शराब माफिया पर सख्ती:पुलिस के दबिश देते ही माफिया ने 1000 लीटर ओपी फैलाई, इससे तैयार होती 450 पेटी शराब
गुरुवार की शाम करीब 6 बजे नयागांव थाना पुलिस ने टेहनगुर के समीप स्थित रमपुरा गांव से हाथ की बनी हुई 300 क्वार्टर देशी शराब पकड़ी है। साथ ही शराब की अवैध फैक्ट्री संचालित करने वाले आरोपी को भी पुलिस ने दबोच लिया है, जिससे ओपी (एब्सोल्यूट अलकोहल) व अन्य सामान के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
वहीं अकलोनी गांव में खेतों से 4 हजार से ज्यादा खाली क्वार्टर गोरमी पुलिस को मिले हैं। इससे पहले बुधवार की देर शाम जब गोरमी पुलिस और जिला आबकारी की टीम ने जिले में अवैध शराब का हब बन चुके अकलोनी गांव में दबिश दी तो खेतों में ओपी की दुर्गंध साफ सूंघने को मिली। आबकारी अधिकारी आरके तिवारी के अनुसार गांव में करीब एक हजार लीटर ज्यादा ओपी खेतों में बहा दी गई। इस ओपी से करीब 450 पेटी देशी शराब तैयार होती।
हालांकि पुलिस और आबकारी की टीम ने यहां एक आरोपी से 40 लीटर ओपी पकड़ी थी, जिससे 17 पेटी देशी शराब तैयार की जा सकती थी। यहां बता दें कि मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत होने के बाद पुलिस और प्रशासन ने अब इस कारोबार से जुड़े लोगों को अपने निशाने पर ले लिया है।
वहीं माफिया ने भी माहौल गर्म देख अपनी फैक्ट्रियों को जमींदोज कर दिया है। साथ ही खुद भी भूमिगत हो गए हैं। गुरुवार को पुलिस ने करीब 8 से 10 स्थानों पर दबिशें दी। लेकिन एक स्थान पर देर शाम पुलिस को सफलता मिल ही गई।
बिना स्टीकर की 300 क्वार्टर देशी शराब मिली
नयागांव थाना प्रभारी हरजेंद्र सिंह चौहान ने अपनी टीम के साथ गुरुवार की शाम करीब पांच बजे मुखबिर की सूचना पर रमपुरा गांव में सत्ते जाटव पुत्र नाथू सिंह के यहां दबिश दी। लेकिन उसके यहां पुलिस को कुछ नहीं मिला। लेकिन जब उसके घर के पीछे तलाशी ली गई तो करीब 6 पेटी देशी शराब के क्वार्टर मिले। साथ ही 10-15 खाली क्वार्टर मिले हैं।
खास बात तो यह थी कि इन क्वार्टर पर किसी भी प्रकार ब्रांड का स्टीकर नहीं लगा था। यानि यह क्वार्टर पैक होने के बाद इन पर स्टीकर लगाए जाने थे। लेकिन उससे पहले मामला गरमा गया। वहीं पुलिस को यहां शराब की अवैध फैक्ट्री संचालित होने से जैसे कुछ साक्ष्य मिले हैं, जिसमें साफ यह प्रतीत हो रहा है कि यहां से बड़ी संख्या में माल कहीं दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। ऐसे में पुलिस ने आरोपी सत्ते को पकड़ लिया है। साथ ही उससे अन्य सामान के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
खेत में मिले 4 हजार से ज्यादा शराब के खाली क्वार्टर
एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देश पर जिले भर में 8 से 10 स्थानों पर अवैध शराब की फैक्ट्री संचालित होने की सूचना पर दबिशें दी गई। ज्यादातर स्थानों पर पुलिस को सन्नाटा मिला। गोरमी टीआई मनोज राजपूत ने दलबल के साथ फिर अकलोनी गांव में दबिश दी।
जहां खेतों में 4 हजार से ज्यादा खाली क्वार्टर मिले। वहीं डीएसपी हेडक्वार्टर मोतीलाल कुशवाह के मार्दशर्न में ऊमरी थाना प्रभारी दीपेंद्र यादव ने सीता की गढिया, पुरानी गढिया, कनावर आदि गांव में दबिश दी। जहां पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा। वहीं नयागांव पुलिस ने टेहनगुर में जब दबिश दी तो वहां से फैक्ट्री स्थानांतरित होने जैसे साक्ष्य मिले हैं। जबकि रमपुरा गांव से 6 पेटी शराब पुलिस को मिल गई।
यह है नियमः जिला आबकारी अधिकारीआरके तिवारी ने बताया कि अवैध फैक्ट्रियों में शराब तैयार करने के लिए ओपी, पानी में 1 अनुपात 3 के हिसाब से मिलाई जाती है। यह अनुपात जब भी गड़बड़ाता है तो यह जहरीली साबित होती है। पकड़े गए आरोपी शिव सिंह ने बताया कि वह ओपी दिल्ली से मंगाता था। जो कि कैमिकल के नाम पर ट्रांसपोर्ट से ग्वालियर तक आती थी, जिसके बाद लोडिंग वाहन की मदद से उसे वह गांव तक लाता था।
आबकारी पुलिस ने दो पर दर्ज किया केस, एक फरार
आबकारी उपायुक्त शैलेष सिंह और कलेक्टर डॉ वीरेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर आबकारी टीम ने शिव सिंह भदौरिया पुत्र ताम्रध्वज सिंह और छोटे सिंह भदौरिया के खिलाफ आबकारी एक्ट का केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में छोटे सिंह फरार चल रहा है।
जबकि गुरुवार को शिव सिंह को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। बता दें कि शिव सिंह के खेत से ओल्डमॉक के 89 क्वार्टर, रायल स्टेज व्हिस्की के 96 क्वार्टर, इंपीरियल ब्लू व्हिस्की की 11 बोतल, रायल चैलेंज व्हिस्की की 20 बोतल, प्राईड व्हिस्की की 12 बोतल, मेकडवल व्हिस्की की 8 बोतल, रायल स्टेज रम की 9 बोतल और 37 पाव देशी शराब की बिना लेबल की पकड़ी गई थी। इसके अलावा उनके पास हैंडलिंग मशीन, 2 हजार से ज्यादा ढक्कन और 6 हजार क्वार्टर पकड़े गए थे