छेड़छाड़ से तंग युवती ने आग लगाकर दे दी जान…..
पिता बोले- 1 महीने से परेशान कर रहे थे; पुलिस पहले भी नहीं सुन रही थी, अब भी नहीं…..
उत्तर प्रदेश के महोबा में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। श्रीनगर कोतवाली के सिजवाहा गांव की 20 साल की लड़की ने छेड़खानी और बदनामी से तंग आकर आत्मदाह करके जान दे दी। परिजनों के मुताबिक, गांव के रहने वाले दो युवक करीब एक महीने से छेड़छाड़ कर रहे थे। विरोध करने पर आरोपियों ने पूरे गांव में चरित्रहीन बताकर बदनाम कर दिया। दोनों उसे चरित्रहीन कहकर बुलाते थे। गांव वाले भी तरह-तरह की बातें करने लगे। बदनामी और तानों से तंग आकर लड़की ने सोमवार रात खुद पर केरोसीन उड़ेलकर आग लगा ली। परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि लड़की के घरवालों ने मामले की शिकायत पुलिस से की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी का नतीजा रहा कि दंपति की इकलौती संतान को जान देनी पड़ी। लड़की की मौत के बाद पुलिस पहुंची। लेकिन कार्रवाई के नाम पर शव का पोस्टमार्टम कराने की खानापूर्ति कर ली। घर वाले सदमे में हैं। पुलिस के बर्ताव से आहत भी हैं।
इलाज के दौरान दम तोड़ा
क्रांति (20) पुत्री सुखाई पाल का मंगलवार शाम को अंतिम संस्कार किया गया। पिता सुखोई ने बताया कि रवि और निलेन्द्र राजपूत उसकी बेटी क्रांती से छेड़खानी करते थे। यह बात जब उन्हें पता चली तो उसने दोनों को चेतावनी देकर छोड़ दिया। इसके बाद दोनों ने गांव में अफवाह फैला दी कि उसकी बेटी दूसरे लड़कों के साथ घूमती है। इसको लेकर गांव वाले भी ताने मारने लगे। परेशान होकर सोमवार रात क्रांति ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और खुद को आग लगा ली। चीख-पुकार सुनकर दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला और अस्पताल ले गए। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
माता-पिता की इकलौती संतान थी क्रांती
मामले की जानकारी पर पुलिस मौके पर पहुंची। जांच पड़ताल के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। उधर, घटना के बाद पूरा परिवार सदमे में है। क्रांति अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। उनका पूरा परिवार बिखर गया है। श्रीनगर थाना इंचार्ज अनिल ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया है। परिजनों ने अभी तक तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।