गनी राज’ से बेहतर है ‘तालिबान राज’, पहले से ज्यादा सुरक्षित हुई राजधानी काबुल, रूस ने किया लड़ाकों का ‘समर्थन’!

रूसी राजदूत झिरनोव ने कहा कि कल शासन ताश के पत्तों की तरह गिर गया. शुरुआत में तालिबान की निहत्थी इकाइयां राजधानी में दाखिल हुईं और सरकार एवं अमेरिकी बलों से अपने हथियार आत्मसमर्पण करने को कहा.

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हालात पूरी तरह से बदल गए हैं. तालिबान ने रविवार को राजधानी काबुल में प्रवेश किया था, जिसके बाद अफगानिस्तान की सरकार ने घुटने टेक दिए और शांति से विद्रोहियों के हाथों में सत्ता सौंपने के लिए राजी हो गई. तालिबान के खौफ से काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर देश से भागने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे. भीड़ इतनी ज्यादा थी कि उसको तितर-बितर करने के लिए अमेरिकी सैनिकों को गोलीबारी करनी पड़ी, जिसकी वजह से 5 लोगों की मौत हो गई.

एक ओर जहां अफगानिस्तान, तालिबान की वजह से दंश झेल रहा है, वहीं अफगानिस्तान में रूस के राजदूत ने सोमवार को तालिबान के व्यवहार और आचरण की प्रशंसा की. राजदूत दिमित्री झिरनोव (Dmitry Zhirnov) ने कहा कि तालिबान ने पहले 24 घंटों में काबुल को पिछले अधिकारियों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित बना दिया है.’ इससे पहले भी इस बात को लेकर चर्चा थी कि रूस तालिबान को समर्थन दे सकता है. वहीं, राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद से ही तालिबान और अधिक मजबूत नजर आ रहा है.

काबुल में स्थिति ‘गनी राज’ की तुलना में बेहतर

मॉस्को के एको मोस्किवी रेडियो स्टेशन से बात करते हुए झिरनोव ने कहा कि वह तालिबान के अब तक के आचरण से प्रभावित हुए हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने तालिबानियों के दृष्टिकोण को अच्छा, सकारात्मक और व्यापार जैसा बताया. झिरनोव ने कहा, ‘स्थिति शांतिपूर्ण और अच्छी है और शहर में सब कुछ शांत हो गया है. तालिबान के तहत अब काबुल में स्थिति राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार की तुलना में बेहतर है.’

अमेरिका समर्थित अफगान सरकार के गिरने के बाद तालिबान के आतंकवादियों ने रविवार को काबुल पर कब्जा कर लिया और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए. इससे अमेरिका और इसके सहयोगियों द्वारा युद्धगस्त देश में सुधार लाने के दो दशकों का प्रयास भी खत्म हो गया.

हर ओर अव्यवस्था का माहौल

झिरनोव ने कहा कि कल शासन ताश के पत्तों की तरह गिर गया. अव्यवस्था का माहौल था और लुटेरे सड़कों पर निकल आए. उन्होंने कहा कि शुरुआत में तालिबान की निहत्थी इकाइयां राजधानी में दाखिल हुईं और सरकार और अमेरिकी बलों से अपने हथियार आत्मसमर्पण करने को कहा.

उन्होंने कहा कि मुख्य सशस्त्र तालिबान इकाइयां देश में प्रवेश होने में तब पूरी तरह से सफल हो गईं जब राष्ट्रपति गनी भाग गए और कर्फ्यू लगा दिया गया. झिरनोव ने कहा कि तालिबान ने पहले ही रूसी दूतावास की सुरक्षा परिधि पर नियंत्रण कर लिया है, जिसमें 100 से ज्यादा कर्मचारी हैं और वह मंगलवार को उनके साथ विस्तृत सुरक्षा वार्ता करेंगे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *