महाराष्ट्र: जेलों में भी कहर बरपा रहा है कोरोना, 284 कैदी और जेल कर्मचारी हैं पॉजिटिव, 15 लोगों की हुई मौत
महाराष्ट्र में सरकार ने कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए राज्यभर में अगले 15 दिन के लिए मिनी कर्फ्यू घोषित कर दिया है. कोविड की नई गाइडलाइन बुधवार रात आठ बजे से प्रभाव में आ गई हैं
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण आम से लेकर खास तक किसी को नहीं बक्ख रहा है. राज्य की जेलों में भी कोरोना का कहर साफ दिखाई दे रहा है. पूरे राज्य की जेलों में कोविड के 284 मामले सक्रिय हैं. जिनमें 198 कैदी और 86 जेल कर्मचारी शामिल हैं. वहीं इस महामारी से 15 मौतें हुईं हैं. जिनमें 7 कैदी और 8 जेल कर्मचारी शामिल थे. इसी के ही साथ जेलों में टीकाकरण भी चलाया जा रहा है. इस दौरान 1326 कैदियों और 3112 जेल कर्मचारियों ने टीकाकरण कराया है.
महाराष्ट्र में सरकार ने कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए राज्यभर में अगले 15 दिन के लिए मिनी कर्फ्यू घोषित कर दिया है. कोविड की नई गाइडलाइन बुधवार रात आठ बजे से प्रभाव में आ गई हैं. जो एक मई को सुबह सात बजे तक लागू रहेंगी. इस दौरान सिर्फ आवश्यक सेवाओं को छूट होगी.
गैर-आवश्यक सेवाओं पर रोक
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार रात सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य की जनता को अपने संबोधन में घोषणा की थी कि लोगों की आवाजाही और गैर-आवश्यक सेवाओं पर रोक लगायी जाएगी. ठाकरे ने कहा था कि इस अवधि में सीआरपीसी की धारा 144 लागू रहेगी जिसके तहत पांच या इससे अधिक लोग एक साथ जमा नहीं हो सकते. हालांकि उन्होंने नयी पाबंदियों को ‘लॉकडाउन’ का नाम नहीं दिया है. आवश्यक सेवाओं को अनुमति होगी लेकिन एक मई तक प्रदेश में धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक समारोहों पर पूरी तरह रोक रहेगी.
एफएचआरएआई ने सरकार की नई गाइडलाइन का किया विरोध
होटल और रेस्त्रां संघों के महासंघ ‘फेडरेशन ऑफ होटल एण्ड रेस्टारेंट एसोसियेसंस आफ इंडिया (एफएचआरएआई) ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में रेस्त्रां पर जो नये प्रतिबंध लगाये हैं उससे पूरा करोबार ठप हो जाएगा. संगठन ने राज्य सरकार से इन प्रतिबंधों को लेकर एक बार नये सिरे से विचार करने का आग्रह किया है.
एफएचआरएआई ने कहा, ‘रेस्त्रां को केवल खाद्य सामग्री को पैक करा कर ले जाने अथवा घरों पर आपूर्ति करने की अनुमति दी गई है. इससे रेस्त्रां को पखवाड़े के दौरान अपने कारोबार में भारी नुकसान की आशंका दिखाई दे रही है’. महाराष्ट्र सरकार के ‘ब्रेक दि चेन’ आदेश से 30 प्रतिशत से अधिक रेस्त्रां पूरी तरह से बंद हो जायेंगे.
राज्य में पहले ही पिछले साल लगाये गये लॉकडाउन के कारण वित्तीय दबाव नहीं झेल पाने की वजह से 35 प्रतिशत होटल और रेस्त्रां बंद हो चुके हैं. ऐसे में संगठन ने सरकार से अपील की है कि रेस्त्राओं को सीमित समय के लिये ही सही परिचालन की मानक प्रक्रियाओं को अपनाते हुये ग्राहकों को उनमें बैठकर खाने की अनुमति दी जानी चाहिये