Delhi : दिल्ली में बनेगी पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग, NBCC की देखरेख में 2024 तक पूरी होगी परियोजना
दिल्ली में जल्द ही पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग बननी शुरू हो जाएगी. ये परियोजना 2024 तक पूरी कर ली जाएगी. जानकारी के अनुसार 4-7 मंजिल की इस पार्किंग में 730 बसें और 690 गाड़ियां पार्क की जा सकेंगी. एनबीसीसी इन साइटों के विकास के लिए परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में काम करेगी.
दिल्ली (Delhi News) में पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग (First Multi Level Bus Parking) बनने जा रही है. दिल्ली सरकार हरिनगर (Hari Nagar) और वसंत विहार (Vasant Vihar) डिपो में मल्टी लेवल बस पार्किंग (Parking) बनाने जा रही है. जानकारी के अनुसार 4-7 मंजिला पार्किंग में कुल 730 बसें और करीब 690 गाड़िया पार्क हो सकेंगी. इस साल के अंत तक ये परियोजना शुरू हो जाएगी. वहीं इसकी डेडलाइन 2024 तक है.
एनबीसीसी (NBCC) इन साइटों के विकास के लिए परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में काम करेगी. पार्किंग के लिए 45 डिग्री एंगल तकनीक के उपयोग से प्रत्येक डिपो पर 10-15 फीसदी अधिक बसें खड़ी की जा सकेंगी. एनबीसीसी आधुनिक तर्ज पर शादीपुर और हरि नगर आवासीय कॉलोनियों का पुनर्विकास भी करेगी.
हरि नगर-वसंत विहार डिपो किए जाएंगे विकसित
दिल्ली सरकार पहली मल्टी लेवल बस पार्किंग हरि नगर और वसंत विहार डिपो में विकसित करेगी. दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की अलग-अलग साइटों पर दिल्ली परिवहन विभाग यह मल्टी-लेवल बस पार्किंग की सुविधा विकसित करने जा रही है. नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) की देखरेख में पूरी होने वाली इस परियोजना का लक्ष्य 2 प्रमुख डीटीसी डिपो – हरि नगर और वसंत विहार को विश्व स्तरीय डिपो में विकसित करना होगा.
3-4 गुना ज्यादा गाड़िया की जाएंगी पार्क
इसमें रिटेल के साथ-साथ वर्तमान पार्किंग क्षमता से 2 से 3 गुना ज़्यादा गाड़ियां पार्क हो सकेंगी. हरि नगर I और II, और वसंत विहार 5 एकड़ और 6.21 एकड़ एरिया में फैले हुए डिपो में वर्तमान में प्रत्येक में 100 और 230 बसें हैं. 4 और 7 मंजिल डिपो पार्किंग में प्रत्येक में 330 और 400 बसों को पार्क करने में सक्षम होंगे. इनमें 2.6 लाख वर्ग फुट से अधिक की बेसमेंट पार्किंग भी होंगी, जिसमें 690 से अधिक गाड़ियां पार्क हो सकेंगी.
इन सुविधाओं का भी रखा जाएगी ध्यान
डिपो संबंधित अलग-अलग सुविधाओं जैसे वाशिंग पिट, ईंधन भरने वाले स्टेशन, जिन्हें भविष्य में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जाएंगे. इन 2 स्थलों के अलावा, शादीपुर और हरि नगर 3 में डीटीसी कॉलोनियों को रिटेल और कमर्शियल सुविधाओं के साथ आवासीय इकाइयों में पुनर्विकसित किया जा रहा है. इनमें दिल्ली मास्टर प्लान 2021 के मानदंडों के अनुसार ईडब्ल्यूएस आवास भी शामिल होंगे.
आवासीय कॉलोनियों का पुनर्विकास भी होगा
साल के अंत तक शुरू होने वाली इस परियोजना की डेडलाइन 2024 है. इससे पहले, अक्टूबर 2020 में, डीटीसी ने एनबीसीसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ था. इसके अनुसार एनबीसीसी बहु-स्तरीय बस पार्किंग डिपो और डीटीसी की आवासीय कॉलोनियों के पुनर्विकास में परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में कार्य करेगा.