Madhya Pradesh: वन कर्मियों की गोली से ग्रामीण की मौत, पुलिस ने 9 के खिलाफ दर्ज किया मामला
मुरैना जिले में वनकर्मयिों की कार्रवाई में एक शख्स की गोली लगने से मौत हो गई है. इसके बाद गांव वालों ने लगभग तीन घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना (Morena) जिले में एक व्यक्ति की वन अधिकारियों की गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. इसके बाद इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई. जहां एक ओर वन अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वो क्षेत्र में अवैध रेत खनन रोकने की कोशिश कर रहे थे. वहीं गांव वालों ने वनकर्मियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एक व्यक्ति की उस समय हत्या कर दी, जब वो शौच करने गया था.
ये घटना मुरैना जिले के एक गांव में सुबह करीब 5 बजे हुई. मृतक की पहचान महावीर सिंह तोमर के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि उन्होंने मृतक के बेटे राहुल की शिकायत पर 9 वनकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. वहीं वन विभाग का कहना है कि मृतक को उस समय गोली मारी गई जब वो अवैध रेत खनन माफिया की मदद कर रहा था. इसके बाद गांव वालों ने लगभग तीन घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया.
मृतक के बेटे ने दर्ज कराई एफआईआर
इस दौरान जिले के एसपी ललित शाक्यवार ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोर्ट को फैसला करने दें कि फायरिंग कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए की गई है या नहीं. इस दौरान मृतक के बेटे राहुल ने आरोप लगाया कि अवैध रूप से खनन की गई रेत से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली पर अधिकारियों की गोलीबारी का विरोध कर रहे उनके पिता को वन विभाग के अधिकारियों ने पीटा और गोली मार दी. क्योंकि यह एक आवासीय क्षेत्र है. राहुल ने पांच अन्य लोगों के साथ प्रमोद और राघवेंद्र नाम के दो वनकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
पुलिस ने मामला किया दर्ज
पुलिस ने कहा कि उन्होंने मृतक के बेटे की शिकायत के आधार पर नौ वनकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 147 और 294 (अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस मामले की जांच की जा रही हैं.
खनन माफियों की मदद करने की कोशिश
संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) ने बताया कि जब वन विभाग की टीम अवैध रेत से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली का पीछा कर रही थी. उस दौरान महावीर समेत अन्य गांव वालों ने खनन माफिया को बचाने के लिए वन विभाग की टीम के वाहन को रोक दिया. उन्होंने कहा कि महावीर और अन्य गांव वाले वनकर्मियों से हथियार छीनने की कोशिश कर रहे थे. ऐसे में एक गोली गलती से चल गई. उन्होंने कहा कि हम पूरी घटना की रिपोर्ट पुलिस को भेज रहे हैं.
वन विभाग की टीम पर किया था हमला
पुलिस ने बताया कि वन अधिकारियों ने 10 से ज्यादा राउंड फायरिंग की थी. कानून व्यवस्था की समस्या से निपटने के लिए क्षेत्र में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. इस हफ्ते की शुरुआत में अवैध खनन में शामिल गांव वालों के एक समूह ने वन विभाग की एक टीम पर हमला किया था. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि ये घटना शनिवार को दर्ज की गई थी. इसमें अवैध रूप से खोदी गई रेत से लदी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली ने टीम को कुचलने की कोशिश की थी. बता दें कि पिछले एक महीने में ये तीसरी ऐसी घटना है जब वन अनुमंडल अधिकारी (एसडीओ) श्रद्धा पधारे को खनन माफिया ने निशाना बनाया था.