नई दिल्ली: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को फिर कांग्रेस अध्यक्ष (Congress president) बनाए जाने की मांग तेज हो गई है। इस संबंध में दिल्ली कांग्रेस ने राहुल गांधी को तत्काल प्रभाव से पार्टी का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित कर दिया है। राहुल गांधी ने वर्ष 2019 के आम चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में चुनाव होना है इसे लेकर उनकी ताजपोशी की मांग तेज होती दिख रही है।
कांग्रेस के लोकसभा चुनाव में अपमानजनक हार का सामना करने के बाद राहुल गांधी ने 2019 में पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें ऐसा करने से रोकने की कई कोशिशें की गईं लेकिन इसके बावजूद वे वापस अध्यक्ष पद पर नहीं लौटे। राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी, जो कि उनके इस्तीफा देने के बाद से पार्टी की अंतरिम प्रमुख हैं और जो उनसे पहले अध्यक्ष थीं, ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अध्यक्ष के पद पर जरूरत से ज्यादा समय तक बने रहने की इच्छुक नहीं हैं।
राहुल गांधी को तत्काल प्रभाव से कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के संबंध में प्रस्ताव पारित करने को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कि राहुल केवल एक हैं जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रेरित कर सकते हैं। उनकी सारी भविष्यवाणियां किसानों के मुद्दे पर जीएसटी के दायरे में आ रही हैं। उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाई है। इसलिए हमने उन्हें फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया है।
राहुल गांधी ने तमिलनाडु का किया 2 बार दौराराहुल गांधी ने हाल के दिनों में एक छोटे से अंतराल के दौरान तमिलनाडु का दो बार दौरा किया है। विदेश दौरे से लौटते ही वे जल्लीकट्टू देखने चेन्नई पहुंच गए थे और उसके बाद उन्होंने हाल में तमिलनाडु का तीन दिन का दौरा किया है। तमिलनाडु के दौरे के बाद वे केरल के दौरे पर पहुंच गए जबकि इन दोनों राज्यों से ज्यादा सियासी सरगर्मी पश्चिम बंगाल और असम में दिख रही है।