शराब कांड:मंत्री के दावे और कार्रवाई के प्रस्ताव के बाद भी उड़नदस्ते को अभयदान

मुरैना के जहरीली शराब कांड में जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही पर सख्त रवैया अपनाने वाली सरकार अब बैकफुट पर है। इस मामले में वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा ने 13 जनवरी को फेसबुक पेज पर पोस्ट डालते हुए लिखा था कि मुरैना मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सब इंस्पेक्टर दिनेश निगम को निलंबित किया जा रहा है और ग्वालियर संभाग के डिप्टी कमिश्नर शैलेष सिंह को भी हटाए जाने के आदेश जारी हो रहे हैं।

इस पोस्ट के बाद 14 जनवरी को दिनेश निगम को तो हटा दिया गया, लेकिन शैलेष सिंह पर काेई कार्रवाई नहीं की गई। जबकि जांच के लिए आई उच्चस्तरीय कमेटी के सामने ये तथ्य आया था कि आबकारी विभाग के उड़नदस्ते ने कोई जांच या कार्रवाई नहीं की। इस कारण मुरैना में शराब के दामों पर ओवर चार्जिंग और अवैध शराब का धंधा बढ़ता गया।

एक साल पहले गया था कार्रवाई के लिए प्रस्ताव

प्रदेश के तत्कालीन आबकारी आयुक्त राजेश बहुगुणा ने 3 फरवरी 2020 को वाणिज्यकर विभाग के अपर मुख्य सचिव को जांच रिपोर्ट व प्रस्ताव भेजकर बताया था कि शिवपुरी में पदस्थापना अवधि के दौरान सहायक आबकारी व प्रभारी संभागीय उपायुक्त उड़नदस्ता आयुक्त शैलेष सिंह द्वारा ठेका समूह 15, 24 और 25 के पुन: निष्पादन की कार्रवाई के दौरान शासन को 5 करोड़ 63 लाख 3 हजार 460 रुपए का नुकसान पहुंचाया गया।

शिवपुरी में कई ठेके पिछले ठेकों की तुलना में कई गुना वृद्धि पर हुए थे। लेकिन समूह 15, 24 और 25 के ठेके कम दर में किए गए। इस मामले में उन्होंने अक्टूबर 2019 में जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब भी नहीं दिया। इसलिए शैलेष सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इस प्रस्ताव पर पिछले एक साल से कोई कार्रवाई भी नहीं हो पाई है।

दोषियों को नहीं छोड़ेंगे

मुरैना कांड के किसी भी दोषी को हम नहीं छोड़ेंगे। अभी इस मामले की जांच चल रही है और शैलेष सिंह समेत जो भी अधिकारी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।

– जगदीश देवड़ा, वाणिज्यिक कर मंत्री/मप्र

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