. ये दोनों किसी व्यक्ति नहीं बल्कि सीधे बैंक से ठगी करते थे. एटीएम की मदद से दोनों शातिर ठगों ने अलग-अलग बैंकों से 1 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में जुटी है
पूरा मामला जगदलपुर और धमतरी का है. बीते दिनों एसबीआई बैंक की जगदलपुर शाखा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में ऐसे शातिर आरोपियों का जिक्र किया गया था, जो एटीएम के जरिए बैंक से ठगी करते थे.
ऐसे करते थे ठगी
पुलिस ने बताया कि दोनों ठग पहले एटीएम से छेड़छाड़ करते थे. जिसके बाद बैंक को एक मैसेज जाता था, जिसमें लिखा होता था कि एटीएम ने राशि तो काट ली है, पर ग्राहक को नकद भुगतान नहीं हो पाया. इस मैसेज के आधार पर आरोपी दोबारा उतनी ही रकम अपने खाते में डलवा लिया करते थे.
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
शातिर चोरों की कारिस्तानी का खुलासा तब हुआ जब बैंक ने एटीएम में डाली गई राशि और एटीएम से निकाली गई राशि का मिलान किया. इसमें 1 करोड़ 8 लाख 62 हजार रुपए की गड़बड़ी सामने आई. इसके बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए बस्तर पुलिस का एक दस्ता उत्तर प्रदेश के जौनपुर भेजा गया.
किराए पर लेते थे एटीएम
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी अनुराग यादव एमबीए डिप्लोमाधारी है, जबकि दूसरा आरोपी भी स्नातक है. ये अपने मित्रों और रिश्तेदारों से उनका एटीएम 5000 रुपये के मासिक किराये पर लिया करते थे.
आलिशान जीवन जीते थे
पुलिस के मुताबिक ये दोनों आरोपी अंतरराज्यीय गिरोह से जुड़े हुए हैं. ठगी की रकम का बड़ा हिस्सा ये अपनी आलीशान जीवनशैली पर खर्च करते थे. फ्लाइट में घूमना और महंगी शॉपिंग करना इनका शौक था. पुलिस ने आरोपियों के 38 लाख रुपयों के खाते ब्लॉक करवाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है