जम्मू-कश्मीर के शोपियां और पुलवामा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 7 आतंकवादी ढेर

जम्मू-कश्मीर के शोपियां और पुलवामा जिलों में सुरक्षा बलों ने 2 मुठभेड़ों में आतंकवादी संगठन अंसार गजवातुल हिंद के प्रमुख इम्तियाज अहमद शाह समेत 7 आतंकवादियों को मार गिराया

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के शोपियां और पुलवामा जिलों में सुरक्षा बलों ने 2 मुठभेड़ों में आतंकवादी संगठन अंसार गजवातुल हिंद के प्रमुख इम्तियाज अहमद शाह समेत 7 आतंकवादियों को मार गिराया। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा, ‘शोपियां में हुई मुठभेड़ में 5 जबकि पुलवामा जिले के त्राल इलाके के नौबाग में हुई मुठभेड़ में 2 आतंकवादी मारे गए।’ इससे पहले कश्मीर जोन की पुलिस ने कहा था कि बीती रात मुठभेड़ के बाद शोपियां में एक मस्जिद में छिपे 2 आतंकवादियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।

पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, ‘छिपे हुए आतंकवादी के भाई और स्थानीय इमाम साहब को आतंकवादी को बाहर लाने और आत्मसमर्पण करने के लिए मस्जिद के भीतर भेजा गया है। मस्जिद को नुकसान से बचाने के लिए प्रयास जारी हैं।’ इससे पहले के ट्वीट में पुलिस ने कहा था कि आतंकवादी संगठन अंसार गजवातुल हिंद के प्रमुख को भी घेर लिया गया है। इसमें कहा गया, ‘प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन एजीयूएच (JEM) का प्रमुख घिर गया है।’ पुलिस ने बताया कि शोपियां में मुठभेड़ गुरुवार शाम को शुरू हुई थी। उन्होंने बताया कि 3 आतंकवादियों को मार गिराया गया है और सुरक्षाबल के 4 कर्मी घायल हो गए हैं।

कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने पत्रकारों से कहा कि 2019 से सक्रिय रहा AGUH प्रमुख इम्तियाज शाह वास्तव में पुलवामा जिले के त्राल में हुई मुठभेड़ में मारा गया। कुमार ने कहा, ‘शोपियां में घेराबंदी किए जाने के बाद दो आतंकवादी ग्रेनेड फेंककर फरार होने में कामयाब रहे।’ महानिरीक्षक ने कहा कि जानकारी मिली कि आतंकवादी त्राल इलाके के एक बाग की ओर भागे हैं, जिसके बाद नौबाग में एक और अभियान चलाकर 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया। इनमें से एक आतंकवादी की पहचान इम्तियाज शाह के रूप में हुई है।

अधिकारी ने कहा कि घेराबंदी के दौरान सुरक्षा बलों पर पथराव करने वाले 3 लोग पैलेट गन के छर्रे दागे जाने से घायल हो गए। सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि सुरक्षा बलों ने बड़े ही धैर्य के साथ शोपियां में अभियान चलाया और उस इबादतगाह का पूरा सम्मान किया गया, जहां आतंकवादी छिपे थे। उन्होंने कहा, ‘यह सुनिश्चित किया गया कि इबादतगाह (मस्जिद) को कोई नुकसान न हो।’ लेफ्टिनेट जनरल पांडे ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *