इस 15 तारीख से इतिहास हो जाएगा देश का 155 साल पुराना यह बैंक, MP में भी हैं 150 ब्रांच

दोनों बैंकों के सर्वर को जोड़ने की प्रक्रिया 12 फरवरी की रात 9 बजे से शुरू हो जाएगी जो 15 फरवरी की सुबह 9 बजे तक चलेगी. आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2020-21 के बजट में कई पब्लिक सेक्टर बैंकों के विलय की घोषणा की थी.

भोपालः देश के सबसे पुराने बैंकों में शुमार इलाहाबाद बैंक अब इतिहास के पन्नों में दर्ज होकर रह जाएगा. 155 साल पहले 24 अप्रैल 1865 में इलाहाबाद बैंक की स्थापना हुई थी. वहीं मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में इस बैंक ने अपनी उपस्थिति 45 साल पहले दर्ज कराई थी. अब इस बैंक विलय 15 फरवरी को इंडियन बैंक में हो जाएगा.

दोनों बैंकों का सर्वज मर्जर 12 फरवरी से शुरू होगा
दोनों बैंकों के सर्वर को जोड़ने की प्रक्रिया 12 फरवरी की रात 9 बजे से शुरू हो जाएगी जो 15 फरवरी की सुबह 9 बजे तक चलेगी. आपको बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2020-21 के बजट में कई पब्लिक सेक्टर बैंकों के विलय की घोषणा की थी. इसमें इलाहाबाद बैंक भी शामिल था, जिसका विलय इंडियन बैंक में कर दिया गया. यह बैंक 1 अप्रैल 2020 से डिफंक्ट हो गया था.

मध्य प्रदेश में इलाहाबाद बैंक की करीब 150 शाखाएं
हालांकि इलाहाबाद बैंंक की नेट बैंकिंग सहित अन्य ऑनलाइन सर्विसेज अभी से काम करना बंद कर चुकी हैं. ग्राहक के फंड ट्रांसफर, चेक क्लियरिंग जैसे काम पेंडिंग हैं. दूसरे बैंकों की तुलना में इलाहाबाद बैंक के पास सबसे अधिक अचल संपत्तियां हैं. देशभर में बैंक की सबसे अधिक शाखाएं यूपी, दूसरे नंबर पर बंगाल, तीसरे नंबर पर बिहार और चौथे नंबर पर मध्य प्रदेश में (150 शाखाएं) हैं

इलाहाबाद बैंक 15 फरवरी से हो जाएगा इंडियन बैंक
अब 15 फरवरी से इलाहाबाद बैंक के सभी खाताधारकों को इंडियन बैंक के सर्वर पर शिफ्ट कर दिया जाएगा. 13 फरवरी को महीने का दूसरा शनिवार और रविवार को छुट्टी बैंक बंद रहेगा. इंडियन बैंक प्रबंधन की ओर से उम्मीद जताई जा रही है कि 15 फरवरी की सुबह 9 बजे से दोनों बैंकों के सर्वर एक हो जाएंगे. एक मर्चेंट बैंक के रूप में साल 24 अप्रैल 1865 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में बैंक शुरू की गई थी.

इलाहाबाद में स्थापना हुआ, कलकत्ता में हेडक्वार्टर है
इलाहाबाद बैंक पानी के जहाजों से होने वाले कारोबार को अधिक प्रोत्साहन देती था, फलस्वरूप इसका मुख्यालय स्थापना के 20 साल बाद इलाहाबाद से कलकत्ता भेज दिया गया. तब से इलाहाबाद बैंक का मुख्यालय कलकत्ता में ही है. इस बैंक की देशभर में 3230 शाखाएं थीं और इसमें 21,500 कर्मचारी कार्यरत थे. अब ये शाखाएं इंडियन बैंक के नाम से जानी जाएंगी. कर्मचारी भी इलाहाबाद बैंक की बजाय अब इंडियन बैंक के नाम से पहचाने जाएंगे.

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