ASI सीमा ढाका पर फिल्म बनाने की लगी होड़, 76 बच्चों को ढूंढकर आयीं थी चर्चा में
बच्चों को तलाश कर हेड कॉन्स्टेबल से एएसआई बनीं सीमा ढाका एक बार फिर चर्चा में हैं. पढ़िए पूरी खबर…
नई दिल्ली: 76 लापता बच्चों को तलाश कर हेड कॉन्स्टेबल से एएसआई बनीं सीमा ढाका एक बार फिर चर्चा में हैं. दिल्ली पुलिस की इस एएसआई की जीवनी पर अब फिल्म बनाने की होड़ लग गई है. जानकारी के मुताबिक अब तक सीमा को फिल्म बनाने के करीब डेढ़ दर्जन प्रस्ताव मिल चुके हैं. हालांकि इसका निर्णय गृह मंत्रालय और पुलिस मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार 76 बच्चों को तलाशकर प्रमोशन पाने वाली सीमा ढाका की खबर जब मीडिया में आई तो कई निर्माता निर्देशकों ने उनके जीवन पर फिल्म बनाने की पेशकर कर डाली. कहा तो यहां तक जाता है कि इन निर्माताओं में शूटआउट एट लोखंडवाला के निर्माता, निर्देशक एवं पटकथा लेखक संजय गुप्ता भी शामिल हैं.
अनुमति के बाद बन सकती है फिल्म
हालांकि फिल्म या वेब सीरीज बनाने के लिए सीमा को बैनर के साथ समझौते पर साइन करने पड़ेंगे, इसके लिए उन्हें पुलिस मुख्यालय की अनुमति की जरूरत पड़ेगी. ऐसे में कुछ निर्माता और निर्देशक तो पहले से ही पुलिस मुख्यालय और केंद्रीय गृहमंत्रालय से जुड़े विभागों से संपर्क कर रहे हैं, हालांकि अब तक फिल्म या फिर वेब सीरीज बनाने को लेकर अनुमति नहीं मिली.
50 लाख तक का प्रस्ताव
सूत्रों के अनुसार फिल्म बनाने को लेकर जारी होने पर सीमा ढाका को 50 लाख रुपए तक के भुगतान की पेशकश की गई है. इसके लिए उन्होंने अपने जीवन, महिला पुलिसकर्मी के तौर पर अनुभव और बच्चों को तलाशने पर केंद्रित जानकारी देनी होगी.
इन अभिनेत्रियों के नाम की है चर्चा
सीमा ढाका की भूमिका निभाने के लिए विद्या बालन, करीन कपूर के नामों की चर्चा तेज है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि समझौते के बाद ही अभिनेत्री की भूमिका पर बात आगे बढ़ेगी.
आखिर क्यों चर्चा में आईं सीमा ढाका
दिल्ली के समयपुर बादली थाने में तैनात सीमा ढाका ने तीन महीने में 76 बच्चों को तलाश किया था. इसके लिए उन्होंने एक अभियान चलाया था. सीमा के इस कार्य से खुश होकर उन्हें पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने बारी से पहले तरक्की यानी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया था.
किन बच्चों को तलाशा था
लापता बच्चों की तलाश के दौरान सीमा ने कई जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. रेलवे स्टेशन, बस अड्डों से लेकर नशे की लत में आ चुके बच्चों के बीच भी अपना तलाशी अभियान जारी रखा था. साथ ही सीमा ने ऐसी नाबालिग बच्चियों को भी खोज निकाला जो प्यार के झांसे में आकर अपने घर से भाग चुकी थीं.
पति भी पुलिस में
साल 2006 में सीमा ढाका सिपाही के पद पर भर्ती हुई थीं. इसके बाद साल 2014 में विभागीय परीक्षा देकर हवलदार बन गईं. हालांकि अब सीमा को प्रमोशन दिया गया है और वे एएसआई की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. वे उत्तरप्रदेश की शामली की रहने वाली हैं. सीमा के पति अनिक ढाका भी दिल्ली पुलिस में हवलदार हैं. सीमा का एक 8 साल का बेटा भी है