अप्रैल दिखाएगा और बुरे दिन! भारत में 5 लाख के पार जा सकते हैं केस, हर दिन हो सकती हैं 3,000 मौतें

कोरोना वायरस का कहर भारत में अपने पीक की ओर बढ़ रहा है, जिससे देश में पहली लहर से भी अधिक भय का माहौल बन गया है। करोना के बढ़ते मामलों के बीच चारों ओर ऑक्सीजन, बेड और दवाओं की कमी हो गई है। भारत में कोरोना का दैनिक मामला दो लाख के आंकड़ों को छू चुका है और दूसरी लहर कितनी विकराल है, इसकी झलक भी दिखा दी है। यही वजह है कि चारों ओर मौतें इतनी हो रही हैं कि श्मशान घाटों पर जगह से लेकर लकड़ियों की कमी हो जा रही है। लेकिन हमें इस मुश्किल वक्त में भी मजबूती से काम लेना और कोरोना के खिलाफ डटकर मुकाबला करना है क्योंकि यह महीना अभी और बुरे दिन दिखाने वाला है। अप्रैल में ही कोरोना के रोजाना मामले पांच लाख पार जा सकते हैं और हर दिन तीन हजार से भी अधिक मौतें हो सकती हैं।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना केस जिस रफ्तार से बढ़ रहे हैं और देश के हर कोने से जो रिपोर्टें आ रही हैं, उसे देखते हुए ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अप्रैल का महीना सबसे भयावह साबित होने वाला है। इंडिया टुडे ने अपने एक शो में जिस मॉडल से यह प्रेडिक्शन किया है, उसके मुताबिक, अप्रैल यानी इस महीने हर दिन 5 लाख तक कोरोना केस आ सकते हैं और करीब तीन से चार हजार मौतें भी हो सकती हैं। इतना ही नहीं, हर दिन करीब 25 हजार लोग अस्पताल में भर्ती भी हो सकते हैं। इसमें अनुमान जताया गया है कि अगला चार सप्ताह भारत के लिए काफी मुश्किल भरा हो सकता है।

वैसे तो पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर का खतरनाक कहर दिख रहा है, मगर सबसे अधिक स्थिति महाराष्ट्र की खराब है। महाराष्ट्र में कोरोना का विकराल रूप देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से वहां 15 दिनों का मिनी लॉकडाउन लगाया गया है। यहां जानने वाली बात है कि कोरोना वायरस का प्रसार सीमा की नाकेबंदी से भी कम नहीं होने वाला। अगर समय रहते इस पर काबू पाया नहीं गया तो अभी और भयावह मंजर देखने को मिल सकते हैं।

हालांकि, राहत की बात है कि जिस तरह से साउथ अफ्रीका, ब्रिटेन और अमेरिका में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में तेजी देखी गई, ठीक उसी गति से कोरोना के मामलों में गिरावट भी देखी गई है। जिस मॉडल को लेकर इंडिया टुडे ने अनुमान जताया है, उसके मुताबिक महाराष्ट्र में भी अप्रैल के अंत और मई के शुरुआत तक कोरोना के मामलों में गिरावट देखी जा सकती है।

महाराष्ट्र की हालत सबसे खराब
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 58,952 नये मामले सामने आये, जबकि 278 और संक्रमितों की मौत हो जाने से कुल मृतक संख्या बढ़ कर 58,804 पहुंच गई। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। बता दें कि कोविड-19 के मामले काफी तेजी से बढ़ने और चिंताजनक हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने बुधवार रात आठ बजे से 15 दिनों के लिए सख्त प्रतिबंध लगाने की एक दिन पहले घोषणा की थी। ये प्रतिबंध एक मई सुबह सात बजे तक रहेंगे। महाराष्ट्र में 11 अप्रैल को संक्रमण के 63,294 मामले सामने आये थे, जब तक की सर्वाधिक संख्या है। विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि राज्य में अब तक कुल 35,78,160 लोग संक्रमित हुए, जिनमें 29,05,721 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। विभाग ने बताया कि राज्य में अभी 6,12,070 संक्रमितों का उपचार चल रहा है।

भारत में कोरोना का विकराल रूप
देश में बुधवार रात तक संक्रमण के 199,569 नए मामले दर्ज किए गए। यह महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में मिलने वाले नए कोरोना संक्रमितों का सर्वाधिक आंकड़ा है। पहली लहर में भी कोरोना का यह विकराल रूप देखने को नहीं मिला था, जितना आज के दिनों में देखने को मिल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस अवधि में 1037 लोगों की मौत हो गई। अब तक के कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14070300 हो गई है। कोरोना से पीड़ित लोगों के ठीक होने की दर और गिरकर 89.51 प्रतिशत रह गई है।

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