माफियाओं को नहीं बचा पाएंगे’, मुस्लिम इलाकों को लेकर दिग्विजय के आरोप पर CM शिवराज का पलटवार
दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा, “मैं इन हिंदुओं का विरोध करता हूं जो हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. हिंदू-मुस्लिम एकता भारत का आधार है. दोनों ने एक साथ आजादी की लड़ाई लड़ी है.”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि मध्य प्रदेश में राम मंदिर के लिए धन जुटाने की रैलियों के दौरान मुस्लिम इलाकों को निशाना बनाया जा रहा है. मालूम हो कि हाल ही में उज्जैन, मंदसौर और इंदौर में धन जुटाने वाली रैलियों के बाद कुछ स्थानों से पथराव और आगजनी की खबरें सामने आई थीं. सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हाल ही में हुई घटनाओं को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की है.
दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा कि जो लोग बंदूकों, लाठियों, तलवारों और भड़काऊ भाषणों के साथ मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए निकले हैं, वे मुस्लिम इलाकों को निशाना बना रहे हैं. सिंह का यह बयान कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के इस मुद्दे पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और पुलिस महानिदेशक वी के जौहरी से मुलाकात के बाद आया है.
जिला प्रशासकों को भी ठहराया जिम्मेदार
सिंह ने कहा, “मैं इन हिंदुओं का विरोध करता हूं जो हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव (Communal harmony) को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. हिंदू-मुस्लिम एकता भारत का आधार है. दोनों ने एक साथ आजादी की लड़ाई लड़ी है और जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कुछ नहीं किया, वे माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.” इसी के साथ उन्होंने इन घटनाओं के लिए जिला प्रशासकों को भी जिम्मेदार ठहराया है.
उन्होंने कहा, “मंत्री, IAS और IPS अधिकारी किसी भी राजनीतिक पार्टी के गुलाम नहीं हैं, चाहे वह कांग्रेस हो या भाजपा. आखिर इन रैलियों को बाहर निकलने की अनुमति कैसे दी गई. प्रभावित जिलों के जिला कलेक्टरों और एसपी को हटा दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, “यह अजीब है कि जिन लोगों के घरों को आग लगा दी गई, वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया, उनके खिलाफ पुलिस मामले दर्ज किए जा रहे हैं. यह किस तरह का न्याय है.”
मुख्यमंत्री शिवराज ने ने किया पलटवार
वहीं, सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि मध्य प्रदेश में सभी समाज और समुदाय सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि गुंडों और माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने वाली है और कोई भी उन्हें बचा नहीं पाएगा. चौहान ने कहा, “मध्य प्रदेश सरकार गुंडों, ड्रग पेडलर्स और सभी तरह के माफियाओं के खिलाफ है. दिग्विजय सिंह पत्थरबाजी या हिंसा करने वाले लोगों को बचा नहीं पाएंगे. कानून की नजर में सभी समान हैं और गलत काम करने वाले को इसका नतीजा भुगतना होगा.”
29 दिसंबर को इंदौर में हुई थी झड़प
बता दें कि 29 दिसंबर को इंदौर डिवीजन के चंदन खेड़ी गांव में तनाव की कुछ खबरें सामने आई थीं, जिसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता और नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने 16 सदस्यीय एक टीम के साथ 6 जनवरी को चंदन खेड़ी गांव पहुंच कर इस मामले की छानबीन की और एक जांच रिपोर्ट तैयार कर इंदौर के पुलिस आयुक्त को भेजी है. इस रिपोर्ट में कह गया है कि झड़प वाले दिन गांव से गुजरने वाली रैली के सदस्य लोहे की रॉड, मिट्टी के तेल और डीजल से लैस थे. यहां एक मस्जिद के पास तोडफ़ोड़ की गई. रिपोर्ट में पुलिस पर निष्क्रियता को लेकर भी सवाल उठाया गया है.